क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में गिरावट: खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
कुछ नकारात्मक खबरों से क्रिप्टो बाजार हाल में टूटा है. बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन समेत सारी डिजिटल करेंसी अपने शिखर स्तरों से बड़ी छूट के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. फिर भी आशंकाओं के कारण निवेशक क्रिप्टो मार्केट में अपनी रणनीति को लेकर संशय में हैं. आइए देखते हैं क्रिप्टो बाजार में स्ट्रेटेजी को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या है सलाह-
क्रिप्टो कीमतों में आई है भारी गिरावट:
पूरे क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का वैल्यूएशन बीते कुछ दिनों में काफी नीचे आया है. बिटकॉइन ने 14 अप्रैल को अपना 64,850 डॉलर का उच्चतम स्तर हासिल किया था. कॉइनमार्केटकैप वेबसाइट के अनुसार रविवार सुबह बिटकॉइन इस स्तर से करीब 42% नीचे रहकर 37,500 डॉलर के करीब व्यापार कर रहा है. बीते एक हफ्ते में ही इस क्रिप्टोकरेंसी के भाव में करीब 22% की बड़ी कमी आई है.
इथेरियम केवल आखिरी 7 दिनों में लगभग 40% टूटकर 2300 डॉलर के करीब ट्रेड कर रहा है. 12 मई को इथेरियम ने अपना 4,362 का शिखर स्तर बनाया था.
बाइनेंस कॉइन अब क्रिप्टो बाजार में मार्केट कैप के अनुसार तीसरे की जगह पांचवें स्थान पर आ गया है. 10 मई को 690 डॉलर का रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव अब 57% नीचे रहकर 300 डॉलर के करीब है. एक हफ्ते में बाइनेंस कॉइन 48% कमजोर हुआ है.
Dogecoin भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही हफ्ते भर में काफी गिरकर 35% नीचे आ गया है. अभी 0.34 डॉलर के करीब व्यापार कर रहा Dogecoin अपने 8 मई के शिखर स्तर से 53% नीचे है. अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी इसी तरह बड़े करेक्शन के साथ ट्रेड कर रहे हैं.
क्रिप्टोकरेंसीज में भयंकर गिरावट, बिटकॉइन की कीमत 20,000 डॉलर से नीचे, एक्सपर्ट ने चेतावनी दी
हिन्दुस्तान 18-06-2022 लाइव हिन्दुस्तान
Cryptocurrencies prices: क्रिप्टोकरेंसी में बिकवाली बढ़ने के साथ ही बिटकॉइन की कीमत 2020 के अंत के बाद पहली बार शनिवार को 20,000 डॉलर से नीचे आ गई। कॉइनडेस्क के अनुसार बिटकॉइन, जो सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, वह 9 प्रतिशत टूटकर 19,000 डॉलर से कम हो गया। पिछली बार बिटकॉइन नवंबर 2020 में इस स्तर पर था।
70% टूटा बिटकॉइन
इसके बाद बिटकॉइन 69,000 डॉलर के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। इस स्तर पर पहुंचने के बाद से बिटकॉइन 70% से अधिक मूल्य खो चुका है। अन्य क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी हाल के हफ्तों में तेजी से गिरी है। इसमें शनिवार को भी गिरावट जारी रही। बिटकॉइन के अलावा लगभग सभी क्रिप्टो टोकन लाल निशान पर थे। कार्डानो, सोलाना, डॉगकोइन और पोलकाडॉट ने शनिवार को 7% से 10% के बीच गिरावट दर्ज की। जबकि मोनेरो और ज़कैश जैसे गोपनीयता टोकन 9% तक गिर गए।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
दुनिया भर में केंद्रीय बैंक तेज मुद्रास्फीति से निपटने के लिए ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं, जिसके चलते निवेशक जोखिम वाली संपत्तियां को बेच रहे हैं। ओंडा के वरिष्ठ मार्कट एनालिस्ट एडवर्ड मोया ने गुरुवार को एक नोट में कहा, "बढ़ती मंदी की आशंका जोखिम को और बढ़ा रही है। ऐसे में क्रिप्टो में ट्रेडिंग सोच समझ कर करें। बिटकॉइन खरीदने के बारे में सतर्क रहें।"
crypto पर सरकार कैसे वसूलेगी टैक्स और क्या पूरे क्रिप्टो निवेश पर देना होगा कर? जानिए इससे जुड़े हर सवाल का जवाब
