कमजोर इम्यून सिस्टम को मजबूत बानने के 5 तरीके

Project manager की कार्रवाई। जोखिम प्रबंधन के साथ प्लान कार्यान्वयन

परियोजना का उद्देश्य, जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके जोखिम प्रबंधन एवं गुणवत्ता प्रबंधन, परियोजना प्रबंधन की आधुनिक तकनीकों संबंधी सिफारिशें

आप ये सीखते हैं कि एक परियोजना पर काम करने के दौरान लोगों और संसाधनों के बीच समन्वय कैसे स्थापित किया जाता है

सभी प्रोजेक्ट मैनेजर, जो सफलता प्राप्त करना चाहता हैं, उन्हें प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की प्रक्रिया की सभी जटिलताओं को समझने की ज़रूरत है। यदि आप इस क्षेत्र के एक पेशेवर बनना चाहते हैं और परियोजना के पूरे जीवन चक्र को अलग-अलग करना चाहते हैं, - हमारे ऑनलाइन कोर्स में आपका स्वागत है

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हमारा ऑनलाइन कोर्स आपको उन कौशल में महारत हासिल करने में मदद करेगा जो एक सफल परियोजना प्रबंधक के पास अपने काम में सफलता हासिल करने के लिए होने चाहिए!

दिल की बीमारी के जोखिम से बचने के 5 तरीके

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हार्ट की बीमारियों से होती हैं। 2016 के आंकड़े बताते हैं कि उस साल हार्ट संबंधी बीमारियों यानी कार्डियोवस्क्युलर डिजीज से 1.79.

दिल की बीमारी के जोखिम से बचने के 5 तरीके

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हार्ट की बीमारियों से होती हैं। 2016 के आंकड़े बताते हैं कि उस साल हार्ट संबंधी बीमारियों यानी कार्डियोवस्क्युलर डिजीज से 1.79 करोड़ लोगों ने जान गंवाई। यह दुनिया में हुई कुल मौतों का 31 फीसदी हिस्सा था।

हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाने वाले फैक्टर्स में शामिल हैं- हायपरटेंशन, कॉलेस्ट्रॉल बहुत बढ़ना, डायबिटीज, वजन ज्यादा होना, खराब डाइट और एक्सरसाइज की कमी। इन सभी समस्याओं से निपटने में वक्त लगता है। रोजमर्रा के जीवन जीने के तौर- तरीकों यानी लाइफस्टाइल से जुड़ी चीजों का लंबे समय तक ध्यान देना होता है, लेकिन कुछ ऐसे कदम भी हैं, उन्हें उठाकर तत्काल राहत मिल सकती है और खुद को सेहतमंद रखा जा सकता है-

1. परिवार के साथ वक्त बिताएं
विभिन्न अध्ययनों में कहा गया है कि परिवार और दोस्तों के साथ रहने से दिल के रोग या हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है। जो पति-पत्नी साथ रहते हैं, उनकी तुलना में अकेले रहने वालों में यह बीमारी जल्दी घर करती है। इस पर ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के जून 2018 के अंक में बड़ा विश्लेषण प्रकाशित किया गया है। इसमें लिखा गया है कि तलाकशुदा, गैरशादीशुदा या सिंगल लोगों में हार्ट की बीमारी की आशंका शादीशुदा लोगों की तुलना में ज्यादा होती है। 20 लाख से ज्यादा महिलाओं और पुरुषों पर किए गए 34 अध्ययनों के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसके मुताबिक, महिला हो या पुरुष, सामाजिक-आर्थिक और जनसांख्यिकीय स्थितियां भी चाहे जो हो, दूसरों के साथ रहना हार्ट की तंदुरुस्ती के लिहाज से फायदेमंद होता है।

