राजस्थान के अनूपगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी, BSF ने दिया करारा जवाब, बार्डर इलाकों में अलर्ट
पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता है। पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं पाकिस्तान ने राजस्थान में श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ सेक्टर में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा पर शुक्रवार देर शाम गोलीबारी शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि कुछ देर तक यह गोलीबारी जारी रही। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाक रेंजर्स की ओर से की गई गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। इस गोलीबारी में किसी भी भारतीय के हताहत होने की सूचना नहीं है। बीएसएफ ने सीमा पार के अपने समकक्षों के साथ एक फ्लैग मीटिंग बुलाई है जो शनिवार को अनूपगढ़ सेक्टर में हो सकती है।
दरअसल, पाकिस्तान अक्सर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें करता रहता है। अधिकारियों के हवाले से बताया है कि कुछ मूवमेंट के कारण यह गोलीबारी की गई। बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तानी रेंजरों की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय सीमा के मोर्चे पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच गोलीबारी का यह बिरला मामला माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा गुजरात, पंजाब और जम्मू से गुजरती है। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा रही है।
सूत्रों के हवाले से बताया कि घटना शाम करीब 5 बजे बीएसएफ की बिंजौर पोस्ट के अधीन सीमावर्ती 27-ए गांव के समीप की है। भारतीय किसान चक 27-ए में तारबंदी के उस पार खेतों में काम कर रहे थे। इसी दौरान पाकस्तिान की ओर से दो संदिग्ध व्यक्ति जीरो लाइन को पार कर भारतीय क्षेत्र में आ गए। भारतीय किसानों ने उन्हें पकड़ लिया। इसी बीच सीमा पार से पाक रेंजर्स ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने भी करारा पलटवार किया।
सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ जवानों की ओर से 18 राउंड फायर किए गए। वहीं पाकिस्तान की ओर से काफी गोलियां चलने का समाचार है। हालांकि बीएसएफ के पलटवार के बाद फायरिंग के दौरान पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ करने वाले दोनों संदिग्ध वापस भाग गए। इस घटना के बाद राजस्थान की सरहद पर तनाव की स्थिति बन गई है। बीएसएफ के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पूरे श्रीगंगानगर जिले के साथ लगती लगभग 205 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवान इस घटना के बाद से पूरी मुस्तैदी बरत रहे हैं। साथ लगते बीकानेर जिले के बॉर्डर पर भी अलर्ट जारी किया पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं गया है।
Unicef : यूनिसेफ की ऐसे हुई शुरुआत, 76 वर्षों से बच्चों के कल्याण के लिए प्रयासरत पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं है संस्था
अपनी स्थापना के बाद के इन 76 वर्षों में यूनिसेफ ने दुनियाभर में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। ‘यूनिसेफ दिवस 2022’ (Unicef Day 2022) का विषय बच्चों को पिछले दो वर्षों में महामारी के दौरान हुई रुकावट और सीखने के नुकसान से उबरने में मदद करना है।
Haryana News Post : History of Unicef : द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान तबाह हुए देशों के बच्चों और माताओं को आपातकालीन स्थिति में भोजन तथा स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 1946 में स्थापित ‘यूनिसेफ’ की 11 दिसम्बर को 76वी वर्षगांठ है। अपनी स्थापना के बाद के इन 76 वर्षों में यूनिसेफ ने दुनियाभर में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। ‘यूनिसेफ दिवस 2022’ का विषय बच्चों को पिछले दो वर्षों में महामारी के दौरान हुई रुकावट और सीखने के नुकसान से उबरने में मदद करना है।
