Bitcoin 20 हजार डॉलर के पार, Ether ने भी पकड़ी रफ्तार, जानें क्रिप्टो मार्केट का ताजा हाल
गैजेट्स 360 के क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर से पता चलता है कि ज्यादातर प्रमुख altcoins ने बीते दिनों में फायदा देखा है.
मीम कॉइंस क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ के रूप में पॉपुलर शीबा इनु और डॉजकॉइन ने मुनाफा दर्ज किया है
खास बातें
- बिटकॉइन की कीमतों में पिछले 24 घंटों में 2.72 फीसदी का सुधार
- ईथर ने भी बीते कुछ दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है
- ज्यादातर प्रमुख altcoins ने बीते दिनों में फायदा देखा है
एक मोमेंटम जनरेट करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी मार्केट संघर्ष कर रहा है. यही स्थिति सोमवार को भी देखने को मिली. कोई बड़ा घटनाक्रम नहीं होने के कारण कीमतों में फ्लैट कारोबार हुआ. बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतों में पिछले 24 घंटों में 2.72 फीसदी का सुधार देखा गया. ग्लोबल एक्सचेंजों में इसकी कीमत 20 हजार डॉलर (लगभग 15.97 लाख रुपये) के निशान से आगे बढ़ रही है, जबकि भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर BTC के प्राइस 20,199 (लगभग 16.13 लाख रुपये) डॉलर पर हैं. यह कल की तुलना में 1.36 फीसदी ज्यादा हैं.
CoinMarketCap, Coinbase और Binance जैसे ग्लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन की कीमत 20,406 डॉलर (लगभग 16.3 लाख रुपये) है. जबकि CoinGecko के डेटा से पता चलता है कि BTC का मूल्य पिछले मंगलवार की तुलना में वर्तमान में 4.4 फीसदी कम है.
दूसरी ओर, ईथर (Ether) ने बीते दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है. कॉइनस्विच कुबेर पर ईथर का मूल्य 1,535 डॉलर (लगभग 1.22 लाख रुपये) है, जबकि ग्लोबल एक्सचेंजों पर इसकी कीमत 1,570 डॉलर (लगभग 1.25 लाख रुपये) क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ है, जहां इस क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य पिछले 24 घंटों में 7.96 फीसदी बढ़ा है. हालांकि जिस तरह की कीमतें ईथर के मामले में देखने को मिलती थीं, उस हिसाब से अभी ईथर के लिए जमीन बनाना बाकी है.
गैजेट्स 360 के क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर से पता चलता है कि ज्यादातर प्रमुख altcoins ने बीते दिनों में फायदा देखा है. ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेशन भी सोमवार और मंगलवार की शुरुआत में 4.3 फीसदी बढ़ गया है.
हालांकि कई क्रिप्टोकरेंसी ने गिरावट भी देखी है. बीते 24 घंटों में कार्डानो, पॉलीगॉन, पोलकाडॉट, यूनिस्वैप, कॉसमॉस, सोलाना, मोनेरो, कॉसमॉस, एवलांच और बीएनबी को कीमतों में नुकसान हुआ है.
मीम कॉइंस के रूप में पॉपुलर शीबा इनु और डॉजकॉइन ने मुनाफा दर्ज किया है. पिछले 24 घंटों में 2.01 फीसदी की बढ़त के बाद डॉजकॉइन का मूल्य वर्तमान में 0.07 डॉलर (लगभग 5.7 रुपये) है, जबकि शीबा इनु का मूल्य 0.001013 डॉलर (लगभग 0.001013 रुपये) है. यह पिछले दिन की तुलना में 5.99 फीसदी ज्यादा है.
हाल में KuCoin नाम के क्रिप्टो एक्सचेंज ने दावा किया कि वर्तमान में भारत में 11.5 करोड़ क्रिप्टो निवेशक हैं जो इसकी जनसंख्या का 15% है. ज्यादातर क्रिप्टो निवेशक 18 से 60 साल की उम्र के बीच में हैं. लेकिन इतनी संख्या होने के बाद भी भारत क्रिप्टो पेमेंट्स को देश में लागू नहीं कर रहा है. हालांकि, क्रिप्टो ट्रेडिंग, सेल और पर्चेज देश में एक टैक्स सिस्टम के अंतर्गत साल की शुरुआत में चालू कर दी गई थी.