यूरोपियन स्टडी ऑफ कार्डियोलॉजी में 2018 में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अकेलापन हार्ट पर असर डालता है और इससे स्ट्रोक, एरिथमिया, हार्ट वॉल्व डिजीज और हार्ट फेल जैसी कार्डियोवेस्क्युलर बीमारियां होती हैं। यह भी सच जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके है कि आज लोगों में अकेलापन बहुत बढ़ गया है। यानी हार्ट की बीमारियों का खतरा भी बढ़ा है।

2. घर में पैट पालें
घर में पालतू डॉगी या कैट है, तो आपको जानते होंगे कि इनके साथ रहने का मजा ही अलग है। अकेलेपन में ये इन्सान के बहुत अच्छे साथी साबित होते हैं। ये बेजुबान होकर भी इन्सान को सपोर्ट करते हैं। कई बार साबित हो चुका है कि डॉग इन्सान का सबसे अच्छा दोस्त होता है। जिन लोगों के पास डॉग होता है, वे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होते हैं। कैट भी बहुत अच्छी तरह इंसान के साथ रहती है। इसलिए यदि हार्ट डिजीज से दूर रहना है तो डॉगी या कैट पाल लें।

3. शारीरिक संबंध बनाएं
अधिकांश हार्ट के मरीज शारीरिक संबंध बनाने से डरते हैं। उन्हें लगता है कि इससे उन्हें हार्ट अटैक आ जाएगा। अमेरिका में जॉन हॉप्किंग सेंटर फॉर द प्रिवेंशन ऑफ हार्ट डिजीज में क्लीनिकल रिसर्च के डायरेक्टर मिशेल ब्लाहा इस डर का एक समाधान निकाला है। उनका कहना जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके है कि यदि कोई करीब डेढ़ किलोमीटर तक जॉगिंग कर लेता है या बिना किसी परेशानी के सीढ़ियां चढ़ लेता है तो उसके लिए शारीरिक संबंध बनाना सुरक्षित है और ऐसा करने के दौरान हार्ट अटैक की आशंका कम होती है। इसके अलावा विभिन्न अध्ययनों में पता चला है कि हफ्ते में दो या तीन बार शारीरिक संबंध बनाने से कार्डियोवेस्क्युलर हेल्थ में सुधार आता है। हालांकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसा खुशहाल जिंदगी के कारण होता है, न कि शारीरिक संबंध बनाने से। फिर भी इसके हार्ट पर होने वाले पॉजिटिव असर से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

4. छुट्टियां मनाएं
छुट्टियां किसे अच्छी नहीं लगतीं भला? कुछ समय ऑफिस से दूर रहने पर दिमाग के साथ ही शरीर भी तरोताजा हो जाता है। अमेरिका की सिराकस यूनिवर्सिटी में प्रकाशित रिपोर्ट्स के अनुसार, छुट्टियां हार्ट के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। इसको लेकर 63 कर्मचारियों पर 12 माह तक अध्ययन किया गया था। निष्कर्ष निकला कि जो लोग छुट्टियां मनाते हैं उनमें हार्ट डिजीज और डायबिटीज की आशंका कम होती है।

5. कॉलेज डिग्री हासिल करें
कॉलेज जाना और पढ़ाई करके डिग्री हासिल करना बहुत मुश्किल और तनावभरा काम है, लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि जिंदगी में आगे चलकर इसके बड़े फायदे हैं। उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए जो 3.6 साल खर्च किए जाते हैं, उनसे कार्डियोवेस्क्युलर डिजीज की आशंका एक तिहाई तक कम हो जाती है। पढ़े-लिखे लोग हार्ट संबंधी बीमारियों के लक्षणों से परिचित होते हैं और जैसे ही कोई आशंका होती है, वे डॉक्टर की मदद लेते हैं।

जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके

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ठंड में कमजोर Immunity के कारण बढ़ जाता है बीमारियों का खतरा, राजीव दीक्षित से जानिए मजबूत करने के 5 असरदार जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके उपाय

Ways to boost your immune system: राजीव दीक्षित के मुताबिक इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए।

