जब Stock market खुले होते हैं, तब लाइव ट्रेडिंग के दौरान, जिस प्राइस पर शेयरों की ट्रेडिंग होती है। उसे CMP (current market price) कहा जाता है। इसे शेयर के वर्तमान मार्केट मूल्य नाम से भी जाना जाता है। CMP शेयर का वह होता है जिस पर आप stocks को खरीद और बेच सकते हो। इस आर्टिकल में शेयर मार्केट में सीएमपी (CMP) current market price क्या होता है? के बारे में विस्तार बताया गया है। चलिए जानते हैं। CMP current market price in stock market kya hota hai? के बारे में।
100 रुपए/शेयर से भी कम के निवेश में कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा, जानिए कैसे
अगर आप 100 रुपए से कम कीमत के शेयर में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बेहतरीन मौका है. बाजार में सूचीबद्ध ये कुछ ऐसे शेयर हैं, जिनका न सिर्फ ग्रोथ वाल्यूम स्ट्रॉन्ग है बल्कि शेयरों में निवेश से अच्छा रिटर्न भी मिलेगा.
रिसर्च टीम ने इस सीरीज में IT सॉल्यूशन कंपनी First सोर्स सॉल्यूशंस को चुना है.
अगर आप 100 रुपए से कम कीमत के शेयर में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बेहतरीन मौका है. बाजार में सूचीबद्ध ये कुछ ऐसे शेयर हैं, जिनका न सिर्फ ग्रोथ वाल्यूम स्ट्रॉन्ग है बल्कि शेयरों में निवेश से अच्छा रिटर्न भी मिलेगा. 'जी बिजनेस' की रिसर्च टीम के सदस्य रजत देवगन ने इस सीरीज में IT सॉल्यूशन कंपनी First सोर्स सॉल्यूशंस को चुना है.
रजत ने बताया कि यह कंपनी आरपी संजीव गोयनका समूह की है. इसके शेयर में 1 साल में करेक्शन आया है. कंपनी के शेयर का CMP 51.30 रुपए, जो सालभर पहले की कीमत से 22 फीसदी नीचे है. कंपनी को लेकर ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट सकारात्मक है. हालांकि Q4 में रिजल्ट बहुत अच्छे नहीं थे.
CMP Meaning In Share स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? Market In Hindi :
CMP का फुलफॉर्म (current market price) होता है जब हम शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग का ज़िक्र स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? करते है तो CMP सब्द निकलकर आता है CMP मौजूदा बाज़ार मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है CMP शेयर बाज़ार के निवेशको के लिए एक महत्वपूर्ण मापदंड है सीधे सब्दो में कहे तो इसका मतलब करेंट मार्केट प्राइस होता है इसे करेंट स्टॉक वैल्यू के नाम से भी जाना जाता है वर्तमान बाज़ार मूल्य किसी विशेष शेयर का एक मोटा मूल्य है जो एक निश्चित समय अवधि पर बाज़ार में कारोबार कर रहा है परन्तु शेयर बाज़ार अत्यधिक गतिशील होता है इसलिए आपको CMP में जितने चाहे उतने शेयर खरीदने का अवसर मिलता है |
