Orient Paper and Industries Ltd (ORPP)
ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज शेयर (ORPP शेयर) (पेपर ट्रेडिंग क्या है ISIN: INE592A01026) के बारे में। आप इस पृष्ठ के अनुभागों में से किसी एक में जा कर ऐतिहासिक डेटा, चार्ट्स, तकनीकी विश्लेषण तथा अन्य के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज विश्लेषण
कंपनी के बारे में: ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (NS:ORPP) भारत में एक पेपर और पेपरक्राफ्ट निर्माता है। कंपनी में ओरिएंट पेपर मिल के तहत पेपर सुविधा शामिल है। यह पोर्टलैंड.
ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज कंपनी प्रोफाइल
ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज कंपनी प्रोफाइल
- प्रकार : इक्विटी
- बाज़ार : भारत
- आईसआईन : INE592A01026
- एस/न : ORIENTPPR
Orient Paper & Industries Limited manufactures and sells paper and other products in India. It offers writing and printing grade, and tissue papers; and caustic soda and its derivatives. The company also exports its products to Africa, the Middle East, Bangladesh, Sri Lanka, and Nepal. Orient Paper & Industries Limited was incorporated in 1936 and is पेपर ट्रेडिंग क्या है based in Kolkata, India.
आय विवरण
तकनीकी सारांश
ट्रेंडिंग शेयर
ट्रेंडिंग शेयर
ORPP टिप्पणियाँ
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वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
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पेपर ट्रेडिंग क्या है
क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?
7 शेयर मार्केट ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी
एक अनुमान है की अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वालो की उम्र की औसत निकालते है तो ३०-३५ साल के आसपास है.
इसका मतलब ये है की आज की दौर में युवा शेयर बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे है. इस आकर्षण का महत्वपूर्ण कारण है तेजी से दौड़ता बाजार और कम समय -कम मेहनत से पैसा कमाने की लालसा. क्या ये पेपर ट्रेडिंग क्या है लालसा ठीक है.
अगर कम सयम में बहुत पैसा मिल रहा तो बुरा क्या है.
मगर आप ये सोचकर कदम रखते है तो ये आपकी सोच गलत है.
क्योंकि ज्यादातर युवा शेयर बाजार में इस कारण ही आते है.
क्या शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है की नहीं ?
क्या पैसा लगाना पड़ता है या नहीं ? क्या बिना टेंशन के शेयर बाजार में रह सकते है ?
सारे सवालो का जवाब है शेयर बाजार में अगर पैसा कमाना है तो पैसा लगाना पड़ता है , मेहनत करनी पड़ती है और तनाव झेलना पड़ती है.
अगर ये सब करने आपकी तैयारी है तो आप शेयर बाजार में ट्रेडर के रूप में कदम रखने के के लिए तैयार है.
यहाँ कदम रखना काफी नहीं है . यहाँ लम्बे वक्त तक ट्रेडर के रूप टिकना महत्वपूर्ण है.
दुसरा यह अनुमान है की जो भी व्यक्ति ट्रेडर के रूप में कदम रखता है उसमेसे औसतन ३० से ४० प्रतिशत ही टिक पाते है और बाकि सब बाहर हो जाते है .
इसका क्या कारण है ? Beginner In Share Market Hindi Me / share market for beginners
इसका महत्वपूर्ण कारण है . तैयारी करना…..
तो क्या क्या तैयारी करनी पड़ती है ?
ट्रेडर निचे दिए हुए कुछ बातो का ध्यान पेपर ट्रेडिंग क्या है रखा तो उसे ट्रेडिंग में बहुत मदत मिलेगी और वह यहां अपने कदम जडा सकता है और टिक सकता है .
( A ) शेयर बाजार दो चीजे बहुत बहुत महत्वपूर्ण है पैसा कमाने की बजाय पैसा बचाना और लम्बे वक्त तक टिकना .
आप पैसे तो कमा लोगो पर पैसा टिकाना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है. ये बात मैं ये क्यों पेपर ट्रेडिंग क्या है दोहरा रहा हूँ इसका जवाब आपको दूसरे भाग में मिलेगा .
