Hedging Meaning In Hindi

सरल उदाहरणों और परिभाषाओं के साथ Hedging का वास्तविक अर्थ जानें।.

हेजिंग

संज्ञा

Hedging

ˈhɛdʒɪŋ

परिभाषाएं

Definitions

1 . पौधे या ट्रिम हेजेज।

1 . the planting or trimming of hedges.

Examples

1 . विनिमय जोखिम हेजिंग।

1 . hedging currency risk.

2 . छत और ट्रेंचिंग के लिए कस्टम काम

2 . contract work for hedging and ditching

3 . कवरेज और ड्रॉपआउट के लिए भुगतान करना चाहिए

3 . they would have to pay for hedging and ditching

4 . वास्तव में, बीमा तकनीकी रूप से कवरेज का एक रूप है।

4 . in fact insurance is technically a form of hedging.

5 . आरबीआई ने विदेशी ऋणों के लिए अनिवार्य कवरेज को घटाकर 70% कर दिया है।

5 . rbi cuts mandatory hedging to 70% for foreign loans.

6 . इस रणनीति के साथ, ट्रेडर दूसरी हेज पोजीशन लेगा।

6 . with this strategy, the trader will take out a second hedging position.

7 . सरल शब्दों में, हेजिंग का अर्थ है जोखिम को कम करना, नियंत्रित करना या सीमित करना।

7 . in simple words, hedging means mitigating, controlling or limiting risks.

8 . नोट: हमारे वित्तीय पूर्वानुमान में हमारे मुद्रा हेजिंग कार्यक्रम का अपेक्षित प्रभाव शामिल है।

8 . note: our financial guidance includes the forecasted impact of our fx hedging program.

9 . इन दो रणनीतियों के अलावा, व्यापारी हेजिंग और डबल ट्रेडिंग (यदि ब्रोकर द्वारा अनुमति दी गई हो) लागू कर सकते हैं।

9 . besides these two strategies, traders can apply hedging and dual trading(if it is allowed by a broker).

10 . इसे द्विआधारी विकल्प के संदर्भ में रखने से पहले, हमें पहले स्वयं हेजिंग के अर्थ पर चर्चा करनी चाहिए।

10 . before putting it in a binary options-context, we must first look into the meaning of the hedging itself.

11 . हेजिंग एक स्थिति का उपयोग दूसरे की लागत को ऑफसेट करने या समाप्ति से पहले मुनाफे को अधिकतम करने में मदद करने के लिए कर रही है।

11 . hedging is when you use one position to offset the cost of another, or to help maximize profits before expiry.

12 . विदेशी मुद्रा द्विआधारी विकल्प के सबसे दिलचस्प अनुप्रयोगों में से एक यह है कि उन्हें एक शक्तिशाली हेजिंग उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

12 . one of the most interesting applications of forex binary options is that they can be used as a powerful hedging tool.

13 . निवेशक कैसे हेजिंग का उपयोग करते हैं, इसके कई अन्य उदाहरण हैं, लेकिन यह मुख्य सिद्धांत को उजागर करना चाहिए: जोखिम की भरपाई।

13 . there are many other examples of how investors use hedging, but this should highlight the main principle: offsetting risk.

14 . इसलिए, अधिकांश भाग के लिए, हेजिंग एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा आप पैसा नहीं कमाएंगे, लेकिन जिसके द्वारा आप संभावित नुकसान को कम कर सकते हैं।

14 . so, hedging, for the most part, is a technique not by which you will make money but by which you can reduce potential loss.

15 . यद्यपि आपने हेजिंग शब्द सुना होगा, यह एक व्यापारिक रणनीति हो सकती है या नहीं भी हो सकती है जिसे आप अपने ट्रिक्स के बैग में रखना चाहते हैं।

15 . while you may have heard the term hedging, it may or विदेशी मुद्रा हेज may not be a trading strategy that you want to adopt into your bag of tricks.

16 . वास्तविक जीवन कवरेज, उदाहरण के लिए, अपने घर के लिए बीमा लेना है जो मौसम की आपदाओं या चोरों के खिलाफ कवर के रूप में काम करेगा।

16 . a real-life hedging is, for instance, buying insurance for your house that will act as a hedge against weather disasters or thieves.

17 . निवेश जोखिम के खिलाफ बचाव का अर्थ है बाजार में किसी भी प्रतिकूल मूल्य आंदोलन के जोखिम को ऑफसेट करने के लिए रणनीतिक रूप से उपकरणों का उपयोग करना।

17 . hedging against investment risk means strategically using instruments in the market to offset the risk of any adverse price movements.

