१० प्रकारों से आप कर सकते हैं शेयर मार्किट में ट्रेडिंग।
इन्वेस्टिंग कोई ट्रेडिंग का प्रकार नहीं हैं यह लम्बे समय तक किये जाने वाले निवेश का तरीका हैं इसमें किसी शेयर को खरीदकर १ साल से लेकर १० -१५ साल या इससे भी ज्यादा लम्बे समयतक रखा जाता हैं। इसे इन्वेस्टिंग कहते हैं।
Momentum Trading
जब किसी शेयर में ब्रेकआउट होता हैं तो उस ब्रेकआउट पर ट्रेडिंग करने को मोमेंटम ट्रेडिंग कहते हैं।
ब्रेकआउट कई प्रकार के होते हैं जैसे की,
- Price Breakout
- Chart Pattern Breakout
- Volume Breakout
- Candlestick Pattern Breakout
BTST और STBT Trading
BTST का फुल फॉर्म हैं Buy Today Sell Tomorrow और STBT का फुल फॉर्म हैं Sell Today Buy Tomorrow.
इसमें शेयर को आज के दिन की आखरी कैंडल में ख़रीदा या बेचा जाता हैं और अगले दिन बाजार आज के कैंडल के क्लोज प्राइस से ज्यादा या कम ओपन होता हैं। इसका फायदा उठाने को BTST या STBT ट्रेडिंग कहते हैं।
Algo Trading
अल्गो ट्रेडिंग यह एक ख़ास तरह की ट्रेडिंग होती हैं जिसमे कंप्यूटर प्रोग्राम आप के आदेश पर ट्रेड करता हैं।
कोनसे स्तर पर खरीदना हैं और कोनसे स्तर पर बेचना हैं यह सब निर्णय अल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर अपने आप ही ले लेता हैं। बस शुरवात में उसे एक बार अनुदेश देना होता हैं।
Arbitrage Trading
बहोत सारे शेयर्स ऐसे होते हैं जो एक से ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं। और कई बार उनके कीमत में अंतर आ जाता हैं।
उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करना आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहलाता हैं।
Scalping Trading
यह ट्रेडिंग करने का सबसे छोटे समय का तरीका हैं। स्केल्पिंग ट्रेडिंग में शेयर्स को लेने के बाद कुछ सेकंड्स से लेकर कुछ मिनिटों में बेच दिया जाता हैं।
इसमें बाजार में जो छोटे-छोटे मूवमेंट आते हैं उनका फायदा उठाया जाता हैं और बाजार के बंद होने तक बोहोत सारे ट्रेड किये जाते हैं।
News & Event Trading
शेयर बाजार में न्यूज़ या इवेंट की वजह से शेयर के कीमत में जो उतार या चढाव आता हैं उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करने को न्यूज़ और इवेंट ट्रेडिंग कहा जाता है।
जैसे की भारत का वार्षिक बाजेड आता हैं या फिर किसी कंपनी का क्वार्टरली रिजल्ट आता हैं तब ट्रेडर्स द्वारा इस प्रकार से ट्रेडिंग की जाती हैं।
निष्कर्ष
तो यह थे शेयर बाजार में ट्रेडिंग के प्रकार।
यह जानने के लिए की कोनसा ट्रेडिंग स्टाइल आप के लिए अच्छा है आप सभी ट्रेडिंग स्टाइल का उपयोग करके देखिये और उसके बाद यह विष्लेशण करिये की कोनसे ट्रेडिंग के प्रकार में आप अच्छे हैं।
उसके बाद जिस ट्रेडिंग के प्रकार पर आप को पूरा विश्वास हो की आप उसे सही तरीके से कर सकते है, उस ही ट्रेडिंग स्टाइल को चुनिए।
अगर आप को शेयर बाजार में ट्रेडिंग Trading क्या है और यह कितने प्रकार की होती है के कितने प्रकार हैं ? यह हिंदी लेक पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर SHARE करे।
ट्रेडिंग के कितने प्रकार हैं।
इस लेख में ट्रेडिंग के कुल १० प्रकार बताये हैं जो की आप पढ़ सकते हैं।
किस प्रकार का ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?
ट्रेडिंग करने का कोनसा भी तरीका बहुत अच्छा या बहुत बुरा नहीं होता हैं। बल्कि आप की से उम्मीदे, बाजार की जानकारी और जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार ट्रेडिंग स्टाइल आप के लिए सही या गलत हो सकता हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग किसे कहते हैं?
