SBI Rate Hike: महंगाई में SBI ने दिया ग्राहकों को झटका, कर दिया लोन महंगा, चेक करें नई दरें
SBI Rate Hike: बैंक अब एक महीने और तीन महीने के लिए एमसीएलआर 7.75% से बढ़ाकर 8% कर दिया है। इससे पहले एसबीआई ने एफडी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी।
SBI Rate Hike (सोशल मीडिया)
SBI Rate Hike: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा हाल के दिनों में रेपो रेट में बढ़ोतरी किये जाने के बाद से देश की सरकारी और निजी क्षेत्र की बैंक कर्ज ब्याज दरें इजाफा करने लगी हैं। देश की सबसे बड़ी बैंक SBI ने पहले जमा ब्याज दरों में इजाफा करते हुए राहत दी थी तो अब झटका दिया है। SBI ने गुरुवार को अपनी कर्ज ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (SBI Rate Hike) में 0.25 फीसदी का इजाफा किया है। बैंक के इस कदम से ग्राहकों को बड़ा झटका लगा है।अब एसबीआई ग्राहकों के लिए होम, कार, पर्सनल लोन के अलावा अन्य प्रकार के सभी लोन महंगे गए हैं और साथ ही लोन पर चल रही ईएमआई भी महंगी हो गई हैं।
बढ़ी हुई नई दरें
SBI की आधिकारिक वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, बैंक नेअपने सभी टेन्योर वाले लोन की ब्याज दरों में 25 आधार अंक की बढ़ोतरी की है। बैंक की बढ़ी हुई नई दरें 15 दिसंबर, 2022 यानी आज से लागू हो गई हैं। बैंक अब एक महीने और तीन महीने के लिए एमसीएलआर 7.75% से बढ़ाकर 8% कर दिया गया है। छह महीने और एक साल के लिए एमसीएलआर को 8.05% से बढ़ाकर 8.30% कर दिया गया है।
इसके अलावा SBI अब दो वर्षों के लिए एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.50 फीसदी कर दिया है। इससे पहले यह 8.25 फीसदी पर था। तीन साल वाले MCLR को 8.35% से बढ़ाकर 8.60% कर दिया गया है।
छह महीनों के अंतराल में इतना महंगा हुआ कर्ज
जून से लेकर अब तक एसबीआई अपनी बीते 6 महीनों ने 1.10 फीसदी कर्ज ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर चुका है। 15 दिसंबर, 2022 को बढ़ोतरी करने से पहले बैंक ने 15 नवंबर, 2022 को एमसीएलआर में बढ़ोतरी की थी। तब बैंक ने अपने सभी टेन्योर वाले लोन की ब्याज दरों में 10-15 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़ोतरी की थी।
हाल में SBI ने जमा ब्याज दरों की थी बढ़ोतरी
कर्ज ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने से पहले एसबीआई ने इसी दिसंबर महीने में अपनी सावधि जमा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी। बैंक अपनी विभिन्न समय सीमा वाली एफडी पर 15 आधार अंक से लेकर 65 आधार अंक तक की बढ़ोतरी की थी।
आरबीआई के बैंकों में जमा पर सर्वोत्तम ब्याज बाद बैंक उठा रहीं यह कदम
आपको बता दें कि बीते दिनों रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी हो गया। आरबीआई के इस कदम के बाद से देश के सरकारी और निजी क्षेत्र की बैंक अपने कर्ज ब्याज और सावधि जमा ब्याज दरों में इजाफा कर रही हैं।
SBI के बाद अब इस बैंक ने भी बढ़ाई, एफडी पर ब्याज दरें
Fixed deposit:आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के बाद अब बैंक भी एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाने लगे हैं. एसबीआई के बाद अब एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने एफडी पर ब्याज दरों को बढ़ा दिया है. बैंक ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया है कि बैंकों में जमा पर सर्वोत्तम ब्याज एफडी के साथ ही इस स्मॉल फाइनेंस बैंक ने बचत खातों पर भी ब्याज दर को बढ़ाया है. बैंक ने एफडी पर ब्याज दरों को 0.25 फीसदी बढ़ा दिया है. इससे सामान्य ग्राहकों के लिए ब्याज दर 7.5 से बढ़कर 7.75 फीसदी हो गयी है. वहीं, सीनियर सिटीजंस को अब 8 की बजाय 8.25 फीसदी ब्याज मिलेगा.