ठंड में कमजोर Immunity के कारण बढ़ जाता है बीमारियों का खतरा, राजीव दीक्षित से जानिए मजबूत करने के 5 असरदार उपाय

कमजोर इम्यून सिस्टम को मजबूत बानने के 5 तरीके

Foods Boost Immunity in Winter: ठंड का मौसम शुरू जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके हो गया है और मौसम की शुरुआत के साथ ही सर्दी, फ्लू और सांस की बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में इम्यून सिस्टम कमजोर होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है, इसी कारण लोग जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके बीमार पड़ जाते हैं। सर्दी के मौसम में बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। बदलते मौसम से निपटने और शरीर को भीतर से मजबूत बनाने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना बहुत जरूरी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सर्दियों के दौरान अधिकतर लोग घर के अंदर रहते हैं, जिससे उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे वह आसानी से बीमार पड़ जाते हैं। राजीव दीक्षित के मुताबिक भारत विटामिन और मिनरल्स का खजाना है। उन्होंने बताया है कि इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए।

ब्रोकली

ब्रोकली में कई आयुर्वेदिक और जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके औषधीय गुण होते हैं। लेकिन इस सब्जी का सेवन बहुत ही कम लोग करते हैं। लेकिन विशेषज्ञ इस सब्जी को नियमित डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। ब्रोकली विटामिन सी से भरपूर होती है। विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। ब्रोकली में संतरे जितना विटामिन सी होता है। इसलिए विशेषज्ञ ब्रोकली को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।

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गाजर में कई औषधीय गुण होते हैं। गाजर के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता दुगुनी हो जाती है। गाजर में बीटा-कैरोटीन होता है, जो कुछ समय बाद विटामिन ए में बदल जाता है। कहा जाता है कि विटामिन ए में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

अदरक को सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में कारगर माना जाता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सर्दी से जुड़ी कई समस्याओं से निजात दिलाते हैं। इतना ही नहीं इसके सेवन से आपका इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।

मीठे आलू या शकरकंद

इसमें विटामिन ए, पोटैशियम जैसे कई महत्वपूर्ण जोखिम विश्लेषण के 5 तरीके पोषक तत्व पाए जाते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और विटामिन सी की कमी भी पूरी होती है। शकरकंद को आप उबाल कर या भूनकर दोनों तरह से सेवन कर सकते हैं।

बाजरा, रागी और हरी सब्जियां खाएं

बाजरा, रागी और चौलाई जैसे अनाज को आहार में शामिल करना चाहिए। ये अनाज शरीर को आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करते हैं जो समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, पालक, चौलाई, बथुआ शामिल करें। वे मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं और शरीर में सेलुलर प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।

गोंद के लड्डू खायें

शरीर को भरा रखने के लिए ऊर्जा से भरपूर डिंगा कलछी खाएं। इम्यूनिटी बढ़ाने और सूजन कम करने के लिए सोने से पहले हल्दी वाला गर्म दूध पिएं।

टैक्स कलेक्शन को बढ़ाने के लिए IT विभाग बना रहा नई प्लानिंग, टैक्स चोरी पर भी लगेगी लगाम

tax collection

नई दिल्ली। भारत में टैक्स की चोरी ( tax fraud ) करना एक आम बात है। आज के समय में देश में कई ऐसी बड़ी कंपनियां हैं जो टैक्स का भुगतान ( Tax pay ) नहीं करती है, जिसके कारण सरकार का टैक्स कलेक्शन ( tax collection ) कम हो जाता है। सरकार हमेशा अपने टैक्स कलेक्शन को बढ़ाने के लिए नए-नए तरीके अपनाती रहती है। हाल ही में रेवेन्यु सेक्रेटरी अजय भूषण पांडे ( ajay bhushan pandey ) ने कहा कि आयकर विभाग को टैक्स कलेक्शन बढ़ाने के लिए आंकड़ों के विश्लेषण की ओर भी ध्यान देना चाहिए।

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