बिजनेस डेस्क: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत में अब डिजिटल ऐसेट (इसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल) पर भी टैक्स लगेगा। क्रिप्टोबाजार में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों ने इस कदम का स्वागत किया क्योंकि यह देश में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य को एक तरह से कानूनी दर्जा देता है। हालांकि, इसके बाद वित्त मंत्री क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? ने जब कहा कि सभी क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत तक का भारी कर लगेगा, तो ये कई लोगों को निराश कर गया। दरअसल यह म्युचुअल फंड या यहां तक कि शेयरों से होने वाली आय पर आप जितना भुगतान करते हैं, उससे भी कहीं अधिक है।
हालांकि बजट भाषण के बाद सरकार की ओर से ये भी साफ किया गया कि क्रिप्टो पर नुकसान होता है तो अन्य ऐसेट के जरिए भरपाई की कोई व्यवस्था नहीं है। वित्त मंत्री ने डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया। सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा कि क्रिप्टो और डिजिटल संपत्तियों में उपहार पर कर लगेगा। संसद में क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? बजट पारित होने के बाद कर प्रस्ताव एक अप्रैल से अमल में आएगा। निर्मला सीतारमण की ओर से क्रिप्टो पर लगाए गए टैक्स को क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? लेकर घोषणाओं के बाद अब भी कई सवाल इसका इस्तेमाल कर रहे लोगों के मन में घूम रहे हैं।
आइए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करते हैं-
क्रिप्टोकरेंसी पर कैसे लगेगा टैक्स
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर लगाया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि आप अपने बिटकॉइन बेचकर 100 रुपए कमाते हैं, तो आपको सरकार को क्रिप्टो टैक्स के रूप में 30 रुपए का भुगतान करना होगा। इंडिया टुडे के अनुसार सेबी के पंजीकृत वित्तीय सलाहकार जितेंद्र सोलंकी का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत कर लगाकर सरकार क्रिप्टो निवेश को संभवत: हतोत्साहित करना चाहती है।
क्या मुझे अपने पूरे क्रिप्टो निवेश पर टैक्स का भुगतान करना होगा?
नहीं, आपको केवल अपनी आय या क्रिप्टोकरेंसी से लाभ पर ही कर का भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए यदि आपने 5,000 रुपए की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है और 5,500 रुपये में बेचते हैं तो केवल 500 रुपये पर 30 प्रतिशत कर लगेगा, न कि पूरे निवेश पर ये लागू होगा।
लॉन्ग टर्म लॉस के खिलाफ सेट ऑफ का क्या मतलब है?
मौजूदा आयकर कानून करदाताओं को लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ में अपने दीर्घकालिक नुकसान को समायोजित करने की अनुमति देते हैं। दूसरे शब्दों में यह करदाताओं को उनके दीर्घकालिक लाभ पर कर का भुगतान करने से छूट देता है। हालांकि, क्रिप्टो आय के मामले में ऐसा संभव नहीं होगा।
अगर मैंने किसी को बिटकॉइन गिफ्ट किया है तो
नहीं, वित्त मंत्री ने साफ किया है कि केवल क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करने वाले व्यक्ति पर कर लगाया जाएगा। इसलिए अगर आप अपने दोस्त को 1 बिटकॉइन गिफ्ट कर रहे हैं तो उसे उस ट्रांजैक्शन पर टैक्स देना होगा।
कौन से लेनदेन पर 1% TDS लगेगा?
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि होने वाले सभी क्रिप्टो लेन-देन पर 1 प्रतिशत कर कटौती होगी।
क्या टैक्स का मतलब है कि क्रिप्टो करेंसी को सरकार ने मान्यता दे दी?
नहीं, भारत में अभी भी कोई क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं है। टैक्स लगाने का मतलब क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? है कि यह क्रिप्टो लेनदेन को वैधता देता है और सरकार ऐसे में सभी लेनदेन की निगरानी कर सकती है। आसान शब्दों में, यह भारत में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाता है।
क्या बिटकॉइन अब एक मुद्रा है?