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने एफडी के साथ ही बचत जमा पर भी ब्याज दर को बढ़ा दिया है. बैंक ने एक करोड़ से दस करोड़ तक के सेविंग बैलेंस के लिए ब्याज दर को बढ़ाकर 7.25 फीसदी कर दिया है. बैंक ने 5 करोड़ से 10 करोड़ रुपए तक के सेविंग बैलेंस पर सबसे अधिक 1.25 फीसदी की दर वृद्धि की है. यहां बैंक ने सेविंग डिपॉजिट रेट को 6 फीसदी से बढ़ाकर 7.25 फीसदी कर दिया है.
जानिए कितना मिलेगा ब्याज
दो साल और तीन साल से कम अवधि वाली रकम पर इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की गई है. यानी अब यह 6.25 फीसदी से बढ़कर 6.75 फीसदी हो गया है. तीन साल और पांच साल से कम अवधि की मैच्योरिटी वाली रकम पर अब 6.10 फीसदी के बजाय 6.25 फीसदी ब्याज मिलेगा. पांच साल से दस साल की अवधि वाली रकम पर इसे 6.10 फीसदी से बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया गया है. ये इंटरेस्ट रेट नए डिपॉजिट और मैच्योरिंग अकाउंट्स के रिन्यूवल पर लागू होंगे.
Fixed deposit:सीनियर सिटीजंस के लिए बैंक सात दिन से 10 साल की अवधि वाली एफडी पर 3.5 फीसदी से लेकर 7.25 फीसदी ब्याज दे रहा है. इस बीच बैंक में SBI Wecare डिपॉजिट स्कीम को 31 मार्च, 2023 तक बढ़ा दिया है.
SBI खाताधारकों की टेंशन बढ़ाने वाली खबर; ‘इस’ सेवा के लिए भुगतान करने के लिए अतिरिक्त पैसे
SBI ब्याज दर वृद्धि: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कुछ महत्वपूर्ण नीतिगत परिवर्तनों के बाद, इसका प्रभाव आम लोगों के जीवन पर सीधे देखा जा रहा है। इसमें SBI यानी State Bank of India के खाताधारक भी शामिल हो गए हैं। प्रारंभिक स्तर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्टेट बैंक वर्तमान में एक सेवा के लिए अतिरिक्त शुल्क ले रहा है।
खाताधारकों की बढ़ती चिंता की वजह क्या है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सभी कर्ज महंगे हो गए हैं। साथ ही बैंक से कर्ज लेने वालों के लिए होम लोन की किस्त भी बढ़ गई है. जैसे ही स्टेट बैंक ने एमसीएलआर में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की, साफ है कि कर्ज की लागत बढ़ने के अलावा मौजूदा कर्ज की किस्त भी बढ़ गई है। SBI ने आज सुबह अपनी वेबसाइट पर MCLR में आधा फीसदी बढ़ोतरी की खबर जारी की. SBI ने यह फैसला RBI द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के बाद लिया है.
रेपो रेट में कितने प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है?
दिसंबर महीने में ही हुई एमपीसी की बैठक में आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी। यह 35 आधार अंकों की वृद्धि थी जिससे रेपो दर 6.25 हो गई। मई के बाद से आरबीआई रेपो रेट में 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है.
एसबीआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, 1-3 महीने के एमसीएलआर को भी बढ़ाया गया है और अब यह 7.75 से 8 फीसदी पर पहुंच गया है. एमसीएलआर को भी छह महीने से बढ़ाकर एक साल कर दिया गया। अब यह आंकड़ा 8.05 फीसदी से बढ़कर 8.30 फीसदी हो गया है. तो, दो साल के लिए एमसीएलआर 8.50 फीसदी है। तीन साल के लिए MCLR 8.35 से बढ़ाकर 8.60 फीसदी कर दिया गया है.
रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट के बीच सटीक अंतर क्या है?