( B ) इस भाग में ये जानते है की आप के एंट्री करने के बाद क्या क्या खयाल रखना है.
( C ) बहुत कम राशि से आपको ट्रेडर के रूप में उतरना पड़ेगा, यह राशि डूब भी गयी तो आपके रोज़ मर्रा के जीवन पर कुछ असर न पड़े,
पढ़ने में यह पॉइंट कुछ अटपटा लग सकता है पर ये सच है .
( D ) शुरुआत में आपको डे ट्रेडिंग की बजाय शार्ट टर्म ट्रेडिंग करनी चाहिए. कम से कम ५ से ६ दिन का ट्रेड लेना चाहिए.
आज कल के युवा २ से ३ महीने की ट्रेनिंग लेकर आकर आते ये बहुत अच्छी बात है आप पूरी तरह दुसरो पर निर्भर नहीं रहोगे.
( E ) अगर आप ट्रेनिंग लेकर आते हो तो भी आपको कम से कम अगले छह महीने तक बहुत कम ट्रेडिंग करना है.
( F ) अगर हमें ५ से ६ दिन ट्रेड लेना है और यह छह माह तक करना है तो हम इसके बिच और क्या करे ?
( G ) हमें पेपर ट्रेडिंग करनी है ……….ये पेपर ट्रेडिंग क्या है ?
( H ) जैसा आप वास्तविक ट्रेड ले रहे हो वैसा ही ट्रेड पेपर पर लेना है यानि लिखना है. पेपर पर ले रहे हो तो दुर्लक्षित होकर ट्रेडिंग नहीं करनी है .
पैसे लग नहीं रहे तो आपका ध्यान ट्रेड की तरफ ध्यान कम हो सकता है और आप गलत ट्रेड ले सकते हो.
इसका परिणाम आपके वास्तविक ट्रेडिंग पर भी हो सकती है. इसके लिए ऊपर की बातो का ध्यान रखना है.
( I ) आजकल आपको शेयर बाजार की बारीकियां जानने के लिए बहुत सारे माध्यम उपलब्ध है उसका पूरा उपयोग करना है.
जैसे की टीवी , युटुब , सोशल मीडिया प्लेटफार्म. इन सब पर कुछ ना कुछ मिलेगा.
( J ) आपको दिन में कम से कम २ घंटे ( आपको सफलता चाहिए तो ) का वक्त देना पड़ेगा. मैं ३ -४ महीने की ट्रेडिंग लेकर आया हूँ
मुझे और कुछ नहीं चाहिए ये नहीं चलेगा आपको अति आत्मविश्वास में नहीं रहना है.
शेयर बाजार शिक्षक की तरह है जिंदगी भर पढ़ना और पढ़ाना है, इसमें नया नया सीखना ही रहता है.
( K )आपको अति आत्मविश्वास में रहना नहीं है, अगर आप पेपर ट्रेडिंग ईमानदारी से करते हो तो आप जरूर सफल होंगे.
( L ) इसमें निरंतर कुछ न कुछ सीखना है.शेयर बाजार में दो महत्वपूर्ण चीजे होती है एक फंडामेंटल्स और टेक्नीकल्स.
इसमेसे दोनों ही चीजे आपके हाथो में नहीं है , पर आप टेक्नीकल्स पर कुछ हद तक काबू पा सकते हो.
इस दौरान टेक्नीकल्स सीखने -जानने की कोशिश करे.
( M ) संयम और धीरज से काम करोगे तो सफलता जरूर मिलेगी.
क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।
डीमैट अकाउंट पेपर ट्रेडिंग क्या है का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।
आज के समय में कोई पेपर वर्क नहीं होती है और न ही कोई भैतिक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसलिए जब आप कंपनी X के शेयर खरीदते हैं, तो आपको जो भी मिलता है, वह आपके डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में एंटर हो जाता है। डीमैट एकाउंट को ऐसे ही आसान शब्दों में आप समझ गए होंगे।
यदि आप आज शेयर बाजार (एनएसई और बीएसई) या किसी अन्य सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो डीमैट अकाउंट पेपर ट्रेडिंग क्या है पेपर ट्रेडिंग क्या है अनिवार्य है. आपके द्वारा किए जाने वाले ट्रेड और लेनदेन के इलेक्ट्रॉनिक सेटेलमेंट के लिए डीमैट अकाउंट नंबर अनिवार्य है.
