दुनिया का पहला क्रिप्टो कार्ड हुआ लॉन्च, ब्याज दिए बिना कर सकेंगे इस्तेमाल
नेक्सो ने साफ किया है कि शुरुआती दिनों में ये केवल यूरोपीय देशों में मिलेगा. इस कार्ड की मदद से आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी बेचे बिना ही उससे शॉपिंग कर सकते हैं. बिटकॉइन या दूसरी वर्चुअल करेंसी को इस क्रेडिट कार्ड की गारंटी के तौर पर रखा जाएगा.
क्रिप्टो कार्ड
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 14 अप्रैल 2022,
- (Updated 14 अप्रैल 2022, 1:37 AM IST)
दुनिया का क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड
शुरुआती दिनों में ये केवल यूरोपीय देशों में मिलेगा
रुपये या अन्य करेंसी की तरह अब क्रिप्टोकरेंसी का भी क्रेडिट कार्ड लॉन्च हो गया है. जैसे आम क्रेडिट कार्ड रुपये से चलता है वैसे ही क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड क्रिप्टोकरेंसी से चलेगा. इस कार्ड को बिटकॉइन, इथीरियम जैसी वर्चुअल करेंसी से ऑपरेट किया जाएगा. दरअसल क्रिप्टोकरेंसी के लिए काम करने वाली कंपनी नेक्सो ने क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने के लिए मशहूर पेमेंट कंपनी मास्टरकार्ड से हाथ मिलाया है. मास्टरकार्ड और नेक्सो ने मिलकर क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड की शुरुआत की है. क्रिप्टोकरेंसी के दिनों दिन बढ़ते प्रचलन को देखते हुए ये कदम उठाया जा रहा है. नेक्सो और मास्टरकार्ड के साथ ने से एक बात तो साफ हो गई कि क्रिप्टो और फाइनेंशियल नेटवर्क अब पार्टनरशिप में काम करेगा. जिससे आने वाले समय में क्रिप्टो करेंसी को बढ़ावा मिलेगा.
क्या है ये क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड?
नेक्सो ने साफ किया है कि शुरुआती दिनों में ये केवल यूरोपीय देशों में मिलेगा. इस कार्ड की मदद से आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी बेचे बिना ही उससे शॉपिंग कर सकते हैं. बिटकॉइन या दूसरी वर्चुअल करेंसी को इस क्रेडिट कार्ड की गारंटी के तौर पर रखा जाएगा. यानी की बिटकॉइन को गारंटी के रूप में रखते हुए क्रेडिट कार्ड काम करता रहेगा. जैसे दूसरे क्रेडिट कार्ड अनसिक्योर्ड होते हैं और उसकी क्रेडिट लिमिट तय होती है, उसी तरह इस क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड की भी लिमिट होगी.
ऐसे काम करेगा ये क्रेडिट कार्ड
ये क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड नेक्सो के क्रिप्टो से जुड़ी क्रेडिट लाइन से चलेगा. इस कार्ड की मदद से दुनिया के 920 लाख मर्चेंट से खरीदी की जा सकेगी. इस मर्चेंट के साथ मास्टर कार्ड का टाइअप होगा, जहां पर इस क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकेगा. रिपोर्ट की मानें तो क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड की जितनी लिमिट होगी, उससे 90 प्रतिशत तक फिएट करेंसी में ट्रांजेक्शन कर सकेंगे. फिएट करेंसी यानी डॉलर, यूरो या रुपया आदि. इसको ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपके क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये है तो फिएट करेंसी में आप केवल 90 हजार रुपये खर्च कर सकते हैं. हालांकि ये कार्ड क्रिप्टोकरेंसी से ही चलेगा.
क्या है इस कार्ड के फायदे?
इस कार्ड के साथ मिनिमम रीपेमेंट, मंथली या इनएक्टिविटी फीस की शर्त नहीं है. इस कार्ड से खर्च करने या रकम निकालने पर कोई पाबंदी नहीं होगी. इस कार्ड का आप जितना क्रेडिट इस्तेमाल करेंगे, उतने पर ब्याज देना होगा. जो कस्टमर लोन-टू-वैल्यू रेश्यो 20 प्रतिशत या उससे भी कम रखते हैं, उनसे क्रेडिट का कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखेगा IC15, क्रिप्टोवायर ने लॉन्च किया गया देश का पहला क्रिप्टो इंडेक्स
IC15 प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज पर लिस्टेड सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन की निगरानी करेगा. IC15 की लॉन्चिंग के बाद कंपनी ने दावा किया है कि उनके प्रोडक्ट से क्रिप्टो बाजार में पारदर्शिता आएगी.