जो ट्रेडिंग १ महीने के अंदर की जाती हैं उसे हम शार्ट टर्म ट्रेडिंग कहते हैं।
कम जोखिम में ज्यादा फायदा पाने का आसान तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग से निवेश, ले सकते हैं बीमा
यूटिलिटी डेस्क. हेजिंग की सुविधा पाते हुए अगर आप मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं तो फ्यूचर ट्रेडिंग के मुकाबले ऑप्शन ट्रेडिंग सही चुनाव होगा। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आपको शेयर का पूरा मूल्य दिए बिना शेयर के मूल्य से लाभ उठाने का मौका मिलता है। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आप पूर्ण रूप से शेयर खरीदने के लिए आवश्यक पैसों की तुलना में बेहद कम पैसों से स्टॉक के शेयर पर सीमित नियंत्रण पा सकते हैं।
ट्रेडिंग क्या है?
ट्रेडिंग की बहुत सारी किस्में भी होती हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते हैं:
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading)
- इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
- पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)
ऊपर दी हुई 4 किस्मों के बारे में हम संक्षेप में बात करते हैं।
स्काल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading)
स्काल्पिंग ट्रेडिंग का मकसद होता है मिनटों में पैसा कमाना इसमें ट्रेडर शेयर को कुछ चंद मिनटों (या उससे ज्यादा समय के लिए) के लिए ही खरीदते हैं और स्टॉक मार्केट में इन्हीं शेयर के दाम बढ़ने (या कम होने पर) पर खरीदे गए शेयर को बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं। जब कोई भी ट्रेडर ऐसी ट्रेडिंग करता है तो उसे स्काल्पिंग ट्रेडिंग कहते हैं।
ऐसी ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर 1 दिन में 1 से ज्यादा कुछ बार 10-20 से ज्यादा भी ट्रेड करते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग को हम डे ट्रेडिंग भी कहते हैं। इसका मतलब यह है कि ट्रेडर एक ही दिन में शेयर खरीद लेता
है और उसी दिन में अपने शेयर को फायदे या नुकसान में बेच देता है। आसान शब्दों में कहें तो एक ट्रेडर 1 दिन में समान खरीदता है और उसी दिन में अपना सामान बेच देता है।
इसे कहते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग। इंट्राडे ट्रेडिंग का मकसद अचानक आई उछाल या गिरावट का लाभ उठाना होता है जिससे ट्रेडर समय रहते ही Trading क्या है और यह कितने प्रकार की होती है मुनाफा कमा सके।
इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर हर बार लाभ ही कमाए ऐसा संभव नहीं है ट्रेडर को इसमें नुकसान भी हो सकता है।
ट्रेडिंग में सबसे मुश्किल इंट्राडे ट्रेडिंग होती है इसलिए इसको अच्छी तरह स्टॉक मार्केट सीखने के बाद ही करना शुरू करना चाहिए।
स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
स्विंग ट्रेडिंग में अक्सर ट्रेडर शेयर को 1 हफ्ते से लेकर 4 हफ्तों तक अपने पास रखता है और फिर इन शेयर को सेल कर देता है। स्विंग ट्रेडिंग का मुख्य लक्ष्य कुछ सप्ताह में शेयर के दाम में आने वाले Swing का लाभ उठाकर जल्द से जल्द लाभ कमाना होता है। इसी को ही स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं। इस बात का ध्यान रहे कि इसमें जोखिम भी होता है
पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)
पोजीशन ट्रेडिंग से तात्पर्य है कि इसमें ट्रेडर शेयर खरीदता है और इन शेयरों को लंबे समय के लिए अपने पास
रखता है। ऐसा करने के लिए हर एक ट्रेडर को शेयर अपने पास रखने के लिए शेयर की डिलीवरी अपने डीमैट अकाउंट में लेनी Trading क्या है और यह कितने प्रकार की होती है पड़ती है।
ट्रेडर ने जितने शेयर जिस दाम में खरीदे हैं इन शेयरों का मूल्य ब्रोकर को देना पड़ता है ऐसा करने से
उसको डीमैट अकाउंट में सभी शेयर मिल जाते हैं। इसके बाद वह कभी भी अपने शेयर को बेचकर पैसे जुटा
सकता है।
लेकिन इसमें रिस्क भी होता है। क्योंकि अक्सर हम देखते हैं कि शेयर बाजार में किसी अच्छी या बुरी खबर के कारण आने वाले दिनों में बाजार कुछ बहुत ज्यादा ऊपर या बहुत ज्यादा नीचे खुलता हैं। उदाहरण के तौर पर 2020 में स्टॉक मार्केट कोरोना वायरस की वजह से बहुत बुरी तरह से गिरा था।
अक्सर लोगों के मन में आता है कि क्या ट्रेडिंग से रेगुलर इनकम कमाई जा सकती है या नहीं। ऐसा सवाल हर इंसान के मन में आता है तो आइए हम आपको आसान शब्दों में इसकी जानकारी देते हैं।
हर एक इंसान के लिए ट्रेडिंग के जरिए पैसे कमाना संभव है पर यह आसान नहीं होता है क्योंकि जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि अगर कोई व्यक्ति शेयर के मूल्य की हर एक छोटी मूवमेंट से अच्छा पैसा कमाना चाहता है तो उसके लिए ज्यादा से ज्यादा शेयर लेने आवश्यक हैं और इसके लिए पैसों की जरूरत बहुत ज्यादा होगी।
पैसों के साथ-साथ हर एक व्यक्ति को जो कि इसमें पैसे लगाते हैं उनको TECHNICAL ANALYSIS की जानकारी होनी भी जरूरी है। तभी हम प्राइस के पैटर्न को समझ सकेंगे और वक्त आने पर शेयर को बेच और खरीद सकेंगे।
ट्रेडिंग में सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है कि लगातार अपनी गलतियों से सीखना क्योंकि जितना ही हम
सीखेंगे उतना हमारा तजुर्बा बढ़ेगा जिससे कि हम Successful Trader ट्रेडर बन सकेंगे। अपनी गलतियों से सीखना और उससे आगे बढ़ना ही सक्सेसफुल ट्रेडर की पहचान होती है।
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलते हैं?
ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले हमें स्टॉक ब्रोकर के पास जाना पड़ेगा। स्टॉक ब्रोकर हमारा ट्रेडिंग अकाउंट आसानी से खोल सकता है। आज के समय में ट्रेडिंग अकाउंट कर बैठे ऑनलाइन खोला जा सकता है।
नीचे हमने मशहूर स्टॉक ब्रोकर के लिंक दिए हैं जिन पर क्लिक करके आप अपना डिमैट अकाउंट घर से ही 15 मिनट में खोल सकते हैं।
भारत के मशहूर स्टॉक ब्रोकर:
फिर इसके बाद शेयर को बेचने और खरीदने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे जमा करवाने जरूरी है जिसके लिए हमें ट्रेडिंग अकाउंट के साथ अपना एक बैंक अकाउंट भी लिंक करवाना जरूरी है। क्योंकि अगर हम कभी पैसों की जरूरत हो तो हम ट्रेडिंग अकाउंट में से बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा सकें।
यह जरूरी नहीं है कि हम अपना कोई नया बैंक अकाउंट ही खुलवाएं बैंक में अगर हमारे पास अपना कोई पुराना खाता भी है तो हम उसको भी लिंक करवा सकते हैं। इससे हमारे शेयर का जो Dividend होगा उसके हकदार हम होंगे और उसकी राशि हमारे इसी बैंक अकाउंट में जाएगी।
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?