किसी शेयर या स्टॉक का वर्तमान बाज़ार मूल्य वह दर है जिसका उलेख आप अक्सर वितीय मंच पर देखते है अगर आप किसी शेयर के वर्त्तमान बाज़ार मूल्य का पता लगाना चाहते है तो वितीय साईट, समाचार चैनल ,मोबाइल एप्प जैसे साधन का उपयोग करके वर्त्तमान बाज़ार मूल्य पता कर सकते है यदि आप सुनिश्चित करते है की आप मौजूदा बाज़ार मूल्य पर किसी विशेष स्टॉक को बेचना और खरीदना चाहते है तो आपको ब्रोकरेज के साथ मार्केट आर्डर दर्ज करना होगा उसके बाद आपको पता होना चाहिए की बाज़ार की गतिविधि के कारण आपके द्वारा आर्डर दर्ज करने के समय से लेकर वास्तविक व्यापार निष्पादित होने तक की किम्मत में थोडा सा अंतर हो सकता है
CMP में limit order क्या होता है :
दोस्तों कुछ लोग बाज़ार के उतार चड़ाव से कतराते है इसलिए limit order लगायी जाती है जैसे की नाम से पता चलता है किसी order पर limit लगाना सरल सब्दो में बताये तो आपको न्तुनतम मूल्य set करना होता है आप जिस भी प्राइस में उस शेयर को सेल करना चाहते है या अधिकतम मूल्य जिस पर स्टॉक खरीदना चाहते है और फिर अपने ब्रोकर को यह मूल्य बताना होता है |
उधारण से समझते है यदि आपके पास किसी कंपनी के 100 स्टॉक है तो आप अपने ब्रोकर को तभी सेल करने के लिए बोल सकते है जब प्रत्येक स्टॉक के लिए न्यूनतम 100 डोलर हो इसके अलावा ब्रोकर को 100 स्टॉक खरीदने के लिए बोल सकते है यदि प्रति स्टॉक अधिकतम 100 डालर है |
CMP में stop order क्या होता है :
stop order में एक निश्चित सीमा तय करते है जिसके लिए हम स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए रेडी है इसके लिए एक निश्चित stop order रखते है ब्रोकर को तभी बोलते है जब स्टॉक की किम्मत न्यूनतम 100 डॉलर हो जाती है या जब किम्मत 50 डॉलर या उससे कम होती है तो स्टॉक खरीद लेते है |
दोस्तों CMP में limit order और stop order में यही अंतर होता है लेकिन ज्यादा अंतर देखने को नही मिलता है इनकी trading में मुख्य अंतर होता है हम एक सिमित सीमा में निर्दिष्ट मूल्य के उपर या निचे उचतम मूल्य की तलाश करते है जैसे ही स्टॉक की मूल्य सीमा उस order सीमा तक पहुचती है वैसे ही बेच दिया जाता है |
Market Order
मार्केट आर्डर में सिक्यूरिटी को तुरंत खरीदने और बेचने का आदेश दिया जाता है। यह आर्डर गारंटी देता है कि आदेश तुरंत पूरा किया जायेगा लेकिन execution प्राइस की गारंटी नहीं देता। Market order सामान्यतः अपनी सबसे पास वाली बिड पर एक्सीक्यूट होते हैं।मार्केट आर्डर ट्राजेक्शन बहुत ही जल्दी CMP (current market price) पर होता है।
मार्केट आर्डर मौजूदा market प्राइस CMP पर शेयर खरीदने और बेचने का आर्डर है,जब तक आप कोई विशेष निर्देश ना दें। आपका ब्रोकर आपके आर्डर को मार्केट ऑर्डर में ही दर्ज करेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब तक इच्छुक खरीदार और विक्रेता उपलब्ध है,तब तक आपका सौदा पूरा होने की गारंटी दी जाती है।
मार्केट आर्डर पर शेयर तभी खरीदने बेचने चाहिए जब आप किसी भी कीमत पर अपना सौदा पूरा करना चाहते हो। अन्यथा लिमिट आर्डर ही लगाना चाहिए इसमें आप अपनी मनचाही कीमत पर सौदा करते हैं परन्तु इसमें सौदा होने की गारंटी नहीं होती है। Penny Stocks में एक हजार रूपये इन्वेस्ट करके एक लाख कैसे कमाए?
