एडहॉक प्रमोशन पर 35 डीएसपी की अवधि समाप्त, अब तक डीपीसी नहीं

क्राइम रिपोर्टर. जयपुर |आपराधिक मामलों में जांच अधिकारियों की कमी को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने गत वर्ष 10 नवंबर को जिन 35 इंस्पेक्टरों को एडहॉक के आधार पर पदोन्नत कर डीएसपी बनाया था, उनकी समय अवधि 30 जून को समाप्त हो गई। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एडहॉक की अवधि बढ़ाने के लिए 35 डिप्टियों की फाइल अब तक गृह विभाग को नहीं भेजी।

इससे पहले इंस्पेक्टरों को 31 मार्च तक एडहॉक पर प्रमोशन दिया गया। 31 मार्च की अवधि समाप्त होने के बाद सीएमओ ने 30 जून तक एडहॉक की अवधि बढ़ाई थी। अब 30 जून की अवधि समाप्त हो गई। डिजीपी मनोज भट्‌ट ने बताया कि फाइल प्रोसेस में है।

चहेतों के लिए निकाला रास्ता

पुलिसविभाग में चर्चा है कि पुलिस अधिकारियों ने अपने चहेते इंस्पेक्टरों को एडहॉक के रास्ते प्रमोशन देकर डिप्टी बनाया है। पुलिस मुख्यालय से अक्टूबर 15 में एक पत्रावली राज्य सरकार को भेजी गई थी। जिसमें बताया गया था कि इंस्पेक्टरों से सीधे आरपीएस के पदों पर इन्हीं 35 इंस्पेक्टरों को प्रमोट किया जाए। राज्य सरकार ने यह कहते हुए प्रस्ताव लौटा दिया कि रिक्त पदों का सीधी भर्ती के माध्यम से भरे जाने का नियम नहीं है। इसके बाद इंस्पेक्टरों के प्रमोशन के लिए एडहॉक का रास्ता निकाला एसएमओ प्रमोशन क्या है गया।

एडहॉक पर डिप्टी बने 35 इंस्पेक्टर

लोकेशत्रिपाठी,गिरधारी लाल, राजवीर सिंह, दुर्गाराम, भरत सिंह, राजेंद्र सिंह डागुर, झब्बर सिंह , सुरेंद्र सिंह, चांदमल, पुष्पेंद्र सिंह, के.के. अवस्थी, भंवर लाल, राजीव जोशी, पूनम चंद, विक्रम सिंह, गिरधारी लाल, महेंद्र सिंह ,समयद्धीन खां, हेतुदान, नरेश चंद्र शर्मा, बोराज सिंह, ओमप्रकाश, जग्गू राम, सुशीला मीणा, धनफूल मीणा, रोहित कुमार, रतन लाल खटीक, देवी सहाय मीणा, मांगी लाल राठौड़, नरपत सिंह, कालूराम मीणा, बलराम सिंह मीणा, सुरेश कुमार, विजय कुमार और किशोरी लाल को एडहॉक पर पदोन्नति देकर एसएमओ प्रमोशन क्या है डिप्टी बनाया गया है।

किसीकारण वश विभाग की रेग्यूलर डीपीसी नहीं होने के कारण राज्य सरकार निश्चित अवधि के लिए एडहॉक पर इंस्पेक्टरों को प्रमोशन देकर डिप्टी बनाया जाता है। एडहॉक के पीछे पुलिस विभाग ने कारण बताया कि डिप्टी एसपी के पद खाली होने से मामलों की जांच में देरी एसएमओ प्रमोशन क्या है हो रही है।

एडहॉक पर गृहमंत्री ने की थी टिप्पणी

मार्च16 में इस फाइल पर गृहमंत्री ने टिप्पणी की थी कि डिप्टी एसपी बनाए गए अधिकारियों का पदस्थापन ही नहीं किया तो एडहॉक डिप्टियों की अवधि बढ़ाने की क्या आवश्यकता है। इस पर पुलिस मुख्यालय ने जवाब दिया कि जांच अधिकारियों की कमी होने के कारण इंस्पेक्टरों की एक वर्ष तक एडहॉक पर पर नियुक्तयां की जाएं। पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर तत्कालीन गृह सचिव संदीप वर्मा ने एडहॉक पर नियुक्त डिप्टियों की एक वर्ष की अवधि बढाने अनुशंसा की। इसके बाद फाइल को डीओपी कार्मिक विभाग में भेज दी। कार्मिक विभाग ने भी एडहॉक की अवधि बढाने की अनुशंसा की और फाइल को सीएमओ में भेज दिया। सीएमओ में एडहॉक की 30 जून 16 तक अवधि बढ़ाई। अब यह अवधि भी पूरी हो गई।

कोविड 19: 10वीं के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिए जाने पर MP सरकार कर रही विचार

भोपाल। कोरोना वायरस के चलते देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। इसके चलते 10वीं और 12वीं की एसएमओ प्रमोशन क्या है परिक्षाएं सहित कॉलेज की परिक्षाएं भी प्रभावित हुई है। इस बीच मध्य प्रदेश सरकार 10वीं क्लास के छात्रों को जनरल प्रमोश दिए जाने पर विचार कर रही है।

