विदेशी मुद्रा बाजार क्या है
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विनिमय दर क्या है? इसका निर्धा .
Solution : विनिमय दर वह दर है जिस पर एक देश की एक मुद्रा इकाई का दूसरे देश की मुद्रा में विनिमय किया जाता है। दूसरे शब्दों में, विदेशी विनिमय दर यह बताती है कि किसी देश की मुद्रा की एक इकाई के बदले में दूसरे देश की मुद्रा की कितनी इकाइयाँ मिल सकती हैं।
क्राउथर के अनुसार-"विनिमय दर एक देश की इकाई मुद्रा के बदले में दूसरे देश की मुद्रा मिलने वाली इकाइयों की माप विदेशी मुद्रा बाजार क्या है है।"
अब प्रश्न यह उठता है कि विनिमय दर का निर्धारण कैसे होता है? विनिमय दर के निर्धारण के लिए अर्थशास्त्रियों ने कई सिद्धांत दिए हैं। जिस प्रकार से वस्तु की कीमत बाजार में माँग एवं पूर्ति की शक्तियों द्वारा निर्धारित होती है, उसी प्रकार विनिमय दर भी विदेशी विनिमय बाजार में माँग एवं पूर्ति के द्वारा ही निर्धारित होती है। दूसरे शब्दों में, एक विदेशी विनिमय बाजार में विदेशी विनिमय की संतुलन दर विदेशी विनिमय की मांग और पूर्ति के बीच समानता द्वारा निर्धारित होती है।
इस प्रकार विनिमय दर का निर्धारण मुख्यत: दो तत्वों पर निर्भर करता है (i) विदेशी विनिमय की मांग, (ii) विदेशी विनिमय की पूर्ति।
Money Market New Timings: RBI ने बदला ट्रेडिंग का समय, सोमवार से सुबह 9 बजे से होगा कामकाज
Market Market Timings Update। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में ट्रेडिंग के समय में बदलाव कर दिया है।आरबीआई की ओर से जानकारी दी गई है कि वित्तीय बाजार के कारोबार का नया टाइम टेबल 18 अप्रैल, सोमवार से लागू होगा। अभी तक कारोबार विदेशी मुद्रा बाजार क्या है का समय सुबह 10 बजे से था, लेकिन अब इसे 18 अप्रैल से 9 बजे से ही कर दिया गया है और 3.30 बजे तक जारी रहेगा। RBI ने बाजार के कारोबारी समय में 30 मिनट बढ़ा दिया है। RBI ने विज्ञप्ति जारी करते हुए विदेशी मुद्रा बाजार क्या है जानकारी दी है कि कोविड प्रतिबंधों के खत्म होने और लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों को हटाने और कार्यालयों में कामकाज सामान्य होने के चलते सुबह 9 बजे से वित्तीय बाजारों में कारोबार शुरू करने का फैसला लिया गया है।
RBI के मुताबिक अब बदले हुए समय के साथ विदेशी मुद्रा बाजार और सरकारी प्रतिभूतियों में लेनदेन संभव होगा। 18 अप्रैल 2022 से विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव, रुपया ब्याज दर डेरिवेटिव, कॉरपोरेट बॉन्ड में रेपो आदि सहित विदेशी मुद्रा (FCY)/ भारतीय रुपया (INR) ट्रेडों जैसे RBI विनियमित बाजारों में ट्रेडिंग अपने पूर्व-कोविड समय यानी सुबह 10 बजे के बजाय 9:00 बजे सुबह से शुरू होगी
आपको बता दें कि साल 2020 में कोरोना संक्रमण को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 7 अप्रैल को बाजार के कारोबार के घंटे में बदलाव किया था। बाजार का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक बदल दिया गया, जिससे कारोबार के घंटे आधे घंटे कम हो गए, लेकिन अब कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद RBI पुराने टाइम टेबल को फिर से लागू कर रहा है।
रुपए में बढ़त, पर विदेशी मुद्रा बाजार से दूर आरबीआई
डॉलर के मुकाबले रुपए में आ रही मजबूती के बावजूद रिजर्व बैंक रुपए की बढ़त को थामने के लिए सक्रिय नहीं।
13 अक्टूबर 2010
मुंबई। अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपए में आ रही जोरदार मजबूती के बावजूद रिजर्व बैंक (आरबीआई) रुपए की बढत को थामने के लिए सक्रिय नहीं रहा है। बैंक ने अगस्त माह के दौरान रुपए की मजबूती को रोकने के लिए कोई हस्तक्षेप नहीं किया।
अगस्त माह के दौरान डॉलर के सामने रुपया एक माह पहले की तुलना में 1.4 प्रतिशत विदेशी मुद्रा बाजार क्या है मजबूत हुआ। रिजर्व बैंक के मासिक बुलेटिन के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने अगस्त में ढाई अरब रुपए का शेयरबाजारों में निवेश किया। जुलाई में इनका निवेश साढे तीन अरब डॉलर का था।
वर्ष 2009 में रिजर्व बैंक ने रुपए में तीव्र गिरावट को थामने के लिए पांच अरब 80 करोड डॉलर की शुद्ध बिक्री की थी। मार्च 2009 में एक डॉलर की विदेशी मुद्रा बाजार क्या है कीमत रिकार्ड 52.20 रुपए तक पहुंच गई थी। किंतु बाद में विदेशी निवेशकों की सक्रियता के बलबूते रुपया फिर मजबूत होने लगा।
इस वर्ष विदेशी कोष 21 अरब 70 करोड डॉलर का निवेश कर चुके हैं। नौ अरब डॉलर का निवेश तो पिछले करीब डेढ माह में ही किया है।
डॉलर के मुकाबले सितम्बर माह के दौरान रुपया करीब छह प्रतिशत मजबूत हुआ है। फिलहाल एक डॉलर की कीमत 44.50 रुपए के आसपास है।
क्या होता है विदेशी मुद्रा भंडार, क्या हैं इसके मायने ?