Limit Order
लिमिट आर्डर को कम से कम और ज्यादा प्राइस पर सेट किया जाता है। जिस प्राइस पर आप शेयर खरीदने और बेचने के लिए तैयार हैं, चाहे उसमे कितना ही समय स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? क्यूँ न लगे। Limit order के अंतर्गत शेयरों को अधिक कीमत पर बेचने और कम कीमत पर खरीदने की कोशिश की जाती है।
इस आर्डर के पूरा होने की कोई गारंटी नहीं होती है। लिमिट आर्डर शायरों को ट्रडर्स के द्वारा अपनी पसंद के पूर्वनिर्धारित प्राइस पर ख़रीदने और बेचने के लिए लगाया जाता है। उदाहरण स्वरूप जैसे किसी XYZ शेयर की CMP (current market price) 96.85 रूपये पर चल रही है और आप उसे 96.50 रूपये में ख़रीदना चाहते हैं तो आपको इसके लिए लिमिट आर्डर लगाना पड़ेगा।
डीमैट अकाउंट में CMP (Current market price) क्या है?
जब शेयरों को खरीदा-बेचा जाता है तब Stock market में सीएमपी का अर्थ, शेयर का वर्तमान बाजार भाव होता है। इसे stocks के वर्तमान बाजार भाव के रूप में भी जाना जाता है। डीमैट अकाउंट में रखे शेयरों का वैल्यूएशन उनकी वर्तमान CMP के हिसाब से ही किया जाता है।
इसमें ध्यान देने योग्य बात या है कि मार्केट प्राइस थोड़ा-बहुत बदल सकता है जब आप market आर्डर लगा रहे हो या जब trade executes हो रहा हो। यदि आपका आर्डर पर्याप्त रूप से बड़ा हो प्राइस को ऊपर या नीचे स्थानांतरित कर सकता है। यदि आप शेयर मार्केट के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो आप इस बुक वारेन बफे के मैनेजमेंट सूत्र को पढ़ सकते हैं।
विशेषकर अधिक volatile market में कम volume वाले स्टॉक्स के प्राइस में अधिक उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। ऐसी पोजीशन में ट्रेडिंग के दौरान ट्रेडर्स को ज्यादा नुकसान होने की आशंका रहती है। इसलिए अधिक वोलेटाइल और कम वॉल्यूम वाले stocks में ट्रेडिंग करने से बचना चाहिए।
आज ये 6 शेयर आपको कर सकते हैं मालामाल, विशेषज्ञों ने कहा लगा लीजिए इन पर दांव
Day trading guide for Thursday: भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को शानदार वापसी की और दिन को भारी बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स 446 अंक बढ़कर 17,759 पर, बीएसई सेंसेक्स 1564 अंक बढ़कर 59,537 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी बैंक इंडेक्स 1260 अंक बढ़कर 39,536 के स्तर पर बंद हुआ। आज के इंट्राडे में शेयर बाजार के विशेषज्ञ आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता, आनंद राठी के मेहुल कोठारी और प्रभुदास लीलाधर की वैशाली पारेख ने आज खरीदने के लिए 6 शेयरों की सिफारिश की है।
सीएमपी
स्टॉक की कीमत लगभग हमेशा बदल रही होती है, हर सेकेंड। यहां तक कि जब मार्केट बंद रहते हैं, तो जनता की सोच और अन्य घटनाक्रम स्टॉक की कीमत पर असर डाल रहे होते हैं, जिसका पता स्टॉक के उछाल या गिरावट के साथ खुलने से चलता स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? है। सीएमपी का मतलब है करेंट मार्केट प्राइस (मौजूदा बाज़ार मूल्य) । यदि किसी को इसकी कल्पना करनी हो तो स्टॉक की इस हलचल को ग्राफ पर दर्शाया जा सकता है। सीएमपी इस ग्राफ का सबसे हाल में शामिल अंग है, जिसमें यह दिखाया जा सकता है कि इस समय स्टॉक की कीमत क्या है। इसलिए, स्टॉक मार्केट में सीएमपी का मतलब है किसी स्टॉक की मौजूदा कीमत। सीएमपी शेयर मार्केट में कैसे काम करता है और इसका क्या मतलब है, आइये यह जानने की कोशिश करते हैं।
