2022 और 2023 में क्रिप्टो माइनिंग कैसे करें एक संपूर्ण गाइड।How we can do the Mining in crypto currencies in 2022 and 2023.A Complete Guide.
खनन एक ऐसा उद्योग है जिसने पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त विकास का अनुभव किया है। कई खनन स्थल हैं जो आज दुनिया भर में काम कर रहे हैं। खनन उद्योग का विकास इतना अधिक है कि कई देश इसकी वजह से आर्थिक उछाल का अनुभव कर रहे हैं।
Table of Contents
भविष्य में माइनिंग
भविष्य में खनन मुख्य रूप से क्वांटम कंप्यूटर के उपयोग के माध्यम से किया जाएगा। क्वांटम कंप्यूटर अभी तक उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन तकनीक लगातार बदल रही है और सुधार कर रही क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 है। संभव है कि भविष्य में क्वांटम कंप्यूटर खनन करने में सक्षम हों। हालांकि, यह भी संभव है कि क्वांटम कंप्यूटर के जरिए खनन नहीं किया जाएगा। भविष्य में खनन की एक अन्य विधि को “पोस्ट-क्वांटम क्रिप्टोग्राफी” कहा जाता है, जहां शास्त्रीय कंप्यूटर का उपयोग करके एन्क्रिप्शन नहीं किया जाता है। इसका मतलब है कि इसे हैक करना मुश्किल होगा।
माइनिंग का अर्थशास्त्र
खनन का अर्थशास्त्र 2022 और 2023 में क्रिप्टो खनन कैसे करना है, यह समझने के लिए महत्वपूर्ण है। खनन ब्लॉकचैन में लेनदेन क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 रिकॉर्ड जोड़ने की प्रक्रिया है, जो सभी क्रिप्टोकुरेंसी लेनदेन का सार्वजनिक खाता है। एक “काम का सबूत” लेनदेन का एक ब्लॉक है जिसे ब्लॉकचैन में सत्यापित और संग्रहीत किया जाना चाहिए। जब कोई ब्लॉक मिलता है, तो खनिक को एक निश्चित मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी से पुरस्कृत किया जाता है। समय बीतने के साथ इनाम कम हो जाता है, जिससे खनन कम और कम लाभदायक हो जाता है।
माइनिंग व्यवसाय कैसे शुरू करें
क्रिप्टो खनन व्यवसाय शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका खनन सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना है। आप एक खनन सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं जो उपयोग करने के लिए स्वतंत्र है या आप प्रीमियम खनन सॉफ्टवेयर के लिए भुगतान कर सकते हैं। यदि क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 आप एक खनन सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना चुनते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास खनन रिग के प्रकार के अनुकूल एक को चुनना है। यदि आपके पास एक खनन उपकरण है जो ग्राफिक्स कार्ड का उपयोग करता है, तो आपको एक खनन सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना चाहिए जो ग्राफिक्स कार्ड के साथ संगत हो। यदि आपके पास एक खनन उपकरण है जो सीपीयू का उपयोग करता है, तो आपको एक खनन सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना चाहिए जो सीपीयू के साथ संगत हो। आपको यह भी तय करना चाहिए कि आप किस प्रकार की क्रिप्टो माइनिंग करना चाहते हैं। क्या आप क्रिप्टो सिक्कों को माइन करना चाहते हैं जिन्हें नकदी के लिए स्वैप किया जा सकता है? या क्या आप उन क्रिप्टो सिक्कों को माइन करना चाहते हैं जिनका दीर्घकालिक मूल्य है? यह तय करना भी महत्वपूर्ण है कि आप अपने खनन उपकरण पर क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 कितना खर्च करना चाहते हैं। बेहतर होगा कि आप एक बजट निर्धारित करें और उस पर टिके रहें।
निष्कर्ष