अन्य बैंकों को अल्पकालिक वित्त प्रदान करते समय आरबीआई द्वारा ली जाने वाली ब्याज दर को रेपो दर कहा जाता है। बैंक इस पैसे से ग्राहकों को कर्ज देते हैं। इसलिए रेपो रेट घटने पर बैंक ग्राहकों को कम ब्याज दर पर कर्ज मुहैया कराता है. इसलिए, ग्राहकों को होम लोन, कार लोन के साथ-साथ अन्य निजी ऋण लेने पर लाभ मिलता है।
रिवर्स रेपो रेट, रेपो रेट के ठीक विपरीत है। रिवर्स रेपो रेट से बैंकों द्वारा रिजर्व बैंक में की गई जमा राशि पर ब्याज मिलता है। रिवर्स रेपो रेट से बाजार में लिक्विडिटी बनी रहती है। रिजर्व बैंक रिवर्स रेपो रेट बढ़ाता है क्योंकि बाजार में मुद्रा की बड़ी आपूर्ति है। रिवर्स रेपो दर बढ़ाकर, आरबीआई बैंकों से अपेक्षा करता है कि वे उच्च ब्याज अर्जित करने के उद्देश्य से अपना पैसा आरबीआई के पास जमा करें।
PNB Home Loan Interest Rate: जाने पंजाब नेशनल बैंक का ब्याज दर
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ध्यान दें: पीएनबी (PNB) हाउसिंग फ्लोटिंग ब्याज दरों पर सभी होम लोन प्रदान करता है।
35 बैंकों में जमा पर सर्वोत्तम ब्याज लाख तक की राशि के लिए होम लोन की ब्याज दर
पीएनबी हाउसिंग द्वारा दी जाने वाली सबसे कम ब्याज दरों के साथ अपने घर के सपने को पूरा करें। होम लोन की ब्याज दर के लिए हमारे पास अलग-अलग स्लैब हैं, जो वेतनभोगियों के लिए 8.75% और स्व-नियोजित व्यक्तियों के लिए 8.99%* से शुरू होते हैं। भारत में हाउसिंग लोन की ब्याज़ दर को प्रभावित करने वाले कई कारकों, जैसे आय, लोन राशि, रोज़गार के प्रकार, CIBIL स्कोर आदि के साथ, ग्राहक निश्चिंत हो सकते हैं कि वे कम ब्याज दर के लिए अपनी योग्यता बैंकों में जमा पर सर्वोत्तम ब्याज में सुधार कर सकते हैं। अगर आपका खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में है और आप वहां से होम लोन लेना चाहते हैं तो वहां पर भी आप कम ब्याज दर में होम लोन ले सकते हैं.
कम ब्याज वाले होम लोन का लाभ उठाने के टिप्स
यहां कुछ उपयोगी सुझाव दिए गए हैं जिससे आप भारत में सर्वोत्तम संभव होम लोन दरों पर अपना हाथ कैसे प्राप्त कर सकते हैं:-
अपना डाउन पेमेंट और अवधि बढ़ाएँ: आम तौर पर, होम लोन की राशि रु. उच्च ऋण राशियों की तुलना में कम ब्याज दर पर 35 लाख रुपये उपलब्ध हैं। इसलिए, अपनी ऋण राशि को कम करने के लिए डाउन पेमेंट में जितना संभव हो उतना भुगतान करने का प्रयास करें। इसके अतिरिक्त, अपने ईएमआई बोझ को कम करने के लिए आमतौर पर 15-20 से अधिक लंबी अवधि का विकल्प चुनें।
सही प्रकार की ब्याज दर चुनें: जबकि एक निश्चित ब्याज दर आपको एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित ईएमआई परिव्यय देती है, एक फ्लोटिंग ब्याज दर बाजार की ब्याज दरों में किसी भी उतार-चढ़ाव के अनुसार आपके कार्यकाल को बढ़ाएगी या घटा देगी। आम तौर पर, बाद वाला पूर्व की तुलना में थोड़ा बैंकों में जमा पर सर्वोत्तम ब्याज अधिक होता है। लेकिन निश्चित ब्याज वाले होम लोन बाजार में बहुत कम मिलते हैं। उनकी ब्याज दरों को समझने के लिए अपने ऋणदाता से संपर्क करें।
आय और रोजगार की स्थिति में कारक: सुनिश्चित करें कि होम लोन आवेदक के पास एक स्थिर, पर्याप्त आय है और प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों का लाभ उठाने के लिए पीएसयू या एक प्रतिष्ठित कंपनी में कार्यरत है।
एक महिला आवेदक पर विचार करें: क्या आप जानते हैं कि कई ऋणदाता महिला गृह ऋण आवेदकों को ब्याज दर में एक निश्चित रियायत प्रदान करते हैं? यह जानने के लिए अपने ऋणदाता से संपर्क करें कि क्या किसी महिला को प्राथमिक आवेदक बनाने से आपको आवास ऋण की कम ब्याज दर प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
अपना क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएँ
यह बिना कहे चला जाता है कि यदि आपके पास 750+ क्रेडिट स्कोर है, तो ऋणदाता आपके होम लोन की पात्रता को अधिक अनुकूल रूप से देखते हैं। इसलिए, कम ब्याज वाले होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपनी साख में सुधार करने का प्रयास करें। हमें अपना सिबिल स्कोर हमेशा चेक करते रहना चाहिए, क्योंकि जब तक हमारा सिबिल (CIBIL) इसको अच्छा नहीं होगा तब बैंकों में जमा पर सर्वोत्तम ब्याज तक हमें लोन पर भी बैंक नहीं देगा।
प्रोमोज और ऑफर्स पर नजर रखें: होम लोन चुनते समय किसी भी त्योहारी सीजन ऑफर्स, लेंडर टाई-अप्स या स्पेशल प्रोमोज के लिए हमेशा अपनी आंखें खुली रखें। ये ऑफ़र अक्सर आपको बाजार से थोड़ी बेहतर होम लोन ब्याज दर प्रदान करते हैं.