Story of Unicef: योगेश कुमार गोयल: यूनिसेफ (यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेंस फंड) (United Nations Children's Fund) की स्थापना को आज 76 वर्ष हो चुके हैं और इन 76 वर्षों में यूनिसेफ ने दुनियाभर में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
प्रतिवर्ष बच्चों के कल्याण के लिए एक थीम के जरिये यूनिसेफ दिवस (Unicef Day) मनाया जाता है और इस वर्ष का विषय बच्चों को पिछले दो वर्षों में महामारी के दौरान हुई रुकावट और सीखने के नुकसान से उबरने में मदद करना है।
विश्वभर में बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कल्याण और विकास के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए ही यूनिसेफ को वर्ष 1965 में नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize), वर्ष 1989 में इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार (Indira Gandhi Peace Prize) तथा वर्ष 2006 में प्रिंस ऑफ अस्तुरियस अवार्ड (Prince of Asturias Award) जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है। नोबेल पुरस्कार दिए जाने के बाद वैश्विक स्तर पर यूनिसेफ का कार्य और तेज हो गया।
आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो यूनिसेफ की शिक्षा इकाई के कारण ही वर्ष 2006 तक विश्वभर में करीब 12 मिलियन बच्चे पढ़ाई के लिए स्कूल वापस जा सके। यूनिसेफ बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए आपात स्थितियों में कार्रवाई करता है और युद्ध, आपदा, घोर गरीबी, हर प्रकार की हिंसा और शोषण तथा विकलांगता से पीड़ित सर्वाधिक वंचित बच्चों के लिए विशेष संरक्षण सुनिश्चित करने के प्रति संकल्पबद्ध है। यह बच्चों को पहला अधिकार दिलाता है और वंचित बच्चों तथा उनके परिवारों के लिए उपयुक्त नीतियां बनवाने और सेवाएं प्रदान करने की देशों की क्षमता का निर्माण करता है।
भारत-पाकिस्तान व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने की जल्दी में नहीं भारत
दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। भारत-पाकिस्तान व्यापार को फिर से शुरू करने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है, जिसने 2019 में एकतरफा वाणिज्यिक संबंधों को तोड़ दिया।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने इस सप्ताह की शुरूआत में कहा था कि व्यापार और मानवीय सहायता दोनों के मुद्दों परध्यान केंद्रित किया गया है कि इस्लामाबाद भारत से सब्जियों और खाद्य पदार्थों पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं के आयात पर विचार कर सकता है, ताकि बाढ़ के कारण होने वाली कमी से निपटने के लिए, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 33 लाख प्रभावित हैं।
हालांकि, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ की मंगलवार को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान की गई टिप्पणी, जिसमें कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए व्यापार की बहाली को जोड़ा गया था, भारत के पक्ष में अच्छा नहीं रहा है।
साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में जब उनसे मानवीय सहायता और व्यापार के मुद्दों के बारे में पूछा गया तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ताअरिंदम बागची गैर-प्रतिबद्ध थे।
बागची के मुताबिक पाकिस्तान में आई बाढ़ के बारे में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ से हुई तबाही पर अपना दुख साझा किया है। आपने उनकी टिप्पणियां देखी हैं। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों, घायलों और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। फिलहाल, सहायता के मुद्दे पर मुझे बस इतना ही कहना है।
राजस्थान के अनूपगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी, BSF ने दिया करारा जवाब, बार्डर इलाकों में अलर्ट
पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता है। पाकिस्तान ने राजस्थान में श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ सेक्टर में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा पर शुक्रवार देर शाम गोलीबारी शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि कुछ देर तक यह गोलीबारी जारी रही। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाक रेंजर्स की ओर से की गई गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। इस गोलीबारी में किसी भी भारतीय के हताहत होने की सूचना नहीं है। बीएसएफ ने सीमा पार के अपने समकक्षों के साथ एक फ्लैग मीटिंग बुलाई है जो शनिवार को अनूपगढ़ सेक्टर में हो सकती है।