बिटकॉइन में 100 रुपये का निवेश आपको बना सकता था 7.5 करोड़ का मालिक
9 साल में बिटकॉइन ने साढ़े सात लाख गुना रिटर्न दिया . एक बिटकॉइन का भाव 4000 डॉलर के पार पहुंचा
क्या है बिटकॉइन ?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी हैं . यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. यह करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकाइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं. दुनियाभर के बड़े बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में
दुनिया की सबसे महंगी करेंसी
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करेंसी बन गई है. फिलहाल एक बिटकॉइन की ऑनलाइन या बाजार कीमत करीब 2.69 लाख रुपये से भी ज्यादा है. कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना बैंक के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. वहीं, इस करेंसी को डिजिटल वॉलेट में भी रखा जाता है.
कैसे काम करती है बिटकॉइन?
आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं. इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं. अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं. इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं.
अवैध धंधों में हो रही बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
बिटकॉइन का इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स की चोरी और आतंकवादी गतिविधियों में बड़े पैमाने पर होता है. बिटकॉइन के बढ़ते इस्तेमाल ने दुनियाभर के देशों में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर ने इस वर्चुअल मुद्रा को कानूनी मान्यता नहीं दी है.
देश में भी खूब हो रहा बिटकॉइन में लेनदेन
केंद्र सरकार फिलहाल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के ऑनलाइन लेनदेन पर रोक लगाने की स्थिति में नहीं है. इस मामले में सरकार के भीतर हुए विमर्श कई बार हो चुका है. ऐसी करेंसी की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त पर नियंत्रण संभव नहीं है. हालांकि अभी सरकार ने इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. दुनिया में करीब 90 से अधिक वर्चुअल करेंसी चलन में हैं.
क्या है क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अपने ग्रााहकों को पिछले हफ्ते भेजे नोट में कहा था कि क्रिप्टो करेंसी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. इसमें ग्रोथ की प्रबल संभावना है. भारत में क्रिप्टो करेंसी में शुरुआती कारोबार से जुड़े एमकैप क्रिप्टो करेंसी के संचालक अमित भारद्वाज के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी का भविष्य काफी बेहतर है. अगर आप बिटकॉइन में निवेश से चूक गए हैं तो बाजार में क्रिप्टो करेंसी में निवेश के कई और विकल्प हैं. मसलन, एमकैप का मौजूदा भाव 2 डॉलर के करीब है इसके अलावा यूथेरियम क्रिप्टो करेंसी का मौजूदा भाव 300 डॉलर है. जानकारों के मुताबिक एमकैप क्रिप्टो करेंसी का भाव इस साल 50 डॉलर के पार जाने की संभावना है.
