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IAS Success Story: सफलता के करीब पहुंचकर बार-बार हुए असफल पर नहीं हारी हिम्मत, ऐसा था हरप्रीत का IAS बनने का सफर
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 03 Feb 2021 09:56 PM (IST)
Success Story Of IAS Topper Harpreet Singh: यूपीएससी परीक्षा का सफर सभी के लिए अलग होता है. कोई जल्दी सफल हो जाता है तो किसी को बहुत सारे अटेम्प्ट्स देने पड़ते हैं. यूं तो असफलता पचाना किसी के भी लिए आसान नहीं होता लेकिन जब कोई बार-बार सफलता के कई ट्रेडर असफल हो जाते हैं एकदम करीब पहुंचकर असफल होता है तो तकलीफ ज्यादा होती है.
कुछ ऐसा ही हो रहा था लुधियाना के हरप्रीत सिंह के साथ. उन्होंने पांच बार यूपीएससी परीक्षा दी जिसमें केवल पहले अटेम्प्ट में वे प्री पास करके अटक गए लेकिन बाकी के दो अटेम्प्ट्स में साक्षात्कार राउंड तक पहुंचकर भी सेलेक्ट नहीं हुए. जाहिर है ऐसे में निराशा तो होती ही है लेकिन हरप्रीत ने हर हाल में हिम्मत बनाए रखी. अंततः साल 2018 में अपने पांचवें प्रयास में उन्होंने 19वीं रैंक के साथ टॉप किया. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में हरप्रीत ने अपने पांच प्रयासों का अनुभव शेयर किया.
ऐसे समझे ऑप्शन ट्रेडिंग को
जैसे बैंक से पैसे निकालने या जमा करने के लिए हमें बैंक में खाता खुलवाना होता है, वैसे ही अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेंडिग करना चाहते है तो आपको किसी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग खाता खोलना होगा. इसके लिए आपको एक डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा तभी आप ऑप्शन ट्रेडिंग कर पाएंगे.
- हमें लंबे समय तक ट्रेड करना है इसलिए ऐसा स्टॉक ब्रोकर चुने, जिसकी ब्रोकरेज चार्जेज कम हो और अन्य चार्जेज भी कम हो, क्योंकि अगर शुल्क ज़्यादा हुये तो इससे आपका मुनाफा घट सकता है.
- ऐसा स्टॉक ब्रोकर चुने, जिसका ट्रेडिंग पोर्टल और एप बहुत ही सिम्पल हो, और जिसमें टेक्निकल गड़बड़ी कम हो. क्योंकि कभी-कभी कुछ स्टॉक ब्रोकर के पोर्टल और एप में टेक्निकल गड़बड़ी हो जाती है जिससे ट्रेडर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक्स को अच्छी तरह से समझें
- ऑप्शन क्या होते है?
- ऑप्शन कितने तरह के होते है?
- ऑप्शन कैसे काम करते है?
बिना ऑप्शन के बेसिक्स को समझे आप ऑप्शन ट्रेडर नहीं बन सकते है क्योंकि ऑप्शन बेसिक्स हमारे नींव की तरह काम करते है. जब आप कोई स्टॉक खरीदते हैं, तो आप केवल यह तय करते हैं कि आपको कितने शेयर चाहिए और आपका ब्रोकर मौजूदा बाजार मूल्य या आपके द्वारा निर्धारित सीमा मूल्य पर ऑर्डर भरता है लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए ज़रूरी होती है सिर्फ एक सही स्ट्रेटेजी की समझे. इसके लिए नीचे आपको समझाया जायेगा कि ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं.
ऑप्शन खरीददार और ऑप्शन सेलर
- ऑप्शन खरीददार :- ऑप्शन खरीददार बहुत कम पैसो के साथ ट्रेडिंग शुरुआत कर सकते है क्योंकि ऑप्शन खरीददार को सिर्फ ऑप्शन प्रीमियम देना होता है लेकिन ऑप्शन खरीददार की लाभ कमाने की प्रवृति ऑप्शन सैलर के मुकाबले बहुत कम होती है.
- ऑप्शन सेलर :- ऑप्शन सेलर बनने के लिए आपको अपने अकाउंट में मार्जिन रखना होता है और इसी कारण एक ऑप्शन सेलर को ज़्यादा पैसो की जरुरत होती है. जबसे सेबी कई ट्रेडर असफल हो जाते हैं ने नया मार्जिन नियम लागू किया है तब से ऑप्शन सेलिंग के लिए मार्जिन की ज़रुरत कई गुना तक बढ़ गई है लेकिन फिर भी एक ऑप्शन सेलर के लाभ कमाने की प्रवृति ऑप्शन खरीददार से ज्यादा होती है. आपने जो भी ऑप्शन ट्रेडिग के केपिटल रखा है उस हिसाब से आप देख सकते है कि आप ऑप्शन खरीददार बनना चाहते है या ऑप्शन सेलर
- कॉल ऑप्शन :- यह एक अनुबंध है जो आपको एक निश्चित समय के अंदर ही एक पूर्व निर्धारित मूल्य पर स्टॉक खरीदने का अधिकार देता है, लेकिन दायित्व नहीं.