इस लेख में, हम देखेंगे कि 2022 और 2023 में क्रिप्टोकरेंसी को कैसे माइन किया जाए। माइनिंग के कई तरीके हैं, और यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या होगा। क्रिप्टो खनन करने के कई तरीके हैं, और यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या काम करेगा। क्रिप्टोकुरेंसी को माइन करने का सबसे अच्छा तरीका जीपीयू का उपयोग करना है। यह एक विशेष प्रकार की कंप्यूटर चिप है जिसे क्रिप्टोकरेंसी माइन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ऐसे कंप्यूटर का उपयोग करना भी महत्वपूर्ण है जो क्रिप्टो माइन करने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली हो। क्रिप्टोकरेंसी कमाने का एकमात्र तरीका खनन नहीं है, बल्कि यह बहुत प्रभावी है। मेरे लिए इसमें लंबा समय लग सकता है, लेकिन पुरस्कार बहुत अच्छे हो सकते हैं। आप अपने कंप्यूटर के CPU का उपयोग करके भी क्रिप्टोकरेंसी को माइन कर सकते हैं। यदि आपके पास पर्याप्त शक्तिशाली GPU नहीं है, तो आपको ऐसा करने की आवश्यकता होगी। यह अभी भी एक अच्छा विकल्प है, लेकिन यह GPU के साथ खनन की तुलना में बहुत धीमा और कम प्रभावी होगा। आप अपने फोन का उपयोग करके भी मेरा कर सकते हैं। कुछ ऐप हैं जिनका उपयोग आप अपने फोन पर क्रिप्टोकरेंसी माइन करने के लिए कर सकते हैं, लेकिन यह सबसे अच्छा विकल्प नहीं है। क्रिप्टोकुरेंसी को माइन करने का सबसे अच्छा तरीका जीपीयू का उपयोग करना है। ये है
2022 और 2023 में क्रिप्टो माइनिंग कैसे करें। एक संपूर्ण गाइड।How we can do the Mining in crypto currencies in 2022 and 2023.A Complete Guide.
डिजिटल रुपए की दिशा में तेजी से हो रहा है काम, रिजर्व बैंक ने बताया कब तक इसे लॉन्च किया जा सकता है
रिजर्व बैंक डिजिटल रूपी की दिशा में तेजी से काम कर रहा है. माना जा रहा है कि इसे साल 2023 के शुरू में लॉन्च किया जाएगा. बता दें कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी प्राइवेट डिजिटल करेंसी या क्रिप्टोकरेंसी की तरह नहीं है.
भारतीय रिजर्व बैंक थोक और खुदरा क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (Central Bank Digital Currency) के क्रियान्वयन को लेकर काम कर रहा है. केंद्रीय बैंक (Reserve Bank of India) के कार्यकारी निदेशक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) अजय कुमार चौधरी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में सीबीडीसी पेश किये जाने की घोषणा की थी. इसके लिये वित्त विधेयक (Finance Bill) पारित होने के साथ आरबीआई कानून, 1934 में संबंधित धारा में जरूरी संशोधन किये गये. चौधरी ने कहा कि वित्त विधेयक के पारित होने के साथ रिजर्व बैंक पायलट आधार पर सीबीडीसी का क्रियान्वयन करने की स्थिति में आ गया है. उद्योग मंडल फिक्की के पीआईसीयूपी फिनटेक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आरबीआई थोक और खुदरा खंड में केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा के चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वयन की दिशा में काम कर रहा है.
सीबीडीसी डिजिटल मुद्रा (Digital rupees) है. हालांकि, इसकी निजी डिजिटल मुद्रा या क्रिप्टोकरेंसी से तुलना नहीं की जा सकती, जो पिछले एक दशक में तेजी से बढ़ी है. निजी डिजिटल मुद्रा का कोई जारीकर्ता नहीं है और किसी व्यक्ति के ऋण या देनदारियों का प्रतिनिधित्व नहीं करती है.
2023 के शुरू में हो सकता है लॉन्च
देश की आधिकारिक डिजिटल मुद्रा 2023 की शुरुआत में पेश किये जाने की संभावना है. यह वर्तमान में उपलब्ध निजी कंपनी द्वारा संचालित इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट की तरह होगी. सीबीडीसी सरकार समर्थित डिजिटल मुद्रा होगी. तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल भुगतान क्षेत्र में वित्तीय प्रौद्योगिकी की भूमिका पर अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने नवोन्मेष को बढ़ावा दिया है और उसकी फिनटेक की तरफ से पेश किये जाने वाले नये-नये उत्पादों और सेवाओं क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 से जुड़े लाभ और जोखिम पर कड़ी नजर है.