एलन मस्क ही नहीं आम निवेशकों को भी इन क्रिप्टोकरेंसी ने अक्टूबर में बनाया अमीर
एलन मस्क की संपत्ति में इजाफा सिर्फ उनकी कंपनी टेस्ला के स्टॉक उछलने से ही नहीं हुआ है। बल्कि इसमें क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टमेंट का भी काफी बड़ा हाथ रहा है। अक्टूबर के महीने में क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है।
आज बिटकॉइन, इथेरियम, डॉगेकॉइन की कीमत में जबरदस्त गिरावट देेखने को मिल रही है। (Indian Express Archive)
दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कुल संपत्ति 222 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। आज तक दुनिया में इतनी संपत्ति किसी भी एक शख्स के पास नहीं रही। वहीं दूसरी ओर जेफ बेजोस उनसे 191 अरब डॉलर के साथ काफी पीछे रह गए हैं। एलन मस्क की संपत्ति में इजाफा सिर्फ उनकी कंपनी टेस्ला के स्टॉक उछलने से ही नहीं हुआ है। बल्कि इसमें क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टमेंट का भी काफी बड़ा हाथ रहा है। अक्टूबर के महीने में क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। जिसकी वजह से एलन मस्क ही नहीं बल्कि आम निवेशकों की दौलत में भी काफी इजाफा देखने को मिला है। आइए आपको भी बताते कि बिटकॉइन, इथेरियम के अलावा डॉगेकॉइन ने अक्टूबर के महीने में निवेशकों की दौलत में कितना इजाफा किया है।
डॉगेकॉइन में करीब 20 फीसदी का इजाफा
भले ही डॉगेकॉइन की कीमत में आज करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। अक्टूबर के महीने में अभी तक 20 फीसदी की लंबी छलांग लगा चुका है। छोटी करेंसी होने के कारण निवेशकों का रुझान ज्यादा देखने को मिल रहा क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ है। वहीं मुनाफावूसली भी ज्यादा देखने को मिलती है। 30 सितंबर को डॉगेकॉइन 0.195052 डॉलर पर था जो आज 0.234499 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ आपको बता दें कि बीते कुछ समय से एलन मस्क भी इस क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादा ही सपोर्ट कर रहे हैं।
इथेरियम ने भी बढ़ाई दौलत
वहीं दूसरी ओर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम ने भी अक्टूबर के महीने में दौलत बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वैसे आज इथेरियम की कीमत 2 फीसदी गिरी हुई दिखाई दे रही है, लेकिन अक्टूबर के महीने में अभी तक इथेरियम 28 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है। 30 सितंबर के दिन इथेरियम की कीमत 2800 डॉलर के आसपास थी, जो आज कारोबारी सत्र के दौरान 3600 डॉलर के स्तर पर को पार कर गई है। जानकारों की मानें तो इथेरियम की कीमत में और ज्यादा इजाफा देखने को मिल सकता है।
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बिटकॉइन की कीमत में भी इजाफा
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने अक्टूबर में सबसे ज्यादा रिटर्न क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ दिया है। आज बिटकॉइन के दाम दो फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम 56541 डॉलर पर हैं। जबकि अक्टूबर के महीने में बिटकॉइन 38 फीसदी का रिटर्न दे चुका है। 30 सितंबर को बिटकॉइन की कीमत 41000 डॉलर के आसपास थी, जो आज 56550 डॉलर के आसपास पहुंच क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ गई है। कई रिपोर्ट में इस बात का दावा भी किया गया है कि बिटकॉइन के दाम एक लाख डॉलर पर पहुंच सकते हैं।
क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए
आज इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स, काई सारे ऐसे एप्स मौजूद हैं जो बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं. साधारण भाषा में कहें, तो कई ऑनलाइन मार्केट प्लेस से बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं.
जब से बिटकॉइन का जन्म हुआ है तब से ही बिटकॉइन की खूब चर्चा हो रही है. शुरुआत में तो ये हालात थे कि चारों तरफ हर किसी के मुंह से बिटकॉइन ही बिटकॉइन सुनाई देता था. कई देशों की सरकारों के विरोध के बाद इसकी बातें बहुत कम हो गई थीं लेकिन अब एक बार फिर से बिटकॉइन की चर्चा ज़ोरों पर है और इसके पीछे का कारण है बिटकॉइन की कीमत। दरअसल, बिटकॉइन की कीमत बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. जानकारी हो कि मौजूदा वक्त में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 26 लाख रुपए हो चुकी है लगातार बढ़ती ही जा रही है यही वजह है कि निवेशक इन दिनों बिटकॉइन में भर-भर के निवेश कर रहे हैं.
बिटकॉइन क्या होता है?