नहीं, वित्त मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में मान्यता दी जाएगी। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को केवल डिजिटल संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका मतलब है कि जब आप उनमें निवेश कर सकते हैं, तो उनका उपयोग चीजों को खरीदने के लिए नहीं किया जा सकता है।
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Cryptocurrency Market Crash: 19 फीसदी तक टूटा इथेरियम, यहां पढ़ें एलन मस्क की फेवरेट करेंसी का हाल
डीएनए हिंदी: बीते कुछ महीनों से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) काफी बुरे दौर से गुजर रहा है. जब भी ऐसा लगता है कि मार्केट में तेजी देखने को मिलेगी तभी एक ऐसा ट्रिगर सामने आ जाता है जो पूरे मार्केट धराशाई कर देता है. आज यानी बुधवार को ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पूरी तरह से धड़ाम हो गया. बिटकॉइन (bitcoin Price0 से लेकर इथेरियम और एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी डॉगेकॉइन की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
वास्तव में दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी कंपनी बिनेंस ने मंगलवार को एफटीएक्स की नॉन-अमेरिकी यूनिट को खरीदने के लिए एक नॉन-बाइडिंग डील पर साइन किए हैं. वास्तव में एफटीएक्स बचाने के लिए बिनेंस की ओर से यह समझौता किया गया है जो कंपनी को इस संकट की घड़ी में लिक्विडिटी प्रदान करेगा. जिसके बाद से निवेशकों में डर बैठ गया है और वो अपना पैसा रिस्की असेट्स से निकालने में जुट गए हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि मौजूदा समय में दुनिया की प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी का कैसा हाल देखने को मिल रहा है.
बिटकॉइन का बुरा हाल
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही हैै. कॉइनमार्केट डॉट कॉम के अनुसार बुधवार को सुबह 11 बजे करीब 11 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है जिसके बाद दाम 18,260.69 डॉलर पर आ गए हैं. खास बात तो ये है कि मौजूदा साल में इस करेंसी के दाम 60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. जबकि आॅलटाइम हाई 68,990.90 डॉलर से 72 फीसदी से ज्यादा नीचे आ चुका है. वैसे बीते एक हफ्ते में बिटकॉइन की कीमत में करीब 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
इथेरियम में करीब 19 फीसदी की गिरावट
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का भी काफी बुरा हाल है. इथेरियम की कीमत में आज 18 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है और दाम 1300 डॉलर पर आ गए हैं. अगर बात मौजूदा साल की करें तो इथेरियम की कीमत में करीब 65 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है और आॅलटाइम हाई 4,865.57 डॉलर से 73 फीसदी नीचे आ चुकी है. वैसे बीते एक हफ्ते में इथेरियम की कीमत में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
डॉगेकॉइन का सबसे बुरा हाल
वहीं दूसरी ओर एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी में से एक डॉगेकॉइन का सबसे बुरा हाल है. इसमें करीब 12 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. आंकड़ों पर बात करें तो मौजूदा समय में डॉगेकॉइन के दाम में 12 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है जिसके बाद दाम 0.08764926 डॉलर पर आ गए हैं. जबकि इस साल डॉगे में 50 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है. जबकि एक साल में डॉगेकॉइन के दाम में 68 फीसदी से ज्यादा दाम कम हो चुके हैं. जिसकी वजह से निवेशकों को काफी नुकसान हुआ है.