विदेशी मुद्रा भंडार को फॉरेक्स रिजर्व या एफएक्स रिजर्व भी कहा जाता है
कुल मिलाकर विदेशी मुद्रा भंडार में केवल विदेशी बैंकनोट, विदेशी बैंक जमा, विदेशी ट्रेजरी बिल और अल्पकालिक और दीर्घकालिक विदेशी सरकारी प्रतिभूतियां शामिल होनी चाहिए. हालांकि, सोने के भंडार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर), और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा राशि भी विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा होता है. यह व्यापक आंकड़ा अधिक आसानी से उपलब्ध है, लेकिन इसे आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय भंडार या अंतर्राष्ट्रीय भंडार कहा जाता है.
विदेशी मुद्रा भंडार को आमतौर पर किसी देश के अंतरराष्ट्रीय निवेश की स्थिति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं. आमतौर पर, जब किसी देश के मौद्रिक प्राधिकरण पर किसी प्रकार का दायित्व होता है, तो उसे अन्य श्रेणियों जैसे कि अन्य निवेशों में शामिल किया जाएगा. सेंट्रल बैंक की बैलेंस शीट में, घरेलू ऋण के साथ विदेशी मुद्रा भंडार संपत्ति है.
आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय भंडार संपत्ति विदेशी मुद्रा बाजार क्या है एक केंद्रीय बैंक को घरेलू मुद्रा खरीदने की अनुमति देती है, जिसे केंद्रीय बैंक के लिए लायबिलिटी माना जाता है.
देश का विदेशी पूंजी भंडार 11 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 2.68 अरब डॉलर बढ़कर 396.08 अरब डॉलर हो गया, जो 27,671.0 अरब रुपये के बराबर है. विदेशी मुद्रा भंडार पर पाउंड, स्टर्लिग, येन जैसी अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है.
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Forex Market : शुरुआती कामकाज में रुपया मजबूत, डॉलर के मुकाबले 28 पैसे बढ़कर 79.25 पर पहुंचा
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.30 पर खुला और फिर शुरुआती सौदों में 79.25 का स्तर छू गया। इस तरह इसमें सोमवार के बंद भाव की तुलना में 28 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 79.53 पर बंद हुआ था।
विदेशी मुद्रा बाजार यानी फॉरेक्स मार्केट में आज शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत रहा। यह 28 पैसे मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 79.25 पर पहुंच गया। इसकी वजह डॉलर में गिरावट और विदेशी फंडों की आवक बढ़ना रही।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.30 पर खुला और फिर शुरुआती सौदों में 79.25 का स्तर छू गया। इस तरह इसमें सोमवार के बंद भाव की तुलना में 28 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 79.53 पर बंद हुआ था।
कच्चा तेल टूटकर 93 डॉलर, शेयर बाजार में उछाल
उधर, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा सौदों में 0.21 फीसदी गिरकर 93.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स 292.69 अंक या 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 60,407.82 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 93.25 अंक या 0.52 फीसदी बढ़कर 18,029.विदेशी मुद्रा बाजार क्या है 60पर पहुंच गया। शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक खरीदार बने हुए हैं। सोमवार को विदेशी मुद्रा बाजार क्या है उन्होंने 2,049 करोड़ करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदी की।
मुद्रास्फीति बढ़कर 7 फीसदी
देश में खाद्य और ईंधन के दाम बढ़ने से अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर 7 फीसदी हो गई, जबकि फैक्ट्रियों का उत्पादन चार माह के निचले स्तर 2.4 फीसदी पर आ गया। वित्त मंत्रालय ने मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी की वजह खाद्य और ईंधन की कीमतों में वृद्धि बताई है।
विस्तार
विदेशी मुद्रा बाजार यानी फॉरेक्स मार्केट में आज शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत रहा। यह 28 पैसे मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 79.25 पर पहुंच गया। इसकी वजह डॉलर में गिरावट और विदेशी फंडों की आवक बढ़ना रही।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.30 पर खुला और फिर विदेशी मुद्रा बाजार क्या है शुरुआती सौदों में 79.25 का स्तर छू गया। इस तरह इसमें सोमवार के बंद भाव की तुलना में 28 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 79.53 पर बंद हुआ था।
कच्चा तेल टूटकर 93 डॉलर, शेयर बाजार में उछाल
उधर, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा सौदों में 0.21 फीसदी गिरकर 93.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स 292.69 अंक या 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 60,407.82 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 93.25 अंक या 0.52 फीसदी बढ़कर 18,029.60पर पहुंच विदेशी मुद्रा बाजार क्या है गया। शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक खरीदार बने हुए हैं। सोमवार को उन्होंने 2,049 करोड़ करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदी की।
मुद्रास्फीति बढ़कर 7 फीसदी
देश में खाद्य और ईंधन के दाम बढ़ने से अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर 7 फीसदी हो गई, विदेशी मुद्रा बाजार क्या है जबकि फैक्ट्रियों का उत्पादन चार माह के निचले स्तर 2.4 फीसदी पर आ गया। वित्त मंत्रालय ने मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी की वजह खाद्य और ईंधन की कीमतों में वृद्धि बताई है।
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