18 . इस रिपोर्ट के अनुसार, "अधिकांश आधार मुद्राओं के लिए, अधिकांश समय अवधि में, हेजिंग ने अंतर्राष्ट्रीय इक्विटी पोर्टफोलियो की अस्थिरता को कम कर दिया है।"

18 . according to this report,“for most base currencies, over most periods, hedging seems to have reduced the volatility of international equity portfolios.”.

19 . विदेशी मुद्रा दलाल कवरेज विदेशी मुद्रा व्यापार एक गंभीर वित्तीय व्यवसाय है जिसमें आपको शालीनता से संपर्क करना चाहिए और सभी आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस होना चाहिए।

19 . hedging forex brokers forex trading is a serious financial activity you need to approach decently and equipped with all the necessary skills and knowledge.

20 . आप डेरिवेटिव के जटिल उपयोगों का अभ्यास शुरू करने का निर्णय लेते हैं या नहीं, यह सीखना कि हेजिंग कैसे काम करता है, बाजार की आपकी समझ को बेहतर बनाने में मदद करेगा, जो आपको हमेशा एक बेहतर निवेशक बनने में मदद करेगा।

20 . whether or not you decide to start practicing the intricate uses of derivatives, learning about how hedging works will help advance your understanding of the market, which will always help you be a better investor.

मुद्रा टोकरी क्या होता है मतलब और उदाहरण

मुद्रा टोकरी अर्थ: विदेशी मुद्रा शब्दावली में, एक मुद्रा टोकरी में दो या दो से अधिक विदेशी मुद्रा हेज मुद्राओं की निर्धारित मात्रा होती है। टोकरी में उनकी मात्रा के आधार पर भारित मुद्राओं की औसत विनिमय दर, ऐसे टोकरियों का मूल्य निर्धारित करती है।

मुद्रा टोकरी उदाहरण:

मुद्रा में उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करने के लिए मुद्रा बास्केट, जैसे यूरोपीय मुद्रा इकाई (ईसीयू) और एशियाई मुद्रा इकाई का उपयोग व्यापारिक ब्लॉकों के भीतर किया गया है। उनका उपयोग निगमों या फंड मैनेजरों द्वारा अपने देश की मुद्रा के सापेक्ष अन्य देशों की मुद्राओं में उतार-चढ़ाव के लिए अपने समग्र जोखिम को एकत्र करने और हेज करने के लिए भी किया जा सकता है।

RBI Repo Rate Hike: इन 10 बिंदुओं में समझें आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के संबोधन की प्रमुख बातें

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India -RBI) की ओर से बुधवार को ब्याज दर बढ़ाने का एलान किया गया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों को 35 आधार अंक या 0.35 प्रतिशत बढ़ाने के फैसला किया है। इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गया है।

SBI Canara HDFC ICICI Bank FD Rates for senior citizen (Jagran File Photo)

ब्याज दर बढ़ाने के साथ आरबीआई की ओर से महंगाई और अर्थव्यवस्था के विकास दर को लेकर अनुमान भी जारी किए गए हैं। इस लेख में हम आपको आरबीआई की नई मौद्रिक नीति की प्रमुख बातें बताएंगे।

Rupee Fall: दुनिया के मुकाबले कितना गिरा भारतीय रुपया? FPI इस साल कर चुका है 2.25 लाख करोड़ की बिकवाली

Rupee Fall: दुनिया के मुकाबले कितना गिरा भारतीय रुपया? FPI इस साल कर चुका है 2.25 लाख करोड़ की बिकवाली

डीएनए हिंदी: भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले 79.11 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है. लगातार गिरता रुपया क्या भारतीय भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के लिए चिंता का विदेशी मुद्रा हेज संकेत है? वित मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया ने बाकी कई अन्य देशों की करेंसी से बेहतर प्रदर्शन किया है विदेशी मुद्रा हेज तो आइए जान लेते हैं कि पिछले एक साल में रुपये का प्रदर्शन अन्य देश की करेंसी के मुकाबले कैसा रहा.

दुनिया की बड़ी मुद्राओं की बात करें तो एक साल में डालर के मुकाबले जहां रूसी रूबल सबसे ज्यादा मजबूत होने वाली करेंसी रही. रूसी रूबल पिछले एक साल में 27 प्रतिशत मजबूत हुआ. इसके अलावा UK पाउंड (12 %), यूरोपियन यूरो (12.6 %) में मजबूती देखी गई. वहीं, सऊदी अरब की मुद्रा रियाल में कोई बदलाव नहीं हुआ. भारतीय रुपया पिछले एक साल में 6.18% गिरा है. वहीं, हांगकांग डॉलर (1.04 %), इंडोनेशिया रुपया (3.32 %) , सिगांपुर डॉलर (3.53 %) और चीनी युआन (3.65 %) जैसी एशियाई देशों की मुद्राएं भी कमजोर हुई हैं लेकिन इनका प्रदर्शन भारतीय रुपये से बेहतर रहा है.