भारत में तेजी से क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ता पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी जा रहा है. नुकसान की परवाह किए बगैर देश के करोड़ों निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में जमकर पैसा लगा रहे हैं. जहां एक तरफ निवेशकों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी एजेंसियां इसे लेकर लगातार सख्ती दिखा रही हैं. सरकार क्रिप्टो का क्रेज खत्म करना चाहती है तो वहीं क्रिप्टो एक्सचेंज इसके क्रेज को बनाए रखने के लिए जबरदस्त प्रमोशन में जुटी हुई हैं. लिहाजा, देश में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर टैक्स के रूप में शिकंजा कसा जा रहा है. इसी बीच क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखने के लिए देश का पहला इंडेक्स लॉन्च कर दिया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखेगा IC15
सुपरऐप क्रिप्टोवायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स को लॉन्च किया है. इस क्रिप्टो इंडेक्स को IC15 नाम दिया गया है. IC15 प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज पर लिस्टेड सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन की निगरानी करेगा. IC15 की लॉन्चिंग के बाद कंपनी ने दावा किया है कि उनके प्रोडक्ट से क्रिप्टो बाजार में पारदर्शिता आएगी.
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सख्त दिखाई दे रही केंद्र सरकार क्रिप्टो एक्सचेंज से टैक्स वसूलने की तैयारी कर रही है. बताते चलें कि DGGI (Directorate General of GST Intelligence) ने कई क्रिप्टो एक्सचेंज पर छापा मारा है. इन एक्सचेंजों पर टैक्स की चोरी करने की आशंका है.
RBI के बाद SEBI भी हुआ सख्त
बताते चलें कि RBI पहले से ही क्रिप्टो को लेकर काफी सख्त है. और अब SEBI ने भी क्रिप्टो के खिलाफ कठोर कदम उठाया है. सेबी ने म्यूचुअल फंड के क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े प्रोडक्ट लाने पर रोक लगा दी है. शेयर बाजार नियामक ने साफ कर दिया है कि कोई भी म्यूचुअल फंड किसी क्रिप्टोकरेंसी प्रोडक्ट में निवेश नहीं कर सकता है.
बताते चलें कि सेबी ने खुद क्रिप्टो से जुड़े एक न्यू फंड ऑफर (NFO) को मंजूरी दी थी. लेकिन अब सेबी चाहता है कि जब तक सरकार कानून नहीं बना देती, तब तक क्रिप्टो से जुड़ा कोई NFO न आए.
क्रिप्टोकरेंसी के लिए शानदार रहेगा ये साल
क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने के लिए दुनियाभर में कवायदें चल रही हैं. इसी बीच खबरें आ रही हैं कि ये साल यानी साल 2022 क्रिप्टोकरेंसी के लिए काफी शानदार रहने वाला है. क्रिप्टो लेंडर नेक्सो के मैनेजिंग पार्टनर एंटोनी ट्रेंचेव का मानना है कि इस साल जून के अंत तक बिटकॉइन एक लाख डॉलर तक पहुंच जाएगा.