रिजर्व बैंक जल्दबाजी में नहीं है
बजट घोषणा के बाद ही गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी लॉन्च करने को लेकर जल्दबाजी में नहीं है. उन्होंने प्राइवेट डिजिटल करेंसी का विरोध करते हुए कहा था कि CBDC का वर्तमान फाइनेंशियल सिस्टम पर किसी तरह का असर नहीं होना चाहिए. यह उसे सपोर्ट करने वाला होना चाहिए.
प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के काट के रूप में RBI डिजिटल रुपया उतारेगा
डिजिटल रूपी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC भी कह सकते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के काट के रूप में रिजर्व बैंक डिजिटल रूपी को लॉन्च कर रहा है. यह समझना जरूरी है कि डिजिटल रूपी एक डिजिटल करेंसी जरूर है, लेकिन यह क्रिप्टोकरेंसी नहीं है.
RBI Digital Currency: देश में जल्द शुरू होगी डिजिटल करेंसी, क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 थोक और खुदरा क्षेत्रों के लिए चरणबद्ध तरीके से हो रहा है काम
RBI Digital Currency सरकार से क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने के साथ ही आरबीआइ अपनी डिजिटल करेंसी को जल्द से जल्द बाजार में उतारने की तैयार में है। उम्मीद की जा रही है कि 2023 में इसकी शुरुआत हो जाएगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा योजना (Central Bank Digital Currency) को चरणबद्ध तरीके से थोक और खुदरा क्षेत्र में लागू करने की प्रक्रिया में है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के कार्यकारी निदेशक (फिनटेक) अजय कुमार चौधरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 में सीबीडीसी (CBDC) को शुरु करने की घोषणा की गई थी। वित्त विधेयक 2022 में इसके लिए आरबीआई अधिनियम, 1934 के जरूरी भागों में आवश्यक संशोधन का प्रस्ताव किया गया है।
अजय कुमार चौधरी ने कहा कि यह विधेयक के पारित होने से आरबीआइ पहले एक पायलट प्रोजेक्ट और बाद में सीबीडीसी (CBDC) जारी करने में सक्षम हुआ है। चौधरी ने फिक्की द्वारा आयोजित 'पिकप फिनटेक कॉन्फ्रेंस एंड अवार्ड्स' में बोलते हुए कहा, "RBI थोक और खुदरा दोनों क्षेत्रों में एक केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) के चरणबद्ध कार्यान्वयन पर काम कर रहा है।" भारत की आधिकारिक डिजिटल मुद्रा 2023 की शुरुआत में शुरू होने की संभावना है। यह किसी निजी कंपनी द्वारा संचालित क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट में से किसी एक से जुड़ेगी। आरबीआइ की योजना के अनुसार, CBDC एक ऐसी डिजिटल मुद्रा होगी, जो हर जगह स्वीकार्य होगी।
तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल भुगतान क्षेत्र में फिनटेक की भूमिका पर बात करते हुए अजय कुमार चौधरी ने कहा कि आरबीआई ने नए-नए तरीकों को बढ़ावा दिया है और यह फिनटेक द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं से जुड़े लाभ और जोखिम पर कड़ी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि देश में फिनटेक अपनाने में आई तेजी के चलते रिजर्व बैंक ने 2014 में पेमेंट बैंक, 2016 में अकाउंट एग्रीगेटर, 2017 में प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, 2017 में पीयर-टू-पीयर लेंडिंग और 2018 में इनवॉइस डिस्काउंटिंग के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। फिनटेक ने पहले ही देश में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) की शुरुआत के साथ डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली है। आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस साल अब तक के यूपीआई लेन-देन में 323 बैंकों की भागीदारी देखी गई है और इसमें 130 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के 5.9 अरब मासिक लेन-देन दर्ज किए गए हैं।
क्या है सीबीडीसी
CBDC एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है, लेकिन इसकी तुलना आभासी मुद्राओं या क्रिप्टोकरेंसी से नहीं की जा सकती है, जो पिछले एक दशक में बढ़ी है। निजी आभासी मुद्राएं किसी व्यक्ति के ऋण या देनदारियों के बारे में कोई जानकारी नहीं क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 देतीं, क्योंकि इन्हें जारी करने वाला कोई निश्चित व्यक्ति नहीं होता है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास बोले- निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा अगला वित्तीय संकट