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भारी उतार-चढ़ाव वाली करेंसी: साल 2022 में कैसी रहेगी क्रिप्टोकरेंसी की चाल, इस साल 7000% तक रही बढ़त
क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम की कीमत साल 2021 में 35 से 40% बढ़ी हैं। हालांकि इसमें काफी उतार-चढ़ाव रहा। बिटकॉइन की कीमत अप्रैल में 51 लाख रुपए तक चली गई थी। मई और जून में यह करीबन 50% गिरकर 28 लाख रुपए तक चली गई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने इस करेंसी को लेकर चिंता जाहिर की थी।
चीन ने लगाया प्रतिबंध
अप्रैल-मई में ही चीन ने क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने की बात कह दी और कारोबार पर पाबंदी लगा दी। इस वजह से कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें एक ही घंटे में 30-40% तक गिर गई थीं। सितंबर आते-आते खरीदार फिर लौटे। इसके बाद बिटकॉइन की कीमत फिर से नवंबर में 54 लाख रुपए को पार कर गई। अब 40 लाख रुपए के आस-पास है। इस साल की शुरुआत से यह 32% ऊपर है।
सरकार की नीतियों पर निर्भर रहेगी चाल
अगले साल की बात करें तो क्रिप्टोकरेंसी की चाल क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? बहुत हद तक कई सरकारों की नीतियों पर निर्भर होगी। दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो बाजार चीन था, जिसने इस पर सितंबर में प्रतिबंध लगा दिया था। भारत में सरकार इसके रेगुलेशन पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि सरकार इसे रेगुलेट करके मंजूरी दे सकती है। हाल में संसद के समाप्त हुए सत्र में इससे संबंधित बिल को लाया जाना था, पर इसे टाल दिया गया।
क्रिप्टो पर रोक लगाने की मांग
इस बिल में सभी क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने की मांग है। साथ ही कुछ रेगुलेशन के साथ इसे मंजूरी भी दिए जाने की बात इसमें है। वैसे जानकार मानते हैं कि ज्यादा जोखिम वाली क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों को मामूली निवेश करना चाहिए। पिछले कुछ महीने से यह 5 से 6 हजार पर्सेंट बढ़ चुकी है। ऐसे में कोई भी निवेश इसमें आगे घाटा भी दे सकता है। अगर आप जोखिम लेना चाहते हैं तो फिर अपने कुल निवेश का 10% हिस्सा इसमें लगा सकते हैं।
भारी उतार-चढ़ाव होता है
भारी उतार-चढ़ाव भी इस करेंसी में होता है। मई में जिस तरह से इसमें एक ही दिन में की 70-80% तक की गिरावट आई थी, ऐसे में इसी रफ्तार से इसमें कभी भी उतार-चढ़ाव बना रहा सकता है। बिटकॉइन जैसी प्रसिद्ध करेंसी में भी नवंबर में भारी गिरावट आई और वहां से अब तक इसमें 25% तक की कमी आई है। अगर आप इस तरह के उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम हैं तो फिर आप इसमें निवेश कर सकते हैं।
विश्नसनीय प्लेटफॉर्म को चुनें
निवेश करने के लिए आपको एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म को चुनना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में यह रेगुलेटेड नहीं है। ढेर सारे प्लेटफॉर्म इस करेंसी के हैं। आपको एक अच्छे और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के जरिए इसमें निवेश करना चाहिए। अगर आप किसी विदेशी प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो फिर आपको टैक्स के मोर्चे पर ढेर सारे कंप्लायंस पूरे करने होंगे।
टिप्स पर भरोसा न करें
आपको निवेश के लिए किसी टिप्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए। ठीक उसी तरह, जैसे आप शेयर बाजार में ढेर सारे टिप्स पर भरोसा नहीं करते हैँ। क्रिप्टो में भरोसेमंद डेटा नहीं मिलते हैं। निवेशक सोशल मीडिया की गलत जानकारियों के आधार पर इसमें पैसे लगाते हैं। कुछ एनालिस्ट वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर इसे सर्कुलेट करते हैं। इसलिए यह और खतरनाक साबित हो सकता है।
बड़ी करेंसी पर फोकस करें
जिस तरह आप शेयर बाजार में बड़ी कंपनियों पर फोकस करते हैं, उसी तरह से क्रिप्टोकरेंसी में भी आपको ब्लूचिप यानी बड़ी करेंसी पर फोकस करना चाहिए। इसमें भी मिड कैप और पेन्नी यानी सस्ती करेंसी या सिक्के होते हैं। इसलिए कम कीमत देखकर कभी भी किसी सिक्के को खरीदने से बचना चाहिए। बड़ी करेंसी कीमती हो सकती हैं, पर वे ज्यादा स्थिर होती हैं। बिटकॉइन और एथरियम इसकी ब्लूचिप करेंसी मानी जाती हैं, जो पूरे बाजार के सेंटिमेंट को प्रभावित करती हैं।
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