अगर आपको शेयर के बारे में ज्ञान है, तो आप शेयर बाजार में निवेश करके अपने धन को बढ़ा सकती हैं और ढेर सारे लाभ कमा सकती हैं। लेकिन हां इसमें एक्सपर्ट की राय लेना जरुरी है क्योंकि जरा सी चूक आपका घाटा करा सकती है।
एसबीआई इनवेस्टमेंट प्लान
एसबीआई इनवेस्टमेंट प्लान ग्राहकों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रसिद्ध और विश्वसनीय विकल्पों में से एक है। 2001 से, कंपनी अपने ग्राहकों की हर बीमा और निवेश आवश्यकताओं की देखभाल करती है और अपने विभिन्न प्रकार के बीमा उत्पादों के माध्यम से इसके लिए समाधान प्रदान करती है। एसबीआई निवेश योजनाएँ आपको धन सृजन के लिए वांछित सुरक्षा और अवसर प्राप्त करने की अनुमति देती हैं। भुगतान किए गए प्रीमियम का एक हिस्सा आपको बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है और शेष राशि आपकी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार वित्तीय साधन में निवेश की जाती है।
विभिन्न प्लान जैसे कि 5 साल के लिए एसबीआई इन्वेस्टमेंट प्लान और 7 साल के लिए एसबीआई इनवेस्टमेंट प्लान आपको भविष्य के लिए फाइनेंशियल कॉर्पस बनाने में मदद करते हैं- चाहे वह आपके बच्चे की शादी, शिक्षा या रिटायरमेंट सेविंग के लिए हो। एसबीआई लाइफ़ द्वारा पेश किए गए एसबीआई निवेश प्लान किसी व्यक्ति को निवेश और बीमा का दोहरा लाभ प्राप्त करने की अनुमति देते हैं। आपको भविष्य के लिए अपने पैसे बचाने के साथ-साथ बाजार में निवेश करके अपने धन की राशि बढ़ाने का लाभ मिलता है।
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस की मुख्य विशेषताएं
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस भारत में सबसे भरोसेमंद बीमा प्रदाताओं में से एक है। भारत में इतनी सारी जीवन बीमा कंपनियां उपलब्ध होने के कारण, सही बीमा कंपनी चुनना एक मुश्किल काम हो सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि आप सही इंश्योरर और सही प्लान चुनें जो आपके परिवार की संभावित ज़रूरतों के लिए सबसे उपयुक्त हो। इसलिए, किसी भी जीवन बीमा कंपनी को चुनने से पहले, आपको बीमा कंपनी के कुछ महत्वपूर्ण कारकों जैसे कि क्लेम सेटलमेंट रेशियो, सॉल्वेंसी रेशियो, वार्षिक प्रीमियम और ऑपरेटिंग नेटवर्क की जांच करनी होगी।
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें प्रदर्शन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, नीचे दी गई प्रमुख विशेषताओं पर एक नज़र डालें, जो कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषण करने में आपकी मदद करेंगी:
बच्चों की शिक्षा के लिए निवेश का बेहतर विकल्प है Mutual Funds, जानिए कौन सा है सही
Updated Nov 11, 2022 | 08:14 PM IST
बच्चों की शिक्षा के लिए म्यूचुअल फंड्स में भी निवेश कर सकते हैं।
बच्चों की शिक्षा मंहगी होती है। भारत तथा विदेश में शिक्षा की उच्च लागत के कारण परिवार की बचतों पर चोट पहुंच सकती है। कई माता-पिता अपने बच्चे की शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण (एजुकेशन लोन) लेते हैं। लोन के अलावा, म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) ऐसा अन्य क्षेत्र है जिस पर अपने बच्चे की शिक्षा की फंडिंग करने के लिए विचार कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड्स में एक अच्छी निवेश योजना से आपको अपने अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें बच्चे को सर्वश्रेष्ठ संभावित शिक्षा दिलाने के जीवन के महत्वपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिल सकती है। बच्चों की शिक्षा के उद्देश्य से निवेश के लिए (Investment for Education) सही म्यूचुअल फंड कैसे अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें चुने, आइये आपको यह जानकारी देते हैं।
डायवर्सिफाइड ब्लूचिप इक्विटी फंड्स
डायवर्सिफाइड ब्लूचिप इक्विटी फंड अनेक दीर्घकालिक लक्ष्यों जैसे बच्चों की शिक्षा और सेवा निवृत्ति के लिए आदर्श हो सकते हैं। इस निवेश स्कीम के अंतर्गत ऐसी कंपनियों के शेयरों में निवेश किया जाता है जो संबंधित सेक्टर्स में अग्रणी हैं, और इस प्रकार से आपको विकासशील अर्थव्यवस्था के लाभ मिल जाते हैं। किसी खास उद्योग पर फोकस करने वाली स्कीमों की तुलना में डायवर्सिफाइड फंड्स में जोखिम एलिमेंट कम होते हैं। इक्विटी स्कीमों के ऐतिहासिक परफॉर्मेंस के आधार पर, आप अपने निवेश पर लगभग 12% दीर्घकालिक सीएजीआर की उम्मीद कर सकते हैं।