राज्य सरकार ने अभी पहली से नौंवी कक्षा के छात्र-छात्राओं को जनरल प्रमोशन देने का ऐलान किया है। इस बीच 10वीं के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जाए या नहीं इस पर अभी विचार किया जा रहा है। इसे लेकर राज्य सरकार जल्द ही ऐलान कर सकती है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले एसएमओ प्रमोशन क्या है बढ़ते ही जा रहे हैं। आज कोरोना के चार नए मामले सामने आए हैं। वहीं मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है। फिलहाल सरकार कोरोना के इस संकट से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।

दिल्ली सरकार ने कक्षा पांच से आठ की प्रमोशन पॉलिसी की जारी, देखें क्या हैं गाइडलाइंस

‘आप’ के सामने चुनाव लड़ने से डर रही भाजपा : केजरीवाल

नई दिल्ली। भारतीय संसद द्वारा 2019 में ‘शिक्षा का अधिकार अधिनियम’ में किए गए संशोधनों को ध्यान रखते हुए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कक्षा 3 से आठवीं के लिए शैक्षणिक सत्र 2023-24 से नई एग्जामिनेशन गाइडलाइन्स व प्रमोशन पॉलिसी जारी की है।

संसद द्वारा 2019 में इस अधिनियम में संशोधन कर राज्यों को अनुमति दी गई कि राज्य ये निर्धारित कर सकते है कि कैसे और किन परिस्थितियों में ‘नो डिटेंशन’ पॉलिसी से इतर जाते हुए कक्षा 5वीं व 8वीं में विद्यार्थियों को डिटेन कर उनके अगली कक्षा में प्रमोशन को रोक सकते है।

इस केन्द्रीय कानून को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार के अकेडमिक अथॉरिटी, एससीईआरटी ने विद्यार्थियों के सर्वांगीन विकास व बाल केन्द्रित एप्रोच को ध्यान में रखते हुए कक्षा 5वीं व 8वीं के लिए शैक्षणिक सत्र 2023-24 से लागू करने के लिए नई एग्जामिनेशन गाइडलाइंस व प्रमोशन पॉलिसी तैयार की।

इस गाइडलाइंस में स्पष्ट किया गया है कि दिल्ली के स्कूलों में पांचवी से आठवी कक्षा में विद्यार्थियों का किस प्रकार असेसमेंट होगा और ऐसी कौन-सी परिस्थितियां होगी जब 5वीं व 8वीं के बच्चों को अगली कक्षा में प्रोमोट करने से रोका जा सकेगा।

एससीईआरटी दिल्ली द्वारा तैयार किए गए इस नए असेसमेंट व प्रमोशन गाइडलाइंस को शुक्रवार को शिक्षा निदेशालय द्वारा दिल्ली के सभी सरकारी, लोकल बाडीज व प्राइवेट स्कूलों के लिए जारी किया गया।

इस नई गाइडलाइंस के अनुसार कक्षा 5वीं व 8वीं में बच्चों की लर्निंग का मूल्यांकन में अर्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा के साथ-साथ को-करिकुलर गतिविधियां भी शामिल होंगी। इन को-करिकुलर गतिविधियों में प्रोजेक्ट बेस्ड गतिविधियां, पोर्टफोलियो, कक्षा में बच्चे की प्रतिभागिता, थिएटर, डांस, म्यूजिक, स्पोर्ट्स आदि गतिविधियों में प्रतिभागिता, बच्चे की अटेंडेंश इत्यादि शामिल है।

इसके साथ ही एससीईआरटी के इस नए असेसमेंट गाइडलाइंस के तहत यदि कोई बच्चा किसी कारणवश कक्षा 5वीं या 8वीं में उतीर्ण नहीं हो पाता है तो उसे रिजल्ट घोषित होने के 2 महीने के भीतर अपने प्रदर्शन को सुधारने का एक और मौका मिलेगा।

इस मौके पर शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ‘नो डिटेंशन’ पॉलिसी एक बहुत ही प्रोग्रेसिव पॉलिसी थी लेकिन पूरी तैयारी न होने के कारण एजुकेशन सिस्टम इसका पूरा लाभ नहीं उठा सका, लेकिन हमें एलेमेंट्री स्तर पर मजबूत नीँव तैयार करने के लिए एक ऐसी व्यवस्था तैयार करने की जरुरत है जो बच्चे के सर्वांगीन विकास पर काम करे और वहां लर्निंग इस स्तर का हो की वहां डिटेंशन की आवश्यकता ही न हो।

एससीईआरटी के नए असेसमेंट गाइडलाइन को शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका, दिल्ली छावनी बोर्ड और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में लागू किया जाएगा।

सामान्य गाइडलाइंस

-किसी भी बच्चे को प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने तक स्कूल से नहीं निकाला जाएगा।

-प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष के अंत में कक्षा 5वीं और 8वीं में नियमित परीक्षा होगी।