होम लोन बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प: होम लोन बैलेंस ट्रांसफर सुविधा मौजूदा होम लोन वाले किसी भी व्यक्ति को अधिक अनुकूल शर्तों की पेशकश करते हुए शेष राशि को दूसरे ऋणदाता को ट्रांसफर करने की सुविधा देती है। यह आपके कार्यकाल के बीच में कम होम लोन ब्याज का लाभ उठाने का एक शानदार तरीका है।
हमें अपने जीवन में पैसे बचाकर चलना चाहिए इसलिए हमें अपने सैलरी का कुछ हिस्सा बचाना जरूरी है. ऐसा ही एक एलआईसी का प्लान है जहां पर आप कम पैसे जमा करके ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं.
सरकारी कर्मचारियों के लिए पीएनबी प्राइड हाउसिंग लोन
उद्देश्य: राज्य/केंद्र सरकार के स्थायी कर्मचारियों और रक्षा कार्मिक/अर्धसैनिक बलों के लिए:-
- मकान/फ्लैट के निर्माण के लिए, मकान/फ्लैट की खरीद के लिए,
- मौज़ूदा घर की मरम्मत/रेनोवेशन/परिवर्तन/फर्निशिंग के लिए,
- हाउसिंग बोर्ड/सहकारिता समितियों/विकास प्राधिकरणों/परियोजनाओं/मंज़ूरी प्राप्त प्राइवेट बिल्डरों से निर्माणाधीन मकान/फ्लैट की खरीद के लिए,
- मकान बनवाने के लिए प्लॉट/ज़मीन खरीदने के लिए,
- मौज़ूदा होम लोन उधारकर्ताओं को निर्माणाधीन फ्लैटों में लागत में हुई बढ़ोतरी को पूरा करने के लिए
PNB Home Loan के ज़रूरी दस्तावेज़
नौकरीपेशा के लिए:-
- एक फोटो के साथ विधिवत भरा हुआ होम लोन एप्लीकेशन फॉर्म
- पहचान का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और मतदाता पहचान पत्र
- निवास का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट,ड्राइविंग लाइसेंस और मतदाता पहचान पत्र
- आयु का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र , ड्राइविंग लाइसेंस और मतदाता पहचान पत्र
- शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण
- आय का प्रमाण: नियोक्ता/ कंपनी द्वारा जारी सैलरी प्रमाण पत्र (जिससे आपकी ग्रॉस और नेट सैलरी का पता चलता हो)/ आयकर रिटर्न
- पिछले छह महीने के सैलरी अकाउंट के बैंक स्टेटमेंट
गैर– नौकरीपेशा के लिए:-
- एक फोटो के साथ विधिवत भरा हुआ होम लोन एप्लीकेशन फॉर्म
- पहचान का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और मतदाता पहचान पत्र
- निवास का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और मतदाता पहचान पत्र
- आयु का प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र ड्राइविंग लाइसेंस और मतदाता पहचान पत्र
- शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण
- किसान के लिए आय का प्रमाण: जोत और फसल पैटर्न का रिकोर्ड या आय का कोई अन्य प्रमाण
- अन्य गैर- नौकरीपेशा के लिए आय का प्रमाण: पिछले 3 वर्षों का आयकर रिटर्न या असेसमेंट और आय स्टेटमेंट की गणना
- पिछले छह महीने का बैंक स्टेटमेंट
निष्कर्ष
जैसा कि दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल के जरिये PNB Home Loan Interest Rate की सारी जानकारी आपको बताने की कोशिश की है. और यह भी बताया है कि PNB Home Loan का फायदा आप कैसे ले सकते हैं. अगर फिर भी इस लेख से जुड़ा कोई अन्य सवाल हो जिसे हम इस लेख के जरिए पूरा ना कर सके तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं. आपके पूछे गए प्रश्नों का जवाब हम जरूर देंगे.
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