Crypto Insider Trading Case: कॉइनबेस के पूर्व अधिकारी के भाई निखिल वाही ने कबूला आरोप, जानें पूरा मामला
कॉइनबेस दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक है। यह पहली बार है कि प्रतिवादी ने अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी बाजारों से जुड़े अंदरूनी व्यापार मामले में अपना अपराध स्वीकार किया है। इस आरोप में अधिकतम 20 साल की पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी जेल की सजा का प्रावधान है।
क्रिप्टोकरेंसी इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में जुलाई में गिरफ्तार किए गए निखिल वाही ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। जिसके बाद यूएस डिस्ट्रिक्ट जज लोरेट प्रेस्का ने उन्हें दोषी करार दिया। निखिल वाही क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस ग्लोबल के पूर्व प्रोडक्ट मैनेजर इशान वाही के भाई हैं। उन्हेोंने अमेरिका की एक अदालत में कुबूल किया है कि वह इंसाइडर ट्रेडिंग में शामिल थे। गौरतलब है कि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा पहला इंसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला है।
यूएस डिस्ट्रिक्ट जज लोरेट प्रेस्का की अदालत में वर्चुअल पेशी के दौरान निखिल ने कहा कि उन्होंने कॉइनबेस के डेटा से गोपनीय जानकारी हासिल कर खरीदारी की थी। इस मामले में अभियोजन पक्ष ने यह भी आरोप लगाया था पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी कि इशान वाही ने अपने भाई और एक अन्य दोस्त समीर रमानी को उन डिजिटल एसेट्स के बारे में बताया था जो जल्दी कॉइनबेस पर ट्रेड के लिए आने वाली थीं। इन तीनों पर 15 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) से ज्यादा का अवैध लाभ कमाने का आरोप है।
कॉइनबेस दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक है। यह पहली बार है कि प्रतिवादी ने अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी बाजारों से जुड़े अंदरूनी व्यापार मामले में अपना अपराध स्वीकार किया है। इस आरोप में अधिकतम 20 साल की जेल की सजा का प्रावधान है। अब उन्हें 13 दिसंबर को जज प्रेस्का द्वारा सजा सुनाई जाएगी।
न्यू यॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के अटॉर्नी डेमियन विलियम्स ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोप लगाए जाने के दो महीने से भी कम समय के बाद निखिल वाही ने सोमवार को अदालत में स्वीकार किया कि उन्होंने कॉइनबेस की गोपनीय व्यावसायिक जानकारी के आधार पर क्रिप्टो करेंसी में कारोबार किया था, जिसके वे हकदार नहीं थे। विलियम्स ने कहा कि यह पहली बार है, जब प्रतिवादी ने क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार से जुड़े एक अंदरूनी व्यापार मामले में अपना अपराध स्वीकार किया है।
गौरतलब है कि जुलाई में अमेरिका में दो भारतीय भाइयों और उनके भारतीय-अमेरिकी मित्र पर पहली बार क्रिप्टोकरेंसी इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में आरोप लगाया गया था। सिएटल में रह रहे 32 वर्षीय ईशान वाही और उनके 26 वर्षीय भाई निखिल वाही जो कि भारत के नागरिक हैं, ने ह्यूस्टन के 33 वर्षीय समीर रमानी (भारतवंशी) के साथ मिलकर 15 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) से ज्यादा का अवैध लाभ कमाया था। तीनों पर क्वॉइनवेस एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली क्रिप्टो एसेट को लेकर गुप्त सूचनाएं लीक करने का आरोप है।
25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में इनसाइडर ट्रेडिंग
इस मामले में आरोपियों ने कम से कम 25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में अवैध व्यापार किया और लाखों डॉलर का अवैध लाभ कमाया। ईशान वाही पर वायर फ्रॉड की साजिश व वायर फ्रॉड के दो मामले दर्ज हैं, जिनमें से प्रत्येक में अधिकतम 20 साल की सजा का प्रावधान है।
विस्तार
क्रिप्टोकरेंसी इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में जुलाई में गिरफ्तार किए गए निखिल वाही ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। जिसके बाद यूएस डिस्ट्रिक्ट जज लोरेट प्रेस्का ने उन्हें दोषी करार दिया। निखिल वाही क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस ग्लोबल के पूर्व प्रोडक्ट मैनेजर इशान वाही के भाई हैं। उन्हेोंने अमेरिका की एक अदालत में कुबूल किया है कि वह इंसाइडर ट्रेडिंग में शामिल थे। गौरतलब है कि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा पहला इंसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला है।