Bitcoin एक वर्चुअल करेंसी है, Virtual का हिंदी अर्थ होता है- वास्तविक या आभासी. साधारण शब्दों में कहें तो आपके पास पैसा तो होता है आप इसका जब मर्ज़ी उपयोग भी कर सकते हैं लेकिन इसे हाथ में लेकर गिन नहीं सकते. इसिलए इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है. बिटकॉइन का जन्म साल 2009 में हुआ था, सातोशी नाकामोतो नामक व्यक्ति ने इसे बनाया गया था. आज मात्र 11 सालों में जिस बिटकॉइन की कीमत 26 लाख रूपए हो चुकी है उस वक्त यानी 2009 में इसकी कीमत 5-6 रुपए प्रति बिटकॉइन थी. जैसा कि हम बता चुके हैं आम करेंसी की तरह बिटकॉइन को देखा या छुआ नहीं जा सकता लेकिन इससे ऑनलाइन खरीद-फरोख्त हो सकती है. इससे कोई भी सामान खरीदा जा सकता है, उधारी चुकाई जा सकती है. बिटकॉइन की सबसे बड़ी खासियत तो ये है कि इंटरनेशनल लेवल पर इससे पेमेंट करना फायदेमंद है क्योंकि अभी तक बिटकॉइन पर किसी भी देश या किसी संस्था का रेगुलेशन नहीं है. बिटकॉइन की बढ़ती कीमत के चलते इन दिनों लोग बिटकॉइन में खूब निवेश कर रहे हैं. कह लें, कि इन दिनों बिटकॉइन वर्ल्ड टूर पर निकला है तो कुछ गलत नहीं होगा.
बिटकॉइन को खरीदा या बेचा कैसे जा सकता है?
कई तरह के एप्स, वेबसाइट्स मौजूद हैं जहां पर बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं. कई ऑनलाइन मार्किट प्लेस पर बिटकॉइन की खरीद व बिक्री होती है. साधारण भाषा में समझें तो जैसे आप डिजिटल तरीके से, इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करके किसी को पैसे भेजते हैं ठीक उसी तरह बिटकॉइन का भी लेन-देन किया जा सकता है. इन वेबसाइट्स, एप्स या कह लें ऑनलाइन मार्केट प्लेस पर यूजर को ट्रेडिंग के लिए अपना अकाउंट बनाना होता है. इसी अकाउंट के ज़रिए बिटकॉइन की ट्रेडिंग आसानी से की जा सकती है.
'बिटकॉइन माइनिंग' आपने बहुत सुना होगा, क्या होता है?
दरअसल, बिटकॉइन को कंप्यूटर पर ही गणित के जटिल सवाल हल करके भी हासिल किया जा सकता है. मतलब यूजर को अपने पैसे इन्वेस्ट करने की ज़रुरत नहीं है. गणित के जटिल सवाल हल कर बिटकॉइन पाने के तरीके को बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin mining) कहा जाता है. बिटकॉइन शुरुआत में भी इसी तर्ज पर बनाया गया था. अभी भी दुनियाभर में बहुत से लोग बिटकॉइन माइनिंग कर इस क्रिप्टोकरेंसी को प्राप्त कर रहे हैं और अमीर बन रहे हैं.
बिटकॉइन वॉलेट भी होता है!
Bitcoin एक डिजिटल वॉलेट में स्टोर रहते हैं. यूजर का जो ट्रेडिंग अकॉउंट होता है उसी के भीतर दिखाई हैं. इस डिजिटल वॉलेट को ही बिटकॉइन वॉलेट कहा जाता है. यह डिजिटल या बिटकॉइन वॉलेट यूजर के कंप्यूटर पर या फिर ऑनलाइन क्लाउड पर हो सकता है. यह एक तरह का वर्चुअल बैंक अकाउंट हैं. जिसे एक खास पासवर्ड से ही खोला जा सकता है. अगर किसी यूजर ने इस डिजिटल वॉलेट का पासवर्ड खो दिया या भूल गया तो फिर उसके बिटकॉइन भी खो जाएंगे और फिर कभी वापस नहीं आएंगे.
हाल ही एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति के बिटकॉइन वॉलेट में 7000 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है. लेकिन वह अपने बिटकॉइन वॉलेट का पासवर्ड भूल गया है. तो अब वह व्यक्ति करोड़पति होते हुए भी ना के बराबर है. एक अध्ययन के मुताबिक कुल बिटकॉइन के 25 फीसदी तो इन्हीं सब कारणों के चलते उपयोगहीन हैं.