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है और व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करता है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास बोले- निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा अगला वित्तीय संकट
Highlights गवर्नर ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है और व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करता है। क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 उन्होंने कहा कि अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा। उनका अभी भी मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को चेतावनी दी कि अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा और उनका अभी भी मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। देश के केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने ये भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है और व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करता है।
बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट समिट में दास ने कहा कि किसी भी अन्य संपत्ति या किसी अन्य उत्पाद के विपरीत क्रिप्टोकरेंसी के बारे में हमारी मुख्य चिंता ये है कि इसमें किसी भी तरह की रेखा नहीं है। दास ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी सिस्टम को तोड़ने के लिए सिस्टम को बायपास करने के लिए अपनी उत्पत्ति का श्रेय देते हैं क्योंकि वे केंद्रीय बैंक की मुद्रा में विश्वास नहीं करते हैं या वित्तीय दुनिया को विनियमित नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि वे सिस्टम को बायपास और हरा देना चाहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी में कोई रेखांकन नहीं होता है। यह 100 फीसदी सट्टा गतिविधि है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दोहराया कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए क्योंकि अगर इसे बढ़ने दिया गया तो मेरे शब्दों को चिन्हित करें, अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा।
दास ने आगे यूपीआई और सीबीडीसी के बीच अंतर के बारे में बात की। उन्होंने डिजिटल करेंसी के महत्व के बारे में भी बताया। दास ने जोर देकर कहा कि यूपीआई एक भुगतान प्रणाली है जबकि सीबीडीसी स्वयं एक मुद्रा है। यूपी में बैंकों की मध्यस्थता शामिल है लेकिन सीबीडीसी मुद्रा नोटों की तरह है। उन्होंने ये भी कहा कि उत्तरार्द्ध में एक स्वचालित स्वीप-इन और स्वीप-आउट सुविधा है, जिसका अर्थ है कि 24 घंटे में उपयोगकर्ता उपयोग नहीं किए जाने पर सीबीडीसी को अपने बैंक खाते में वापस रख सकते हैं।
2023 Latest news:- cryptocurrency में निवेश करने से पहले जाने कुछ महत्वपूर्ण बाते
investing tips :- क्रिप्टो मे इंन्वेस्ट करने सबसे पहले यह जान ले। की बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वालो की संख्या पूरी दुनिया में काफी तेजी बढ़ रही है। और यह संख्या में सबसे ज्यादा इन्वेस्टर, युवा वर्ग की केटेगरी है।
जो जयादा संख्या में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे है। हलाकि कुछ ऐसे इन्वेस्टर है, जो की बिना कुछ सोचे समझे क्रिप्टो में इन्वेस्ट कर देते है। इसी के लिए आज हम latest news:- cryptocurrency में निवेश करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातो के बारे में जानेगे।
पोर्टफोलियो- सबसे पहले क्रिप्टो इन्वेस्टर को यह जान लेना जरुरी है, कि उन्हें अपने पोर्टफोलियो में कितना क्रिप्टो रखना चाहिए। काफी बड़े इन्वेस्टरो और एक्सपर्ट ने सुझाव दिया है, की क्रिप्टो अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो का एक हिस्सा अधिकतम 5-10 फीसदी ही रखना चाहिए।
क्रिप्टो एक्सपर्ट ने सलाह दी है, की क्रिप्टो इन्वेस्टर उतना ही इन्वेस्ट करे जितना की पैसे डूबने पर उनकी आर्थिक स्थिति पर कोई प्रभाव ना पढ़े।