दरअसल, पाकिस्तान अक्सर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें करता रहता है। अधिकारियों के हवाले से बताया है कि कुछ मूवमेंट के कारण यह गोलीबारी की गई। बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तानी रेंजरों की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय सीमा के मोर्चे पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच गोलीबारी का यह बिरला मामला माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा गुजरात, पंजाब और पाकिस्तानी व्यापारियों के लिए सेवाएं जम्मू से गुजरती है। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा रही है।
सूत्रों के हवाले से बताया कि घटना शाम करीब 5 बजे बीएसएफ की बिंजौर पोस्ट के अधीन सीमावर्ती 27-ए गांव के समीप की है। भारतीय किसान चक 27-ए में तारबंदी के उस पार खेतों में काम कर रहे थे। इसी दौरान पाकस्तिान की ओर से दो संदिग्ध व्यक्ति जीरो लाइन को पार कर भारतीय क्षेत्र में आ गए। भारतीय किसानों ने उन्हें पकड़ लिया। इसी बीच सीमा पार से पाक रेंजर्स ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने भी करारा पलटवार किया।
सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ जवानों की ओर से 18 राउंड फायर किए गए। वहीं पाकिस्तान की ओर से काफी गोलियां चलने का समाचार है। हालांकि बीएसएफ के पलटवार के बाद फायरिंग के दौरान पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ करने वाले दोनों संदिग्ध वापस भाग गए। इस घटना के बाद राजस्थान की सरहद पर तनाव की स्थिति बन गई है। बीएसएफ के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पूरे श्रीगंगानगर जिले के साथ लगती लगभग 205 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवान इस घटना के बाद से पूरी मुस्तैदी बरत रहे हैं। साथ लगते बीकानेर जिले के बॉर्डर पर भी अलर्ट जारी किया गया है।
Indore शहर के सामाजिक संगठन सेवा के लिए तैयार,पधारो म्हारे घर-अभियान को मिला इंदौरियत का समर्थन
मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, जनवरी में हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए शहर में तीन हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीय शहर में आ रहे हैं. इनके ठहरने का इंतजाम होटल्स में तो है. मेहमानवाजी की मालवी-इंदौरियत परंपरा की पहचान होम स्टे की भी योजना बनाई है. नागरिकों से मेहमानों को अपने घर ठहराने का आव्हान किया है. इसको सकारात्मक समर्थन मिल रहा है. 70 से ज्यादा लोग सहमति दे चुके हैं. 300 से ज्यादा लोगों के तैयार होने की उम्मीद है.
आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा को जिम्मेदारी दी गई है. कार्यक्रम से अवगत करवाने के लिए बीसीसी में बैठक हुई. इसमें अभ्यास मंडल, लायंस, रोटरी, व्यापारिक और औद्योगिक संगठनों से जुड़े लोग शामिल हुए. सीइओ रामप्रकाश अहिरवार ने होम स्टे की रूपरेखा प्रस्तुत की. नागरिकों ने योजना को अच्छा बताते हुए हाथो-हाथ सहमति प्रदान की. कुछ सुझाव भी आए. जैसे प्रवासियों की सूची पहले से बता दें. दोनों परिवारों या मेहमानों का टेलिफोनिक संवाद भी हो जाए तो अच्छा रहेगा. मेहमानवाजी के साथ परिवार उन्हें अपने साथ घुमाने भी ले जाएं. अपने समूह और कार्यस्थल से भी अवगत कराएं. कोशिश करें, एयरपोर्ट पर मालवी परंपरा के अनुरूप उन्हें लेने जाएं और स्वागत करें. अध्यक्ष चावड़ा ने कहा हर व्यक्ति अपने साथ 5 ऐसे व्यक्तियों का चुनाव करें जो आने वाले प्रवासी अतिथियों को अपने यहां सम्पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करा सकें. इससे उन्हें हमारी सामूहिक रहने की संस्कृति का आभास होगा और तीन दिन तक सहयोग भी मिल सकेगा. गौरव रणदिवे ने कहा, एयरपोर्ट से लाने के लिए पार्किंग की व्यवस्था पर भी चर्चा करेंगे.
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