-यदि कोई बच्चा कक्षा 5वीं या 8वीं की परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाता है तो उसे परिणाम घोषित होने की तारीख से दो महीने की अवधि के भीतर पुन: परीक्षा का अवसर दिया जाएगा।

-कक्षा 3, 4, 6 और 7 का मूल्यांकन कक्षा 5 और 8 के समान परीक्षा पैटर्न पर किया जाएगा। कक्षा 3, 4, 6 और 7 के छात्रों को एक ही कक्षा में डिटेन नहीं किया जाएगा।

-कक्षा 3 से 8 के लिए शैक्षणिक सत्र में मध्यावधि परीक्षा (सितंबर/अक्टूबर) और वार्षिक परीक्षा (फरवरी और मार्च) के रूप में मूल्यांकन होगा।

-कक्षा 3 से 8 के लिए पेन और पेपर आधारित परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में रटने के बजाय स्किल्स, समझ व वास्तविक जीवन में अपने ज्ञान के प्रयोग के आधार पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा।

-इंटरनल असेसमेंट के लिए अंकों में सब्जेक्ट एनरिचमेंट, उपस्थिति, परियोजना आधारित गतिविधियों, पोर्टफोलियो आदि शामिल होंगे।

प्रमोशन गाइडलाइंस: क्या है कक्षा 5वीं व 8वीं के लिए पासिंग क्राइटेरिया

-अगली कक्षा में प्रमोशन के लिए सत्र के अंत में "पास" घोषित होने के लिए, विद्यार्थी को सत्र प्रत्येक विषय में कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे।

-अगली उच्च कक्षा में प्रमोशन के लिए जरुरी है कि एसएमओ प्रमोशन क्या है विद्यार्थी इंटरनल असेसमेंट में प्राप्त किए अंको के अतिरिक्त मध्यावधि परीक्षा और वार्षिक परीक्षा में कुल अंक में से न्यूनतम 25 प्रतिशत अंक प्राप्त करें।

-पुन: परीक्षा में "उत्तीर्ण" घोषित होने के लिए, एक छात्र को उस विषय में कम से कम 25 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे जिसमें उसने पुन: परीक्षा दी है।

-यदि कोई छात्र उस विषय (विषयों) में कम से कम 25 प्रतिशत अंक प्राप्त नहीं करता है, जिसमें उसने पुन: परीक्षा दी है और उस विषय (विषयों) में 100 में से न्यूनतम 33 अंक प्राप्त नहीं करता है तो उसे "आवश्यक पुनरावृत्ति" की श्रेणी में रखा जाएगा। इस मामले में छात्र को अगले सत्र के दौरान उसी कक्षा में वापस रखा जाएगा।

CG- CMO प्रमोशन BIG NEWS: छत्तीसगढ़ सरकार ने जारी किया आदेश. मुख्य नगर पालिका अधिकािरियों को मिली पदोन्नति. पढ़िए एसएमओ प्रमोशन क्या है आदेश .

CG CMO Promotion BIG NEWS Chhattisgarh government has issued an order Promotion of Chief Municipal Officers read the order छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने प्रमोशन आदेश जारी किया है

CG- CMO प्रमोशन BIG NEWS: छत्तीसगढ़ सरकार ने जारी किया आदेश. मुख्य नगर पालिका अधिकािरियों को मिली पदोन्नति. पढ़िए आदेश .

(CG- CMO Promotion BIG NEWS: Chhattisgarh government has issued an order….. Promotion of Chief Municipal Officers… read the order….)

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने प्रमोशन एसएमओ प्रमोशन क्या है आदेश जारी किया है। 4 मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पदोन्नति दी गई है। राज्य शासन एसएमओ प्रमोशन क्या है द्वारा निम्न मुख्य नगर पालिका अधिकारी वर्ग 'ख' को मुख्य नगर पालिका अधिकारी वर्ग 'क' के पद पर पदोन्नत किया गया है।

यूपी के 17 पीसीएस अधिकारी प्रमोशन पाकर बने आईएएस, सरकार ने जारी किया आदेश

Lucknow : केंद्र सरकार ने यूपी के 17 वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों की आईएएस काडर में पदोन्नति को मंजूरी दे दी है। केंद्र की अधिसूचना के बाद यूपी के नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने उनकी पदोन्नति का आदेश जारी कर दिया.

आपको बता दे कि प्रमोशन पाने वाले अधिकारियों के परिजनों में ख़ुशी की लहर है. राज्य सरकार ने इस सम्बन्ध में आदेश भी जारी कर दिया है। प्रमोशन पाने वाले अधिकारियों में आशुतोष मोहन अग्निहोत्री,अतुल सिंह, कमता प्रसाद सिंह,राम सहाय यादव, श्रीमती मंजू लता,डॉ अलका वर्मा,संतोष कुमार, सुनील कुमार सिंह,चित्रलेख सिंह,सतीश पाल, विपिन मिश्रा,मदन सिंह गर्ब्याल,रेखा चौहान, अनिल सिंह,रीना सिंह,रत्नेश सिंह प्रमोशन पाकर आईएएस बने है.

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