- पुट ऑप्शन :- एक पुट ऑप्शन आपको अनुबंध समाप्त होने से पहले एक निश्चित कीमत पर शेयर बेचने का अधिकार देता है, लेकिन दायित्व नहीं.
आप किस दिशा में क्या ऑप्शन खरीदेंगे या बेचेंगे?
अगर आपको लगता है कि स्टॉक की कीमत बढ़ेगी: कॉल ऑप्शन खरीदें या पुट ऑप्शन बेचें.
अगर आपको लगता है कि स्टॉक की कीमत स्थिर रहेगी: कॉल ऑप्शन बेचें और पुट ऑप्शन भी बेचें.
अगर आपको लगता है कि स्टॉक की कीमत नीचे जाएगी: पुट ऑप्शन खरीदें या कॉल ऑप्शन बेचें.
एक्स्चेंज द्वारा तय सही स्ट्राइक प्राइस का चयन करें
ऑप्शन में ट्रेडिंग करते समय हमें बहुत सावधानी के साथ स्ट्राइक प्राइस का चयन करना होता है क्योंकि किसी भी स्टॉक या इंडेक्स की स्ट्राइक प्राइस एक्स्चेंज द्वारा तय की जाती है और एक ऑप्शन ट्रेडर सिर्फ उन्ही स्ट्राइक प्राइस पर ट्रेड कर सकता है जो एक्स्चेंज द्वारा तय की गई है.
उदाहरण के लिए, यदि आप मानते हैं कि किसी कंपनी का शेयर मूल्य वर्तमान में ₹2000 पर ट्रेड कर रहा है, और भविष्य की किसी तारीख तक ₹2050 तक बढ़ जाएगा, आप ₹2050 से कम स्ट्राइक मूल्य के साथ एक कॉल ऑप्शन खरीद सकते है. फिर जैसे-जैसे कंपनी का शेयर मूल्य ₹2050 के नजदीक जाता जाएगा, आपका लाभ बढ़ता जायेगा. इसी तरह अगर कंपनी का शेयर मूल्य उस भविष्य की तारीख तक ₹2000 से जैसे-जैसे कम होगा, आपका मुनफा कम होता चला जायेगा लेकिन ऑप्शन खरीदते हुए आपका अधिकतम नुकसान आपने जो प्रीमियम दिया है सिर्फ वही होगा.
ऐसे भारतीय जिनकी सफलता और संघर्ष की कहानी आपको हैरान कर देगी
बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट आ चुके हैं बहुत से छात्रों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया कुछ ने औसत तो कुछ असफल भी हुए होंगे। लेकिन असफलता को बाधा तो माना जा सकता है लेकिन ये अंत नहीं है जैसे बाकी रुकावटों से निजात पा जाते हैं वैसे ही इस समस्या से निजात मिल ही जाएगा।परीक्षा परिणाम आपकी सफलता में कभी भी बाधा नहीं पंहुचा सकते है बस आपको अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना है।
Crypto News: भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग में क्या आ रही है समस्या, आप कैसे निकालें समाधान, यहां जानिए सब कुछ
वह कुछ और कॉइन खरीदना चाहते थे लेकिन उनका क्रिप्टो वॉलेट ऐड मनी का विकल्प नहीं दे रहा था। देशभर के क्रिप्टो ट्रेडर में एक सरकारी बुलेटिन आने के बाद अफरा-तफरी मच गई थी। सरकारी बुलेटिन में यह कहा गया कि संसद के आगामी सत्र में एक क्रिप्टो बिल पेश किया जा सकता है और इसके बाद देश में सभी निजी क्रिप्टो करेंसी को बैन किया जा सकता है।
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क्रिप्टो एक्सचेंज में काम नहीं हुआ
गोपाल ने इस बारे में कहा, "मंगलवार की शाम बहुत पकाने वाला अनुभव देकर गया है। क्रिप्टो के भाव में जबरदस्त उतार-चढ़ाव दर्ज किया जा रहा था। मैं कुछ कॉइन बेचना चाह रहा था, जबकि कुछ क्रिप्टो करेंसी खरीद कर अपनी लागत को औसत करने का मौका बनाना चाहता था। देश में क्रिप्टो मार्केट में मची अफरा-तफरी की वजह से मैं कुछ भी नहीं कर पाया। मोबिक्विक वॉलेट के साथ भी कुछ दिक्कत थी और यह बुधवार तक बनी रही। इसके बाहर क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू बढ़ गई। मैं अपना काफी नुकसान कर बैठा क्योंकि मैं ट्रेड नहीं कर पाया।"
वजीरएक्स हुआ क्रैश
