Last updated on Nov 30, 2022
Nifty in Hindi: निफ्टी क्या है? – इसकी गणना कैसे होती शेयर बाजार संकेतक क्या है शेयर बाजार संकेतक क्या है है
निफ्टी क्या है?- इसकी गणना कैसे होती है? यदि आप इस सवाल का जवाब खोजते हुए, यहाँ आये है, तो आप बिल्कुल सही जगह आये है। इस article में हम सबने Nifty50 और National Stock Exchange से संबंधित सभी जानकारियों को समाहित किया है।
What is Nifty in Hindi?
निफ्टी क्या है?
NSE का full form National Stock Exchange of India है। निफ्टी में 50 कंपनियां शामिल होती है। इसकी शुरुआत नवंबर 1994 को हुयी थी। Nifty शब्द- National और Fifty से मिलकर बना है। यहाँ Fifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शामिल 50 कंपनियों के लिए है।
निफ्टी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक है
निफ्टी(Nifty) के बारें में जानने के पहले आपको शेयर बाजार क्या है तथा इसमें निवेश कैसे करते है, इस बात की जानकारी होनी चाहिए।
संक्षेप में :
Stock Market(शेयर शेयर बाजार संकेतक क्या है बाजार) :- शेयर बाजार में शेयरों की खरीद-बिक्री होती है।
Equity(शेयर) :- शेयर का अर्थ होता है हिस्सा, किसी कंपनी में लगने वाले पूंजी(capital) का हिस्सा।
भारत में दो सूचकांक है
निफ्टी की जानकारी?
Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 50 प्रमुख कंपनियों के शेयरों का सूचकांक है। यह National Stock Exchange में शामिल कंपनियों को Index करता है।
निफ्टी की गणना कैसे होती है?
How Nifty is calculated in Hindi
निफ्टी की गणना(Calculation of Nifty) सेंसेक्स के तरह ही Free-float Market Capitalisation के आधार पर की जाती है। Nifty की गणना करते वक्त सेंसेक्स की गणना में उपयोग किये जानेवाले पद्धति का ही इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन कुछ टर्म निफ्टी में बदल जाते है।
जो इस प्रकार है –
- Nifty की गणना करते वक्त आधार वर्ष(base year) 1995 और आधार वैल्यू(base value) 1000 का उपयोग किया जाता है।
- Nifty की गणना में देश के 12 अलग-अलग सेक्टर की शेयर बाजार संकेतक क्या है 50 सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली कंपनियों को चुना जाता है।
Market capitalisation तथा Free-float Market capitalisation क्या है
इन दोनों बातों को जानना आपके लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे संबंधित बातों को हमने पिछले आर्टिकल सेंसेक्स क्या है – आसानी से समझे में काफी अच्छे से बताया है, आप वहां इसके बारे में ज्यादा जानकारी हासिल कर सकते है।
Stock Market Today: सपाट बंद हुए बाजार; सेंसेक्स में 20 अंकों की तेजी, निफ्टी में मामूली बढ़त
- News18 हिंदी
- Last Updated : November 25, 2022, 15:55 IST
नई दिल्ली. कारोबार के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) का रुख सुस्त रहा और मुख्य सूचकांक निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) लगभग सपाट बंद हुए. शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 20.96 या 0.03 फीसदी चढ़कर 62,293.64 अंक पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 13.70 अंक या 0.074 फीसदी की बढ़त के साथ 18,497.80 अंक पर बंद हुआ.
बता दें कि शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ खुले लेकिन ग्लोबल मार्केट के दबाव में जल्द ही गिरावट दिखने लगी. निवेशकों ने आज कारोबार की शुरुआत तो पॉजिटिव सेंटिमेंट के साथ की थी, लेकिन दबाव में आकर खुद को मुनाफावसूली करने से रोक नहीं सके.
वैश्विक संकेतकों और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों से तय होगी शेयर बाजार की चाल
इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल वैश्विक संकेतकों, भू-राजनीतिक घटनाक्रमों और कोरोना वायरस के मामलों के रुख से तय होगी। विश्लेषकों का ऐसा मानना है। विश्लेषकों ने कहा कि निवेशक विनिर्माण व सेवा क्षेत्रों के खरीद प्रबंध सूचकांक (पीएमआई) से संबंधित आंकड़ों जैसे वृहद आर्थिक संकेतों पर भी नजर बनाये रखेंगे। ये आंकड़े इस सप्ताह जारी होने वाले हैं।
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी की कार्यकारी उपाध्यक्ष, कोष प्रबंधक एवं इक्विटी शोध प्रमुख शिवानी सरकार कुरियन ने कहा, "यहां से, भारत शेयर बाजार संकेतक क्या है के लिये स्थिति के सामान्य होने की गति तथा कोरोना वायरस संक्रमण के रुख से बाजार की दिशा तय होगी। चीन के साथ सीमा तनाव भी एक महत्वपूर्ण कारक रहेगा।’’
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कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों तथा वैश्विक स्तर पर आर्थिक वृद्धि दर के पूर्वानुमानों में कटौती को पीछे छोड़ते हुए पिछले कई कारोबारी सत्रों से बाजार चढ़ता आ रहा है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था काफी दिक्कतों में है। एजेंसी ने इस वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पांच प्रतिशत की गिरावट आने का भी अनुमान व्यक्त किया।
सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉकनोट के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी शेयर बाजार संकेतक क्या है अधिकारी (सीईओ) जिमीत मोदी ने कहा कि बाजार भारत व चीन के गतिरोध के साथ-साथ अमेरिका व चीन की व्यापार वार्ता की प्रगति से प्रभावित होगा। कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (पीसीजी रिसर्च) संजीव जरबादे ने कहा, "भू-राजनीतिक चिंताएं और कोविड-19 की दूसरी लहर की आशंकाएं निकट अवधि के लिये जोखिम बनी हुई हैं, जो निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर सकती हैं।"पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 439.54 अंक यानी 1.26 प्रतिशत बढ़ा।
भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता किसकी वजह से है -
(A) विदेशी फंडों का प्रवाह और बहिर्वाह
(B) विदेशी पूंजी बाजारों में उतार-चढ़ाव
(शेयर बाजार संकेतक क्या है C) मौद्रिक नीति में बदलाव
(D) उपर्युक्त में से कौन से कारण सही हैं?
Key Points
- भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता के कारण है
- विदेशी फंडों का प्रवाह और बहिर्वाह
- विदेशी पूंजी बाजारों में उतार-चढ़ाव
- मौद्रिक नीति में बदलाव
- अस्थिरता सूचकांक (VIX) बाजार की निकट भविष्य में अस्थिरता की उम्मीद का एक उपाय है।
- अस्थिरता को अक्सर "कीमतों में बदलाव की दर और परिमाण" के रूप में वर्णित किया जाता है और वित्त में अक्सर जोखिम के रूप में संदर्भित किया जाता है।
- यह एक उपाय है, जिसके द्वारा अंतर्निहित शेयर बाजार संकेतक क्या है सूचकांक के ऑर्डर बुक के आधार पर अंतर्निहित सूचकांक में उतार-चढ़ाव की उम्मीद की जाती है, (वार्षिक अस्थिरता के रूप में गणना की जाती है, प्रतिशत में अर्थात 20%)।
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