ट्रेडर या इन्वेस्टर के साथ स्टॉक एक्सचेंज को जोड़ने का काम स्टॉक ब्रोकर करता है। स्टॉक ब्रोकर हमारे स्टॉक
एक्सचेंज के बीच एक कनेक्शन का काम करता है।
Trading अकाउंट खोलने के लिए जो जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए होते हैं वह नीचे लिखे हैं:
ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग कैसे सीखे 2023 में | Trading Kya Hai
Trader Kaise Bane : आज बहुत से युवा Share Market और Trading में अपनी दिलचस्वी दिखा रहे है और बहुत से युवा को शेयर मार्किट और ट्रेडिंग में अपना करियर भी बनाने में दिलचस्वी दिखा रहे है, वैसे में बात आती है ट्रेडिंग के प्रॉपर जानकारी की आज के इस लेख में हम यही जानेंगे की शेयर मार्किट और ट्रेडिंग में अपना करियर कैसे बनाये
बहुत से युवा को इस क्षेत्र के बारे में जानकारी ही नहीं है एक रिपोर्ट अनुसार इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले की काफी कमी है ट्रेडिंग बहुत से लोगो को लगता है यह एक गेमलिंग है, जुआ है इसमें पैसा लगाने पर डूब जाते है अगर आप अपने घर में अपना पापा, मम्मी या किसी अन्य व्यक्ति से ट्रेडिंग के बारे में पूछते है तो आपको यही सलाह देते है ट्रेडिंग एक जुआ है इसमें अच्छा तुम अपना पैसा FD में इन्वेस्ट करो इसमें कोई रिस्क नहीं है पर उनको कौन समझाए ,FD तो बस एक पानी का बून्द है और ट्रेडिंग समुन्द्र जहां जितना चाहो उतना पैसा कमा सकते हो लेकिन प्रॉपर स्किल के साथ तो चलिए में आज आपको Trading Kya Hai से जुडी पूरी जानकारी देता हूँ की Trading Kaise Sikhe, Professional Trader Kaise Bane, ट्रेडिंग से कैसे लॉन्ग टर्म तक पैसे कमाए, ट्रेडिंग के लिए बेस्ट कोर्स कौन से है, ट्रेडिंग बुक और ऐसे ही बहुत सारे जानकारी आज के इस लेख में आप जानेंगे तो चलिए बिना देर किये शुरू करते है
Table of Contents
ट्रेडिंग क्या है? (Trading Kya Hai)
ट्रेडिंग को आसान शब्दों में कहे तो किसी प्रोडक्ट या सेवा को कम दाम में खरीदना और उच्च दाम पर बेंच देना ट्रेडिंग कहलाता है, ट्रेडिंग का मतलब किसी स्टॉक Trading क्या है और यह कितने प्रकार की होती है की खरीदना और बेंचना भी ट्रेडिंग कहलाता है ट्रेडिंग का मुख्य मकशद कम दाम में खरीदना और उच्च दाम पर बेंच देना
ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading in Hindi)
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को मुख्य चार भागो में विभाजित किया गया है
- स्कल्पिंग ट्रेडिंग
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
- पोसिशनल ट्रेडिंग
स्कल्पिंग ट्रेडिंग : वह ट्रेड जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए ट्रेड किया जाता है इस टाइप की ट्रेडिंग काफी रिस्की होती है इस ट्रेडिंग को करने के लिए काफी एकग्रता की आवश्यकता है इस ट्रेड को अधिकतर प्रोफेशनल ट्रेडर ही ट्रेड करते है
इंट्राडे ट्रेडिंग : यह टाइप ट्रेडिंग एक दिन के लिए किया जाता है अर्थात वह ट्रेडर जो मार्किट खुलने के बाद ट्रेड करते है और मार्किट क्लोज होने से पहले बंद करते है इस तरह के ट्रेडिंग में रिस्क काम होता है.
ट्रेडिंग करने वाले व्यक्ति ट्रेडर कहलाते है ट्रेडिंग करने के लिए मार्किट 9:15 के खुलने के बाद मार्किट 3:30 होने तक बंद हो जाता है इस तरह के ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग भी कहा जाता है.
स्विंग ट्रेडिंग : वैसे ट्रेडर जो कुछ समय के लिए नहीं कुछ दिन के लिए ट्रेड करते है वैसी ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है, इस टाइप के Trading क्या है और यह कितने प्रकार की होती है ट्रेडिंग उनलोगो ले किये है वो जॉब करते है, स्टूडेंट है
पोस्टशनल ट्रेडिंग : वह ट्रेड जो कुछ समय, कुछ घंटे या कुछ दिन के लिए नहीं कुछ महीने के लिए ताड़े किया जाता है, इस तरह के ट्रेडिंग लॉन्ग टर्म को कैप्चर करने के लिए जाता है इस ट्रेड में अन्य के तुलना काफी कम रिस्क होता है.
ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी (Trading Meaning in Hindi)
ट्रेडिंग का मतलब हिंदी में व्यपार होता है आसान शब्दों में ट्रेडिंग खरीदने और बेंचने का व्यपार
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और इसमें अपना करियर कैसे बनाए
ट्रेडर कैसे बने (Trader Kaise Bane)
ट्रेडर बनने के लिए पहले आपके पास बेसिक स्किल होना अति आवश्यक है जैसे शेयर मार्किट क्या है? और शेयर मार्किट में कैसे इन्वेस्ट किया जाता है उसके बाद ट्रेडिंग क बारे में भी कुछ जानकारी होनी चाहिए जैसे ट्रेडिंग त्रादंग कितने प्रकार के होते है और ट्रेड कैसे किया जाता है.