मंगलवार शाम इस बुलेटिन के आने के बाद वजीरएक्स का एप्प कुछ देर के लिए क्रैश कर गया। इसकी वजह बहुत सारे लोगों का एक साथ ट्रांजैक्शन करना था। वजीरएक्स के सीईओ निश्चल शेट्टी ने कहा कि क्रिप्टो एक्सचेंज पर कामकाज में देरी हो रही है और वह लोग इस समस्या को ठीक करने पर काम कर रहे हैं। इस बीच देश भर के हजारों छोटे निवेशक अपने स्क्रीन को देख कर मन मसोस कर बैठे रहे। कुछ लोगों ने अपना गुस्सा ट्विटर पर निकाला।
क्रिप्टो में डर, आशंका और अनिश्चितता
क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में डर अनिश्चितता और संदेह जैसी स्थिति बन गई। उद्योग जगत के विशेषज्ञों का कहना है कि वजीरएक्स, कॉइनडीसीएक्स और कॉइनस्विच कुबेर जैसे बड़े एक्सचेंज पर भी उस दिन कारोबार में देरी हुई और पेमेंट संबंधी दिक्कत महसूस की गई।
इंडियन करेंसी से ट्रेड में दिक्कत
एक और क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज मुद्रेक्स के सीईओ अनिल पटेल ने कहा, "खबर आने के बाद देश के सभी बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर बिकवाली की कतार लग गई। देश के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज से कॉइन ट्रांसफर भी नहीं हो पा रहा था। सबसे अधिक दिक्कत उन क्रिप्टोकरंसी में हुई जिन्हें भारतीय रुपये के बदले ट्रेड किया जा रहा था। मुद्रेक्स को हालांकि इस अवधि में कोई दिक्कत पेश नहीं आई।
छोटे निवेशकों की बड़ी परेशानी
देश के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में छोटे क्रिप्टो निवेशक लगातार परेशानी का सामना कर रहे हैं क्योंकि उन्हें ट्रांजेक्शन में रोजाना दिक्कत आ रही है। नोएडा के एक क्रिप्टो निवेशक विशाल गुप्ता ने कहा, "यह अब एक नया पैटर्न बन गया है। जब कभी क्रिप्टो एक्सचेंज पर बहुत ज्यादा ट्रांजैक्शन होता है तो एक्सचेंज क्रैश कर जाता है। इसके अलावा कई बार यह समस्या भी आती है कि आप ट्रेड कर ही नहीं पाते। वास्तव में दिक्कत यह है कि एक्सचेंज पर ऐसा बार बार क्यों होता है?"
सोशल मीडिया पर आई बाढ़
सोशल मीडिया पर क्रिप्टो ट्रेडर की शिकायत की बाढ़ आई हुई है। यूजर की शिकायत है कि ट्रेड नहीं हो रहा है, क्रिप्टो चार्ट्स अपडेट नहीं हो रहे हैं और वॉलेट के साथ लगातार दिक्कत आ रही है। इस समस्या से निपटने के लिए कई निवेशकों ने चार बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर अपना अकाउंट खोल लिया है। किसी एक तो एक्सचेंज में समस्या आने पर वह दूसरे की तरफ शिफ्ट कर जाते हैं।
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बैंक अकाउंट में नहीं है बैलेंस तो ATM से असफल निकासी पर लगता है चार्ज; जानें कौन सा बैंक कितना वसूलता है
कई बार बैंकों के नियम की सही जानकारी नहीं होने पर उपभोक्ताओं को शुल्क चुकाना पड़ता है। बैंक से जुड़े ऐसे ही एक अहम नियम की जानकारी हम आपको दे रहे हैं। अगर आपके बचत खाता में पैसा नहीं और एटीएम से निकासी करने जाते और वह असफल हो जाता है तो भी आपको शुल्क चुकाना होगा। सरकारी समेत निजी बैंक इसके लिए शुल्क वसूलते हैं। आइए, जानते हैं कि कौन से बैंक कितना शुल्क वसूलता है।
भारतीय स्टेट बैंक
अगर आप भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक हैं और आपके बचत खाता में पैसा नहीं है। इस स्थिति में अगर आप गलती से एटीएम कई ट्रेडर असफल हो जाते हैं से निकासी करने जाते हैं और वह असफल हो जाता है तो आपको 20 रुपया प्लस जीएसटी देना होगा।
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