यूएस डिस्ट्रिक्ट जज लोरेट प्रेस्का की अदालत में वर्चुअल पेशी के दौरान निखिल ने कहा कि उन्होंने कॉइनबेस के डेटा से गोपनीय जानकारी हासिल कर खरीदारी की थी। इस मामले में अभियोजन पक्ष ने यह भी आरोप लगाया था कि इशान वाही ने अपने भाई और एक अन्य दोस्त समीर रमानी को उन डिजिटल एसेट्स के बारे में बताया था जो जल्दी कॉइनबेस पर ट्रेड के लिए आने वाली थीं। इन तीनों पर 15 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) से ज्यादा का अवैध लाभ कमाने का आरोप है।
कॉइनबेस दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक है। यह पहली बार है कि प्रतिवादी ने अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी बाजारों से जुड़े अंदरूनी व्यापार मामले में अपना अपराध स्वीकार किया है। इस आरोप में अधिकतम 20 साल की जेल की सजा का प्रावधान है। अब उन्हें 13 दिसंबर को जज प्रेस्का द्वारा सजा सुनाई जाएगी।
न्यू यॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के अटॉर्नी डेमियन विलियम्स ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोप लगाए जाने के दो महीने से भी कम समय के बाद निखिल वाही ने सोमवार को अदालत में स्वीकार किया कि उन्होंने कॉइनबेस की गोपनीय व्यावसायिक जानकारी के आधार पर क्रिप्टो करेंसी में कारोबार किया था, जिसके पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी वे हकदार नहीं थे। विलियम्स ने कहा कि यह पहली बार है, जब प्रतिवादी ने क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार से जुड़े एक अंदरूनी व्यापार मामले में अपना अपराध स्वीकार किया है।
गौरतलब है पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी कि जुलाई में अमेरिका में दो भारतीय भाइयों और उनके भारतीय-अमेरिकी मित्र पर पहली बार क्रिप्टोकरेंसी इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में आरोप लगाया गया था। सिएटल में रह रहे 32 वर्षीय ईशान वाही और उनके 26 वर्षीय भाई निखिल वाही जो कि भारत के नागरिक हैं, ने ह्यूस्टन के 33 वर्षीय समीर रमानी (भारतवंशी) के साथ मिलकर 15 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) से ज्यादा का अवैध लाभ कमाया था। तीनों पर क्वॉइनवेस एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली क्रिप्टो एसेट को लेकर गुप्त सूचनाएं लीक करने का आरोप है।
25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में इनसाइडर ट्रेडिंग
इस मामले में आरोपियों ने कम से कम 25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में अवैध व्यापार किया और लाखों डॉलर का अवैध लाभ कमाया। ईशान वाही पर वायर फ्रॉड की साजिश व वायर फ्रॉड के दो मामले दर्ज हैं, जिनमें से प्रत्येक में अधिकतम 20 साल की सजा का प्रावधान है।
सलमान खान ने भारत का पहला क्रिप्टो टोकन GARI लॉन्च किया, जानें यह क्या है और इसका कैसे उपयोग करें..
दिल्ली | बिटकॉइन की कीमत पहले कभी नहीं बढ़ने के साथ पूरे देश में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज फैल गया है। हिंदी मनोरंजन उद्योग भी अपूरणीय टोकन या एनएफटी लॉन्च करने या क्रिप्टोक्यूरेंसी प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देने के लिए बैंडबाजे में शामिल हो गया है। ब्लॉक में नवीनतम प्रवेश बॉलीवुड मेगास्टार सलमान खान है। सुपरस्टार ने हाल ही में गारी का अनावरण किया है – माइक्रो-कंटेंट, लघु वीडियो एप्लिकेशन चिंगारी द्वारा लॉन्च किया गया भारत का पहला क्रिप्टो टोकन। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इसे आधिकारिक बनाते हुए सलमान खान ने कहा कि मैं आधिकारिक तौर पर चिंगारी के इन ऐप GARI टोकन रिवॉर्ड प्रोग्राम और इसके NFT मार्केटप्लेस को लॉन्च कर रहा हूं। आप मेरे वीडियो एनएफटी खरीद सकते हैं विशेष रूप से गारी एनएफटी मार्केटप्लेस पर। सामग्री निर्माण और मुद्रीकरण में एक नए अध्याय के लिए चीयर्स . #ChingariKiGari #GariTokens। ( first crypto token GARI)
$GARI टोकन क्या है?