भारत से ज्यादा कमजोर होने वाली प्रमुख मुद्राओं में ताइवान डॉलर (6.79 %), थाईलैंड भाट (10.1 %), फिलीपींस पेसो (13.34 %), दक्षिणी अफ्रीकी मुद्रा रैंड (14.48 %) और दक्षिण कोरिया वान(15.09 %) और जापानी येन (23.विदेशी मुद्रा हेज विदेशी मुद्रा हेज 65 %) शामिल हैं.

क्यों गिर रहा है रुपया?
भारत को कच्चे तेल, गैस, खाद्य तेल के लिए भारी विदेशी मुद्रा चुकानी पड़ती है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल, गैस और खाद्य तेल, फर्टिलाईजर के लिए ज्यादा विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ रही है. वहीं अमेरिका ने बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए साल 2018 के बाद पहली बार ब्याज दरें बढ़ाई. अमेरिकी फेडरल बैंक ने फरवरी 2022 में ब्याज दरों में 0.25 की बढ़ोतरी की थी.

जब फेड अपनी ब्याज दर बढ़ाता है तो उच्च ब्याज दरों पर डॉलर-आधारित बांड सभी विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न के लिए एक सुरक्षित साधन बन जाते हैं. इन फंड में हेज फंड, म्यूचुअल फंड, पेंशन फंड, बीमा बांड इत्यादि शामिल होते विदेशी मुद्रा हेज हैं.

FII कर चुके हैं 2.25 लाख करोड़ की बिकवाली
इसके बाद से ही भारतीय बाजारों से पैसा निकाल रहे निवेशकों ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी. इस साल के 6 महीनों ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) अब तक 2.25 लाख करोड़ से ज्यादा भारतीय बाजार से निकाल चुके हैं जो कि साल 2008 में वैश्विक आर्थिक संकट के समय की गई बिकवाली से भी ज्यादा है.

हालांकि भारत में होने वाले FDI निवेश में ज्यादा अतंर नहीं आया है पर FPI (Foreign Portfolio Investment) में बीते वित्तीय वर्ष में कुल 17,225 USD मिलियन की कमी आई है.

विदेशी मुद्रा भंडार में 40 बिलियन डॉलर की कमी
डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 79.11 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जारी इस गिरावट से निपटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विदेशी मुद्रा भंडार को बेचना भी शुरू किया. जिससे रुपये की गिरावट को थामने का प्रयास किया गया. रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से अब तक विदेशी मुद्रा भंडार में 40 बिलियन डालर की कमी आ चुकी है.

RBI कहां तक संभालेगा रुपया?
पिछले हफ्ते, आरबीआई के डिप्टी गवर्नर, माइकल डी पात्रा ने कहा कि भारतीय मुद्रा का अवमूल्यन तुलनात्मक रुपये से कम हुआ है. इसके साथ उन्होने इस RBI द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में कहा कि हम रुपये की स्थिरता के लिए प्रयास करेंगे. हम बाजार में हैं, हमारे मन में (रुपये की कीमत) का कोई स्तर नहीं है लेकिन हम रुपये की कीमत में अस्थिरता नहीं आने देंगे.

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डॉलर के मुकाबले 70 पार हुआ रुपया, विदेश जाने वाले कैसे कम करें नुकसान

डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर 70.08 पर पहुंच गया. विदेश में रहने या वहां जाने वाले भारतीयों की बात करें तो रुपये में हो रही गिरावट से कुछ को फायदा होगा तो कुछ को नुकसान.

डॉलर के मुकाबले रुपया ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर

दिनेश अग्रहरि

  • नई दिल्ली,
  • 14 अगस्त 2018,
  • (अपडेटेड 14 अगस्त 2018, 2:18 PM IST)

रुपया लगातार गिरावट के नए रेकॉर्ड बना रहा है. मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 70 के आंकड़े को भी पार कर गया. ऐसे में इसका असर कारोबारी जगत पर तो हो ही रहा है, विदेश में नौकरी या पढ़ाई के लिए जाने वाले लोगों, एनआरआई, विदेश से आने वाले धन पर निर्भर लोग, विदेश में पर्यटन या चिकित्सा के लिए जाने वाले लोग भी प्रभावित हो रहे हैं.

इस साल 1 जनवरी को डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 63.38 के स्तर पर था. इसके बाद से इसमें ज्यादातर गिरावट का ही दौर देखा गया. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अपने ऐतिहासिक निचले स्तर 70.08 पर पहुंच गया. इस साल की शुरुआत से रुपये में अब तक 10 फीसदी और इस महीने में अब तक 2.4 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.