जैसा कि नाम से पता लगता है, इन स्कीमों में अग्रणी लार्ज, मिड तथा स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश किया जाता है। मार्केट कैप साइज के अनुसार, इन फंड्स के अंतर्गत निवेश अनुपातों को एडजस्ट किया जा सकता है, और इस प्रकार आप मार्केट की स्थिति के अनुसार सर्वश्रेष्ठ संभावित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इस फंड की दीर्घकालिक सीईएजीआर 9% और अधिक की है।
बैलेंस्ड एडवेंटेज फंड्स
ये फंड हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स होते हैं जो जारी मार्केट दशाओं के आधार पर इक्विटी और डेट में आवंटन को परिवर्तित करने में समर्थ होते हैं। साथ ही इन्हें डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड्स भी कहा जाता है, और इनसे दोनो एसेट श्रेणियों के सर्वश्रेष्ठ परिणाम मिलते हैं। उनके ऐतिहासिक परफॉर्मेंस को देखते हुए, आप स्कीमों की इस श्रेणी से दीर्घकालिक 8-12% की सीएजीआर की उम्मीद कर सकते हैं।
उपयुक्त फंड्स को चुनते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखने से सहायता मिलेगी। सही फंड को चुनने में सहायता करने के लिए आइये कुछ महत्वपूर्ण पैरामीटर्स पर विचार करते हैं।
परफॉर्मेंस ट्रैक रिकार्ड:-
फंड्स को चुनते समय, कम से कम 5 वर्ष के ट्रैक रिकार्ड पर विचार करें। लेकिन, दीर्घकालिक ट्रैक रिकार्ड और भी अच्छा रहता है क्योंकि इससे निवेशकों को रिटर्न की भावी दर का अंदाजा लगाने में और पिछले मार्केट चक्रों के दौरान इसमें फेरबदल करने की योग्यता में सहायता मिलती है।
व्यय अनुपात
यह प्रशासनिक तथा प्रचालन लागतों को कवर करने के लिए फंड द्वारा निवेशकों से वसूली जाने वाली प्रतिशत-आधारित फीस है। किसी फंड का व्यय अनुपात इसके नेट रिटर्न्स को प्रभावित करता है। निम्न व्यय अनुपात से आपके पोर्टफोलियो में अधिक यूनिट्स आ सकेंगे जिससे आपके रिटर्न्स में बढ़ोतरी होगी। दीर्घकाल में, इन अतिरिक्त यूनिट्स से संबंधित कम्पाउंडिंग लाभ से आपके रिटर्न्स में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोतरी हो सकती है।
फंड के मैनेजमेंट के लिए फंड मैनेजर्स उत्तरदायी होते हैं तथा इसकी परफॉर्मेंस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कीम को चुनने से पहले, अपने अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें फंड मैनेजर और उसकी निवेश विचार प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर लें। आप मार्केट तथा उम्मीदों के संबंध में उनकी सामान्य कमेंट्री को जानने के लिए फंड हाउस की फैक्टशीट्स को भी देख सकते हैं। इंटरव्यूज़ तथा न्यूज पोर्टल्स अन्य साधन हैं जिनसे आप फंड मैनेजर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सेफ फ्यूचर के लिए किस उम्र में महिलाएं कहां और कितना करें इनवेस्टमेंट
वक्त बदल रहा है और वक्त के साथ महंगाई, लाइफस्टाइल और लोगों की जरूरतें बदल रही हैं। घर की आर्थिक जरूरतें पूरी करने का जिम्मा अब केवल पुरुषों पर ही नहीं है, बल्कि महिलाएं भी इस जिम्मेदारी को बराबर से निभा रही हैं। आज हर क्षेत्र में महिलाएं खुद को आजमा रही हैं और बढ़िया सैलरी पा रही हैं। मगर, आज के वक्त में जितना जरूरी खर्चों को पूरा करना है, उतना ही जरूरी है पैसे बचा कर सही जगह इनवेस्ट करना। अगर आप सही उम्र में सही जगह इनवेस्टमेंट करती है तो फ्यूचर में आपको कभी भी अर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किस उम्र में आपको कहां पर इनवेस्टमेंट करनी चाहिए और इससे आपको क्या फायदा मिलेगा।
25 से 35 वर्ष की महिलाएं