शॉर्ट-वीडियो पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी एप्लिकेशन चिंगारी ने अपने क्रिप्टो टोकन GARI के साथ क्रिप्टोक्यूरेंसी की दुनिया में कदम रखा है। कंपनी ने कहा कि एक वैकल्पिक ब्लॉकचैन टोकन GARI भविष्य में इन-ऐप मुद्रा और एक शासन टोकन के रूप में दोनों की सेवा करेगा। टोकन सोलाना ब्लॉकचैन के साथ साझेदारी में बनाया जाएगा।
चिंगारी ने रचनाकारों के लिए GARI टोकन क्यों पेश किए
कंपनी ने कहा कि सामाजिक टोकन एक व्यक्ति ब्रांड या समुदाय द्वारा समर्थित डिजिटल संपत्ति हैं। वे रचनाकारों को अधिक समान वेतन प्राप्त करने और दर्शकों के भीतर गहरे संबंध बनाने की अनुमति देते हैं। हम गारी को चिंगारी रचनाकारों के समुदाय के लिए एक सामाजिक टोकन के रूप में पेश करते हैं जो उन्हें डीएओ के माध्यम से भविष्य के मंच के विकास पर शासन अधिकार देगा और एक परिपत्र अर्थव्यवस्था का निर्माण करेगा। वीडियो एप्लिकेशन ने आगे विस्तार से बताया। GARI टोकन के साथ चिंगारी का लक्ष्य सामग्री निर्माताओं और दर्शकों के दैनिक जीवन में क्रिप्टोकरेंसी का संचार करना है। टोकन या सिक्कों का क्रमिक उपयोग लंबे समय में टोकन को आसानी से अपनाना सुनिश्चित करेगा। चिंगारी एप्लिकेशन का सरल यांत्रिकी भी नए उपभोक्ताओं को परिचित अल्पकालिक उपकरण के साथ क्रिप्टो की दुनिया में प्रवेश करने में मदद करेगा।
कोई कैसे GARI टोकन का उपयोग कर सकता है
चिंगारी ऐप के उपयोगकर्ता अपने काउंटर पार्टियों के साथ जुड़ने और लेन-देन करने, गवर्नेंस वोट देने और प्लेटफॉर्म एंगेजमेंट और यूजर बेस ग्रोथ को उत्प्रेरित करने के लिए ऐप के अंदर और बाहर दोनों जगह GARI टोकन का उपयोग कर सकते हैं। चिंगारी पारिस्थितिकी तंत्र अभिनेताओं के चार समूहों द्वारा संचालित होता है: 1) सामग्री निर्माता, 2) दर्शक, 3) विज्ञापनदाता, और 4) डेवलपर्स। GARI टोकन प्लेटफॉर्म पर सभी प्रकार के हितधारकों को जोड़ता है। ऐप उपयोगकर्ताओं को दुनिया के साथ शॉर्ट फॉर्म वीडियो बनाने और साझा करने देता है। हर बार जब आप चिंगारी पर वीडियो बनाते हैं, तो आपको गारी टोकन से पुरस्कृत किया जाता है। उपयोगकर्ता चिंगारी एप्लिकेशन के माध्यम से शॉर्ट फॉर्म वीडियो बना और साझा कर सकते हैं। जब भी कोई निर्माता कोई वीडियो बनाता है तो उसे GARI टोकन से पुरस्कृत किया जाएगा।
वाणिज्य लेनदेन के लिए भविष्य में गैरी टोकन का उपयोग
दर्शक GARI टोकन का उपयोग अंतरराष्ट्रीय उद्देश्य के लिए भी कर सकते हैं जैसे कि वीडियो या निर्माता प्रोफाइल से सीधे सामान और सेवाएं खरीदने के लिए। वीडियो में दिखाए गए उत्पादों को खरीदने के लिए GARI टोकन का उपयोग किया जा सकता है। चिंगारी पर अपलोड होने वाले प्रत्येक वीडियो को फ्रेम दर फ्रेम पार्स किया जाता है और सभी वस्तुओं का पता लगाया जाता है और फिर उत्पादों की एक लाइव कैटलॉग के साथ मिलान किया जाता है और प्रत्येक वीडियो वास्तविक समय में आपके फ़ीड को हिट करने के लिए सक्षम हो जाता है। ये सभी सामाजिक वीडियो वाणिज्य लेनदेन भविष्य में गैरी टोकन का उपयोग करके किए जाएंगे। सोशल टोकन का उपयोग शासन में दांव लगाने के लिए प्लेटफॉर्म दिशा पर वोट करने और एपीवाई के माध्यम से पुरस्कृत होने के साथ-साथ सामान्य लक्ष्य को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए किया जा सकता है। इसका उपयोग रचनाकारों को उनके काम का समर्थन करने के लिए टिप देने के लिए भी किया जा सकता है। टोकन का उपयोग अनन्य सामग्री और सेवाओं को खरीदने या अनलॉक करने पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी के लिए भी किया जा सकता है।
हमारा मिशन अंतरिक्ष को संस्थागत बनाना ( first crypto token GARI)