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास पहले एक डीमैट अकाउंट होना अतिआवश्यक है जिस प्रकार बैंक में पैसा जमा निकाशी के लिए सेविंग और करंट अकाउंट खुलवाते है उसी प्रकार शेयर मार्किट में निवेश और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट क आवश्यकता होती है.
डीमैट खाता आप अपने घर से बस 5 मिनट में अपना अकाउंट बना सकते है ऐसे बहुत सरे मार्किट में ब्रोकर है जो डीमैट खाता खोलते है जैसे उपस्टेक्स, एंजेल वन , ग्रो और बहुत सारे
अगर अपने अभी तक अपना डीमैट खाता नहीं खोला है तो आप Upstox में अपना अकाउंट बना सकते है इसकी सर्विस काफी अच्छी होने के साथ इसका इंटरफ़ेस इंटरफ़ेस यूजर फ्रेंडली है इसका इस्तेमाल में करीब 5 साल से कर रहा हूँ.
उसके बाद आप ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते है
ट्रेडिंग कैसे सीखे (Trading Kaise Sikhe)
ट्रेडिंग सिखने के लिए आज बहूत सारे तरीके है आप ट्रेडिंग घर बैठे ऑनलाइन सिख सकते है आज ऐसे भूत सरे प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम से आप ट्रेडिंग सिख सकते है
यूट्यूब : आज ऐसे हजारो चैनल है जो फ्री में ट्रेडिंग सिखाते है लेकिन में आपको निचे पांच ऐसे चैनल के नाम बता रहा हूँ जिसमे मेने भी बहुत कुछ सिका और आप भी सिख सकते है
01 | Vivek Bajaj |
02 | Neeraj Joshi |
03 | Fin Baba |
04 | Puskar Raj Thakur |
अगर आप ट्रेडिंग की शुरुवात करना चाहते है तो आप Upstox में अपना अकाउंट बना सकते है इसका इस्तेमाल में पिछले 5 साल से कर रहा हूँ
What is Stock Trading and types of trading ? स्टॉक ट्रेडिंग क्या है ओर कितने प्रकार कि होती है ?
आज हम ट्रेडिंग के बारे में जान ने वाले है । दोस्तो आप अगर शेयर मार्केट में नये हो तो आपको इस कन्सेप्ट को समझना बहुत जरुरी है। क्यू कि शेयर मार्केट में हम नये होते है कुछ समझ में नहीं आता क्या करना है। ऐसें वक्त में हमे शेयर मार्केट कि एक एक concept को समझना जरुरी होता है उसके सीवा हम आगे बड नहीं सकते ओर यह समझना भी जरुरी हि है । दोस्तो अगर हमे बेसिक कन्सेप्ट के बारे में हि पता नहीं होगा तो हम आगे काम कैसे करेंगे ओर शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमा सकते है इसलीये इन कन्सेप्ट को समझना चाहीए।
What is Stock Trading and types of trading ? |
शेयर / स्टॉक ट्रेडिंग क्या है ?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना यांनी किसी कंपनी के शेयर को कम किंमत पर खरीदना ओर उसका भाव यांनी किंमत बड ने पर बेच देना इससे जो लाभ होता हे उसे मूनाफा कहते है, लेकिन कही बार शेयर कि किंमत घट जाती है तो नुकसान भी हो सकता है । इसके लिए हमें उस कंपनी के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहीए उस पर रिसर्च किया होणा चाहिए।
यह उसी प्रकार है जैसे हम किसी चीज का व्यापार या धंदा करते है जीसमे कम टाइम में हमे वह चीज को बेच ना होता है जेसें मंडी मार्केट में हम सुबह कोई सब्जी 10 रु kg के भाव से बेचने के लिए लेते है ओर शाम तक उसे 20 रु kg के हिसाब से बेच देते है जिससे हमे मूनाफा हो जाता है । लेकिन कही बार सब्जी अगर बेची नहीं गयी तो हमे नुकसान भी उठाना पडता है । उसी प्रकार शेयर ट्रेडिंग भी होती है। शेयर ट्रेडिंग में भी कही सारे प्रकार कि ट्रेडिंग होती है उन्हे हम आगे समझ लेते है ।