शेयर मार्केट में किसी स्टॉक का सीएमपी इन्वेस्टर या ट्रेडर के तौर स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? पर आपके लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपको बता सकता है कि उस क्षण स्टॉक की कीमत क्या है। कुछ क्षण पहले स्टॉक की कीमत जानने के साथ-साथ, फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस के साथ, सीएमपी का उपयोग यह अंदाज़ा लगाने के लिए भी किया जा सकता है कि भविष्य में 10 मिनट, 10 दिन या 10 सप्ताह बाद किसी स्टॉक का सीएमपी क्या होगा। इसे इस तरह देखने से लगेगा कि सीएमपी का मतलब है बस किसी ख़ास समय स्टॉक की कीमत क्या है। जैसे एक पल ख़त्म होने के बाद दूसरा पल आता है वैसे ही एक के बाद दूसरा सीएमपी भी आता है। कोई पूछ सकता है कि मौजूदा सीएमपी से ठीक पहले का सीएमपी क्या होता है? इसे समझने के लिए, हमें स्टॉक मार्केट स्टडी, एलटीपी में सीएमपी को जोड़ने की ज़रुरत होगी।
एलटीपी
किसी स्टॉक का एलटीपी या लास्ट ट्रेडेड प्राइस उस कीमत को दिखाता है जिस पर स्टॉक को हाल ही में खरीदा और बेचा स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? गया हो। शेयर मार्केट में सीएमपी अर्थ की तरह, एलटीपी भी हमेशा बदल रहा होता है हर ट्रेड के साथ। जैसे यदि आप क्षण भर के लिए कोई शेयर खरीदते हैं, तो जिस कीमत पर आपने स्टॉक खरीदा वह स्टॉक का एलटीपी था। हालांकि, भारी मात्रा में ट्रेडिंग होने के कारण, स्टॉक का एलटीपी हर क्षण बदलता जाता है।
अब, यदि सीएमपी ट्रेड कर रहे स्टॉक का मौजूदा मूल्य है तो एलटीपी का मतलब वह अंतिम मूल्य जिस पर स्टॉक का कारोबार होता है, तो क्या दोनों एक तरह से एक ही चीज़ नहीं हैं? जवाब हैं नहीं पूरी तरह से नहीं। आइए यह समझने के लिए गहराई से देखें कि ऐसा क्यों है।
सीएमपी और एलटीपी के बीच अंतर
कोई भी यह पूछ सकता है कि स्टॉक मार्केट में सीएमपी और एलटीपी के बीच क्या फर्क है। हालाँकि, एक-दूसरे के करीब होने के बावजूद दोनों में एक बड़ा फर्क है।
मान लें कि आप कोई स्टॉक खरीदने की सोच रहे हैं। आप स्टॉकब्रोकिंग साईट पर जाते हैं यह देखने के लिए कि स्टॉक किस स्तर पर ट्रेड कर रहा है। यदि स्टॉक100 रूपये पर है, और आपको स्क्रीन पर 99.8 रुपये दिख रहा है तो वह आपकी कीमत है जिस स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? पर आप स्टॉक खरीद सकते हैं और तब कह शेयर मार्केट में आपका सीएमपी होगा। यदि आप सेलर हैं तो जिस कीमत पर खरीदने की पेशकश कर रहे हैं वह सीएमपी है। आप में से किसी ने भी अभी तक ट्रेड नहीं किया है तो शेयर मार्केट में कीमत सीएमपी है। यदि तब आप उस स्टॉक में इन्वेस्ट करना स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? तय करते हैं तो जिस कीमत पर आपने इसे खरीदा है वह एलटीपी या लास्ट ट्रेडेड प्राइस होगा। इसलिए कोई यह दावा कर सकता है कि स्टॉक का वास्तविक सीएमपी अलग-अलग इन्वेस्टर के लिए बारीकी से अलग-अलग हो सकता है, और आम तौर पर शेयर मार्केट में सीएमपी इन अलग-अलग सीएमपी का औसत होता है जो हर क्षण बदलता होता है।
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