कंपनी ने कहा कि लक्ष्य निर्माता और दर्शकों दोनों को तकनीकी और वित्तीय साधनों के साथ एक दूसरे के साथ सीधे बातचीत करने के लिए सशक्त बनाना है और मंच और उत्पाद को प्रभावित करने वाली सामाजिक अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक दिशा पर नियंत्रण रखना है। चिंगारी सामग्री निर्माताओं को अपनी सामग्री के अंदर चिंगारी कौशल के साथ-साथ कुछ सामान (डिजिटल, जैसे एनएफटी सहित) पर पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति देगा। इस तरह के लेनदेन में जीएआरआई में पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी भुगतान की गई निर्धारित कीमत के लिए एक वस्तु का उचित आदान-प्रदान शामिल है। GARI टोकन को कुल आपूर्ति में 1 बिलियन तक सीमित कर दिया गया है और पहले वर्ष के अंत में सर्कुलेटिंग आपूर्ति में 200 से 300 मिलियन का समर्थन करने के लिए एक अनलॉक संरचना है। चिंगारी के संस्थापक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष सुमित घोष ने कहा कि हमारा मिशन अंतरिक्ष को संस्थागत बनाना और डिजिटल एसेट्स और ब्लॉकचेन के पीछे अंतर्निहित पारिस्थितिकी तंत्र और प्रौद्योगिकी के विकास और उन्नति को बढ़ावा देना है। ( first crypto token GARI)
क्रिप्टोकरेंसी की इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला केस आया सामने; दो भारतीय भाइयों, उनके दोस्त पर लगे आरोप
वाही बंधुओं और रमानी पर वायर फ्रॉड से जुड़ी साजिश रचने और कॉइनबेस की गोपनीय जानकारी के इस्तेमाल के जरिए क्रिप्टोकरेंसी की इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगा है. उन्होंने कॉइनबेस एक्सचेंज की इस गोपनीय जानकारी का कथित तौर पर इस्तेमाल किया था कि कौन से क्रिप्टो एसेट की लिस्टिंग कॉइनबेस एक्सचेंज पर होनी है.
वाही बंधुओं और रमानी पर वायर फ्रॉड से जुड़ी साजिश रचने और कॉइनबेस की गोपनीय जानकारी के इस्तेमाल के जरिए क्रिप्टोकरेंसी की इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगा है. उन्होंने कॉइनबेस एक्सचेंज की इस गोपनीय जानकारी का कथित तौर पर इस्तेमाल किया था कि कौन से क्रिप्टो एसेट की लिस्टिंग कॉइनबेस एक्सचेंज पर होनी है.
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी तीनों के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप लगाने का ऐलान किया है.
वाही बंधुओं को गुरुवार की सुबह सिएटल से गिरफ्तार किया गया था और उन्हें अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया जाएगा. SEC की शिकायत में कहा गया है कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रमानी इस वक्त भारत में है.
रमानी और इशान वाही ने एक ही समय में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में पढ़ाई की थी और करीबी दोस्त बने हुए थे.
अभियोजन पक्ष का कहना है कि तीनों पर क्रिप्टोकरेंसी की पहली इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप लगाए गए हैं. अभियोजन पक्ष का कहना है कि बचाव पक्ष ने कम-से-कम 25 अलग क्रिप्टो एसेट्स में अवैध ट्रेडिंग की और अनुचित तरीके से करीब 15 लाख डॉलर यानी 120 पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी करोड़ रुपये की कमाई की.
विलियम्स ने कहा कि ये आरोप एक तरह से इस बात को याद दिलाते हैं कि Web3 कानून के दायरे से बाहर नहीं है. पिछले महीने पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी मैंने NFTs से जुड़े इनसाइड ट्रेडिंग के पहले मामले को लेकर ऐलान किया था और आज मैं क्रिप्टो मार्केट से संबंधित इनसाइडर ट्रेडिंग से संबंधित पहले मामले को अनाउनंस कर रहा हूं.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 106