ट्रेडिंग के प्रकार :
1 ) Intraday Trading
( इंट्राडे ट्रेडिंग):
Intraday trading यांनी मान लो हमने आज किसी कंपनी के शेयर को खरीदा ओर मार्केट बंद होणे से पहले उसे बेच दिया इसे intraday trading कहा जाता है। इस तरह के ट्रेडिंग के प्रकार में आपको उसी दिन शेयर को बेच ना होता है । फिर चाहे आपको प्रॉफिट हो या लॉस हमे उसी दिन अपनी position को बंद करना होता है , इस ट्रेडिंग के प्रकार में रिस्क बहुत जादा होता है ओर प्रॉफिट भी ज्यादा कमा सकते है । यह ट्रेडिंग उन्हे हि करणी चाहीए जिनोने शेयर मार्केट को अच्छे से समझ लिया हो या फिर किसी के गाईडन्स में यांनी जो व्यक्ती को इसका अच्छा अनुभव हो उनसे आप सिख सकते हो । intraday में हमे ब्रोकर कि ओर से मार्जिन money कि facility भी मिलती है । यांनी हम हमारे कॅपिटल से ज्यादा शेयर खरीद सकते है। जेसें अगर हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में 10 हजार रु है ओर हमे 3× मार्जिन मिल रही है तो हम 30 हजार किंमत के शेयर खरीद सकते है यह अलग अलग ब्रोकर कि कम जादा हो सकती है। लेकिन मार्जिन मनी का फायदा ओर नुकसान दोनो है । इसे आपको समझना होगा । अगर आपको मार्केट के उतार चढाव के बारे में अच्छे से जानकारी हो तभी आप यह facility ले ।
2 ) Swing Trading
( स्विंग ट्रेडिंग ) ;
इस प्रकार कि ट्रेडिंग कुछ दिन या कुछ हफ्ते के लिए कि जाती है जो कि intrday जेसे हि होती है लेकिन इसमें आपको उसी दिन शेयर को बेचना नहीं होता है । हम कुछ दिनो या हफ्तो के लिये position होल्ड कर सकते है ओर मूनाफा होणे के बाद बाहर निकाल सकते है । यह ट्रेडिंग बहुत हि पॉप्युलर type है। यह ट्रेडिंग पार्ट टाइम ट्रेडर के लिए बहुत हि फायदेमंद है क्यू कि वह intraday trading जेसे मार्केट पुरे दिन watch नहीं कर सकते है । यह ट्रेडिंग के प्रकार में हम हमारे प्रॉफिट टार्गेट सेट कर सकते है, achive होणे पर हम exit हो सकते है । स्विंग ट्रेडिंग में हमे अच्छे रिटर्न मिलने के चान्स ज्यादा होते है ओर रिस्क कम होती है । इस ट्रेडिंग को ट्रेडिंग किंग भी कहते है ।
3) Short Term Trading :
( शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग ) :
Short Term Trading इस ट्रेडिंग का नाम हि हमे इसके बारे में बता देता है कि यह ट्रेडिंग type में कुछ weeks से लेकर कुछ months तक हम हमारा ट्रेंड ऍक्टिव्ह रख ते है ओर जेसे हि हमे हमारे शेयर का टार्गेट price मिल जाता है तो हम ट्रेंड को close कर देते है। यह ट्रेडिंग भी बहुत पॉप्युलर है ।बस आपको किसी भी शेयर में यह ट्रेडिंग करणी हो तो आपको उस शेयर कि काफी रिसर्च करणी होती है । तब जाकर आप अच्छे से प्रॉफिट बना सकते हो ।
4 ) Long Term Trading
( लोन्ग टर्म ट्रेडिंग ) :
Long Term Trading भी एक अच्छा option है जीसमे कुछ माहिनो से लेकर कुछ साल तक हम ट्रेड ले सकते है । ओर टार्गेट Achive होणे पर हम position exit कर देते है । इसमें हमे daily के मार्केट उतार चढाव पर नजर नहीं रखनी होती है । यह एक बेस्ट option है जिनके पास कम टाइम है ओर वह रोजाना मार्केट को watch नहीं कर सकते । इसमें रिस्क ज्यादा नहीं होता है,ओर कही बार अगर कंपनी अगर डिवीडेन्ट ओर बोनस प्रदान करती है तो उसका भी लाभ हमे मिल जाता है ।
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