रुपये में गिरावट से विदेश में रहने या जाने वाले भारतीयों में से कुछ को नुकसान हो रहा है तो कुछ को इसका फायदा भी होगा. आइए जानते हैं कि इसका किसे फायदा और किसे नुकसान होगा, तथा ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने और नुकसान कम करने के लिए क्या करना चाहिए.

फायदा हासिल करने वाले क्या करें?

आप यदि विदेश में काम करते हैं और आपको डॉलर में सैलरी मिलती है, या किसी भी अन्य मुद्रा में जो रुपये के मुकाबले मजबूत है, तो आपको ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने की कोशिश करनी चाहिए. आपने यदि भारत में फॉरेन करेंसी नॉन रीपार्टिएबल अकाउंट (FCNR) के द्वारा निवेश किया है और आपके जमा राशि की परिपक्वता अवधि आ चुकी है, तो आप अपने विदेशी मु्द्रा बचत को भारतीय रुपये में बदल लें.

बोनांजा पोर्टफोलियो में वेल्थ मैनेजमेंट ऐंड फाइनेंशियल प्लानिंग के हेड अचिन गोयल ने कहा, 'भारत से बाहर रहने वाले किसी भी व्यक्ति को, चाहे वह एनआरआई हो या वहां नौकरी करने वाला भारतीय, अगर उसने भारत में निवेश किया है तो रुपये में गिरावट से उसे अच्छा फायदा मिलेगा, जब वह अपना पैसा निकालेगा.'

रुपये में गिरावट के इस मौके का फायदा उठाते हुए आपको अपनी 50 से 60 फीसदी बचत को भारतीय रुपये में बदल लेना चाहिए.

नुकसान उठा रहे लोग क्या करें

जिन लोगों को अपनी तात्कालिक जरूरतों के लिए डॉलर में खर्च करना है, उन्हें रुपये में गिरावट से नुकसान होगा. आइए विदेशी मुद्रा हेज जानते हैं कि नुकसान उठाने वाले लोगों को अपना नुकसान कम से कम करने के लिए क्या करना चाहिए.

विदेश में पढ़ने वाले स्टूडेंट विदेशी मुद्रा हेज

रुपये में गिरावट से विदेश में पढ़ने वाले स्टूडेंट का खर्च बढ़ जाएगा. उन्हें अपने रहन-सहन पर ज्यादा खर्च करना होगा. नए जाने वाले स्टूडेंट के लिए खर्च तो बढ़ेगा ही, पहले से पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को भी अपनी आने वाले समेस्टर की फीस के लिए ज्यादा पैसा खर्च विदेशी मुद्रा हेज करना पड़ेगा. फिनवे कैपिटल के सीईओ रचित चावला कहते हैं, 'भविष्य में ऐसी दिक्कतों से बचने के लिए वे रुपया-डॉलर करेंसी फ्यूचर खरीद कर अपने डॉलर में खर्च को हेज कर सकते हैं.' हेज का मतलब जोख‍िम से बचना होता है. इसके लिए वे किसी वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं.

यही नहीं, यदि सुविधा मिले तो वे भविष्य के एजुकेशन फीस का भुगतान अभी कर सकते हैं, ताकि रुपये में और गिरावट के जोखिम का सामना किया जा सके. पेरेंट्स यह बात गौर कर सकते हैं कि जब भी रुपये में मजबूती आए, वे उसी समय अपने बच्चे के खर्च के किश्त की रकम उसके खाते में डाल दें. बढ़े खर्च से निपटने के लिए स्टूडेंट कुछ पार्ट टाइम जॉब या स्कॉलरशिप विदेशी मुद्रा हेज की तलाश भी कर सकते हैं. उन्हें ऐसे एजुकेशन लोन की तलाश करनी चाहिए जिसमें सेमेस्टर फीस में बढ़त के साथ ही लोन की राशि भी बढ़ जाए.

विदेश यात्रा करने वाले लोग

विदेश यात्रा करने वाले या उसकी तैयारी करने वाले लोग भी रुपये में गिरावट से प्रभावित होंगे. रुपये में गिरावट की वजह से विदेश यात्रा पर होने वाली खर्च के अचानक बढ़ जाने से बचने के लिए यात्री किसी टूर का एडवांस बुकिंग कर सकते हैं और उसके लिए अग्रिम भुगतान कर सकते हैं. इसके अलावा आपको प्रीपेड ट्रैवल कार्ड का भी लाभ उठाना चाहिए.

चिकित्सा विदेशी मुद्रा हेज के लिए जाने वाले लोग

विदेश में इलाज के लिए जाने वाले लोगों पर भी रुपये के गिरावट का असर पड़ेगा. यदि विदेश में उपचार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस कवर नहीं है तो खर्च काफी बढ़ सकता है. ऐसे में इस तरह का हेल्थ इंश्योरेंस लेना एक अच्छा विकल्प है.

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