बिटकॉइन के खतरों से भी रूबरू हो लीजिए-
Bitcoin की खासियत ही इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है. इसकी खासियत ये है कि इसके ऑनलाइन लेनदेन का कोई रिकॉर्ड नहीं होता है. जिसके चलते बिटकॉइन खरीदने या बेचने वाले व्यक्ति को ढूंढ पाना लगभग नामुमकिन है. यही वजह है कि कई देशों में गैरकानूनी कामों जैसे ड्रग्स आदि खरीदने के लिए बिटकॉइन का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है. आशंका है कि बिटकॉइन सुरक्षा के लिए भी खतरा हो सकता है. यही वजह है कि दुनिया के अधिकतर देशों की सरकारें इससे खौफज़द हैं.
पूरा बैंकिंग सिस्टम क्यों है परेशान?
इंटरनेट और तकनीक के बढ़ते प्रचलन के चलते बिटकॉइन के इस्तेमाल में भी खासी बढ़ोत्तरी हुई है. दुनियाभर के निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में दबा कर निवेश कर रहे हैं. हालांकि मौजूदा वक्त में बिटकॉइन की तर्ज पर कई अन्य तरह की वर्चुअल करेंसी भी अस्तित्व में आ चुकी हैं. लेकिन बिटकॉइन इन सभी का शहंशाह है. दुनियाभर की कुल क्रिप्टो क्रिप्टोकरेंसी में 69 फीसदी हिस्सेदारी अकेले बिटकॉइन की ही है.
इस करेंसी का नियमन (रेगुलेशन) ना होने के कारण दुनियाभर के बैंक इसे लेकर चिंतित हैं. क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में किसी भी थर्ड पार्टी जैसे बैंक आदि की जरूरत बिलकुल भी नहीं होती. ऐसे में कर चोरी की आशंका भयंकर रूप से है. दुनिया का कोई भी देश बिटकॉइन को करेंसी के तौर पर मान्यता नहीं दे पा रहा है, ऐसे में बिटकॉइन से किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है. अब आप समझ लीजिए काले धन का सबसे बड़ा केंद्र स्विस बैंक तक बिटकॉइन से परेशान है.
बिटकॉइन में निवेश को जुआ मानते हैं मशहूर निवेशक बफे
अमीर अमेरिकी निवेशक बफे बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को निवेश नहीं मानते हैं.
नई दिल्ली. मशहूर अमेरिकी निवेशक और सीईओ वॉरेन बफे बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को निवेश नहीं मानते हैं. उनका कहना है कि "बिटकॉइन खरीदना निवेश नहीं जुआ खेलने जैसा है."
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याहू फाइनेंस के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "यदि आप एक खेत, एक फ्लैट या एक बिजनेस में रुचि जैसा कुछ खरीदते हैं तो आप इसे निजी आधार पर कर सकते हैं. यानी पूरी तरह से यह संतोषजनक निवेश है. इसमें आपको पहले से पता तो होता कि इसमें कितना रिटर्न मिल सकता है. लेकिन यदि आप आप बिटकॉइन या कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी जैसा कुछ खरीदते हैं, तो आपके पास वास्तव में कुछ भी नहीं है.
बिटकॉइन में निवेश पर आप उम्मीद कर रहे हैं कि अगला आदमी और भुगतान करेगा. "बफे ने सुझाव दिया कि इस तरह के निवेश केवल एक सट्टेबाजी का खेल है यानी एक प्रकार से जुआ है. किसी को नहीं पता कि बिटकॉइन में निवेश से कितना रिटर्न मिलने वाला है.
वॉरेन बफे ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला कभी भी फूट सकता है और निवेशकों को इससे बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. निवेशक सचेत रहें. डिजिटल करेंसी लंबे समय तक नहीं टिकेंगी. साथ ही उन्होंने ये भी साफ किया है कि वो खुद कभी किसी डिजिटल करेंसी में निवेश नहीं करेंगे.
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