एक्सपर्ट्स ने कहना है, कि क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने पर स्थिति सरकारी नीति आने के बाद और भी स्पष्ट हो जाएगी। भारत की मोदी सरकार शीतकालीन सत्र में ही क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बिल लाने वाली थी।
लेकिन ऐसा नही हुआ। और अब क्रिप्टोकरेंसी व क्रिप्टो एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए सरकार आगामी बजट सत्र 2022 में फरवरी के महीने में बिल ला सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल Keep these things in mind before investing in cryptocurrencies
क्रिप्टो एक्सपर्ट के मुताबिक क्रिप्टो में पहली बार इन्वेस्ट करते समय ब्लू चिप क्रिप्टो एसेट्स पर विशेष विचार करना चाहिए। क्योकि इनका मार्केट कैप अधिक होता है। यानी कि जब निवेशक जब भी अपनी क्रिप्टो होल्डिंग की बिक्री करेंगे, तो उन्हें आसानी से इसके ग्राहक मिल जाएंगे।
- क्रिप्टो इन्वेस्टर को रेडिट, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया और अन्य इंफ्लूएंशर की सलाह के आधार पर क्रिप्टो की खरीद-बिक्री से जुड़ा फैसला नहीं लेना चाहिए। जिसके फलस्वरूप किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी ना हो।
- क्रिप्टो में निवेश करने से पहले इसका जवाब खोजना चाहिए कि क्रिप्टो में निवेश क्यों करना है, अगर तुरंत मुनाफे के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो काफी नुकसान उठाना पड सकता है।
- एक्सपर्ट के अनुसार निवेशकों को क्रिप्टो में लंबे समय के लिए निवेश की सलाह देते हैं, क्रिप्टो के एक्सपर्ट ने शुरुआत के दिनों में 2-5 फीसदी पूंजी के साथ शुरुआत करने की सलाह दी है और फिर नियमित तौर पर निवेश करें।
- किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए भरोसेमंद एक्सचेंजर को ही चुनें। भरोसेमेंद एक्सचेंज जांच-परख करने के बाद ही अपने प्लेटफॉर्म पर किसी क्वाइन को लिस्ट करना चाहिए। जिससे निवेशकों का रिस्क कम होता है।
- क्रिप्टो के निवेशको को क्रिप्टो एसेट में उपलब्ध टोकन की सीमा को भी जरुर देखना चाहिए। जैसे कि बिटक्वाइन जैसी कई क्रिप्टो एसेट्स की सप्लाई लिमिटेड है, लेकिन Dogecoin और अन्य कई क्रिप्टोकरेंसी की अधिकतम सीमा नहीं है।
- क्रिप्टो में निवेश करने से पहले निवेशकों को क्वाइन सप्लाई के अलावा इसकी क्रेडिबिलिटी और इसके संस्थापकों पर भी विचार अवश्य करना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी को कहां होल्ड करें? Where to hold cryptocurrency?
अगर आप क्रिप्टो में लम्बे समय तक इन्वेस्ट करना चाहते है, तो अपने क्रिप्टो एसेट्स को स्टोर करने के लिए हार्डवेयर एसेट्स पर गौर करना चाहिए। और अगर आप शोर्ट (कम) समय के लिए और कम इन्वेस्ट करना चाहते है, तो एक भरोसेमेंद एक्सचेंज बेहतर विकल्प होगा।
अगर पोर्टफोलियो छोटा है, तो क्रिप्टो एसेट्स को एक्सचेंज वॉलेट से हार्डवेयर वॉलेट में ले जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इस ट्रांसफर में निश्चित फीस भी चुकानी होती है, हालांकि अगर क्रिप्टो में निवेश की गई पूंजी अधिक है। तो इसे ट्रांसफर करना बेहतर है, एक वॉलेट से दूसरे में ट्रांसफर के लिए ट्रांजैक्शन चार्ज फिक्स होता है।
भारत में क्रिप्टो का क्या है भविष्य? What is the future of crypto in India?
कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मौजूदा समय में क्रिप्टो मार्केट के भविष्य को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्रिप्टो के एक्सपर्ट के मुताबित क्रिप्टो लांग टर्म में क्रिप्टो और मजबूत हो सकता है।
हालांकि उन्होंने निवेशकों को अभी क्रिप्टो में एक साथ अधिक पूंजी के निवेश करने से बचने की सलाह दी है। क्योकि इसमें काफी रिस्क हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होने के कारण इसमें ज्यादा निवेश करना रिस्की हो सकता है, और एक्सपर्ट ने एसआईपी (सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान) जैसे विकल्पों पर भी गौर करने की सलाह दी है।
मीनल के मुताबिक एसआईपी के जरिए इन्वेस्ट से क्रिप्टो के भाव में भारी उतार-चढ़ाव से जुड़े रिस्क को भी कम करने में मदद मिलेगी।
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