इस उम्र में महिलाओं में आगे बढ़ने का उत्साह होता है साथ ही अपनी लाइफस्टाइल को अच्छे से मैनटेन करने के चक्कर में बेफिक्र होकर खर्च करती हैं। ऐसा करने में कोई हर्ज नहीं। यह उम्र ज़िंदगी का लुत्फ़ उठाने की ही होती है। इस उम्र में लोगों का वेतन बेशक कम होता है मगर छोटी-छोटी बचत करके उसे सही जगह इनवेस्ट करने की भी यही सही उम्र होती हैं। फाइनेंस एक्सपर्ट अर्विंद सेन कहते हैं, ‘इस उम्र में छोटी-छोटी बचत से लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट करना बहुत अच्छा होता है। क्योंकि इस उम्र में कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी नहीं होती और आने वाले अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें 15 साल तक आप आराम से नौकरी भी कर सकती हैं।’ उदाहरण के लिए यदि कोई युवती 25 साल की है और वह हर महीने रु2,000 इनवेस्ट करती है और यह क्रम लगातार चलता रहता है, तो जब वह 60 वर्ष की होगी तो उसके अच्छी खासी धनराशी जमा हो जाएगी। इस उम्र में इस तरह एक छोटी राशि का निवेश किया जाना बहुत मायने रखता है। इस उम्र के अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें लिए हर किसी का अलग-अलग प्लैन हो सकता है। क्योंकि कोई 15 हज़ार कमाता है, तो कोई एक लाख। अपनी क्षमता अनुसार निवेश करें। इस वक़्त आप थोड़ा ज़्यादा जोखिम लेकर अपने निवेश का बड़ा हिस्सा ग्रोइंग कंपनियों में भी लगा सकते हैं।
35 से 50 वर्ष की महिलाएं
35 वर्ष की उम्र तक महिलाएं लगभग सेटल हो चुके होती हैं। अगर आप भी सेटल हो चुकी हैं तो आपको अब अपने भविष्य को संवारने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करनी चाहिए। अगर आपके बच्चे हो चुके हैं तो आपको उनके भविष्य और उनकी पढ़ाई के लिए पैसों को ऐसी जगह इनवेस्ट करना चाहिए, जो सही वक्त पर आपको बड़ी धनराशि के रूप में मिल सकें। इस उम्र में आप गोल्ड, लॉन्ग टर्म बेनिफिट्स देने वाले बॉन्ड्स, शेयर्स आदि में निवेश कर सकती हैं। आप बैंक में लॉन्ग टर्म के लिए अपना फिक्स डिपॉजिट भी करवा सकती हैं। फिक्स डिपॉजिट सबसे सेफ इनवेस्टमेंट होती है। मगर इस में मिलने वाला ब्याज बहुत अच्छा नहीं होता। आप अगर एसआईपी या मिचुअल फंड्स में इनवेस्ट करना चाहें तो यह भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आपको यह तय करना चाहिए कि आपको आने वाले दिनों में कितने पैसे की ज़रूरत है। फिर फायनेंशियल एड्वाइज़र के साथ मिलकर अपने पैसे निवेश करें। किसी भी क़ीमत पर एक ही स्थान पर निवेश न करें। इस उम्र में भी हमारी जोखिम उठाने की क्षमता ठीक होती है। इसलिए आप अपने निवेश का 50 प्रतिशत इक्विटी में लगा सकते हैं।” अपनी निवेश राशि का 30 प्रतिशत बैलेंस फ़ंड में डाल सकती हैं। बाक़ी बचे पैसों को अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार निवेश करें।
वर्किंग महिलाएं कहां करें निवेश
अगर आप एक वर्किंग वुमन हैं और आप चाहती हैं कि कहीं अच्छी जगह इन्वेस्ट किया जाए तो आप यह बिल्कुल सही सोच रही हैं। हम आपको बताएंगे कि कैसे आप बचत करने के लिए अलग-अलग जगह पर निवेश कर सकती हैं:
सोना
महिलाओं को गोल्ड से बहुत लगाव होता है। वह इसे पहनना बहुत पसंद करती हैं। मगर आप श्रृंगार के साथ ही सोने को इनवेस्टमेंट के तौर पर भी देख सकती हैं। गोल्ड में इनवेस्टमेंट के लिए आपको किसी ब्रांडेड ज्वेलर्स शॉप में अपना गोल्ड अकाउंट खोलना चाहिए। इसमें आप साल भर या उससे ज्यादा एक निश्चित धनराशि जमा करती जाती हैं और कुछ धनराशि वह ज्वेलर्स शॉप द्वारा दी जाती है। जब आपकी स्कीम पूरी हो जाती है तो आपको उतनी धनराशि का कोई गोल्ड उत्पाद दिया जाता है। बेहतर हो कि गोल्ड इनवेस्टमेंट के लिए आप गोल्ड के सिक्के या ब्लॉक खरीदें।
पैसे कमाने के 9 मंत्र जो कभी नहीं होंगे फेल, इन्हें अपनाकर बन सकते अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें हैं अमीर
हर व्यक्ति कम समय में धनवान बनना चाहता है. इसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग ऐसी होनी चाहिए, जो लक्ष्य की प्राप्ति में महत्वपूर्ण रोल निभाए.
- अमीर बनने के लिए सही फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी
- सही समय अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट करें पर निवेश का फैसला बना सकता है अमीर
- प्लानिंग और निवेश के तालमेल से बेहतर रिटर्न कुछ नहीं
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