डीमैट अकाउंट कैसे प्राप्त करें?
जब आप डीमैट अकाउंट के बारे में जान गए हैं, तो आइए जानते है डीमैट अकाउंट कैसे खोला जा सकता है। आप डीमैट अकाउंट नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL ) या सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) के साथ खोल सकते हैं। ये डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (DP) एजेंट नियुक्त करती हैं, जो स्वंय और इन्वेस्टर्स के बीच मध्यस्थ के रूप में काम करती है। उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैंक एक डीपी है, जिसके साथ आप डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। स्टॉकब्रोकर और फाइनेंसियल इंस्टीटूशन भी डीपी है। आप उनके साथ भी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
जिस तरह से एक बैंक अकाउंट में पैसा होता है, उसी तरह से एक डीमैट अकाउंट आपके इन्वेस्टमेंट को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखता है, जो लैपटॉप या स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के साथ आसानी से एक्सेस हो सकता है। जिसको एक्सेस करने के लिए आपके पास एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड होना चाहिए। हालांकि, बैंक अकाउंट के विपरीत, आपके डीमैट अकाउंट में किसी भी प्रकार का 'न्यूनतम बैलेंस' होना आवश्यक नहीं है।
आप किसी भी डिपॉजिटर्स की वेबसाइट पर जाकर उनकी डीपी की सूची प्राप्त कर सकते है। जिसके साथ आप डीमैट एकाउंट खोलना चाहते है। डीपी का चुनाव उनके वार्षिक शुल्क पर निर्भर होना चाहिए।
यह ध्यान देना चाहिए कि आप एक से अधिक डीमैट एकाउंट को एक डीपी के साथ न जोड़े। क्योंकि एक पैन कार्ड को कई डीमैट अकाउंट के साथ जोड़ा जा सकता है।
डीमैट अकाउंट का विवरण
आपका डीमैट अकाउंट खुलने के बाद सुनिश्चित करें, कि आपको अपने डीपी से निम्न विवरण प्राप्त किया :
डीमैट अकाउंट नंबर : सीडीएलएस के तहत यह बेनिफिशियरी आईडी' के रूप में जाना जाता है। यह मुख्यत 16 कैरेक्टर का मिश्रण है।
डीपी आईडी : यह आईडी डिपॉजिटर प्रतिभागी को दी जाती है। जो आपके डीमैट अकाउंट नंबर का हिस्सा है।
पीओए नंबर : यह पावर ऑफ अटॉर्नी एग्रीमेंट का हिस्सा है, जहां एक इन्वेस्टर दिए गए निर्देशों के अनुसार स्टॉक ब्रोकर को अपने अकाउंट को संचालित करने की अनुमति देता है।
ऑनलाइन एक्सेस के लिए आपको अपने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स पर एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड भी मिलेगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
डीमैट अकाउंट एक ट्रेडिंग अकाउंट के साथ होता है. जो शेयर बाजार में शेयर खरीदने औऱ बेचने के लिए जरूरी है. उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैक का एक डीमैट अकाउंट 3 इन 1 होता है, जिसमें सेविंग, डीमैट और ट्रेडिंग तीनों को जोड़ा जाता है.
लोग कभी-कभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच कंफ्यूज होते हैं कि वे एक जैसे नहीं हैं। एक डीमैट एकाउंट में आपके नाम के शेयरों और अन्य सिक्योरिटीज का विवरण होता है। शेयर खरीदने और बेचने के लिए, आपको एक ट्रेडिंग एकाउंट खोलना होगा। कई बैंक और ब्रोकर ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधाओं के साथ ट्रेडिंग एकाउंट की पेशकश करते हैं, जिससे आम इन्वेस्टर्स के लिए शेयर मार्केट में भाग लेना आसान हो जाता है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार
अब हम डीमैट अकाउंट की परिभाषा समझ गए हैं। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार हैं:
रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो, देश में रहते हैं।
रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत है।
नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।
क्या आप डीमैट अकाउंट खोलना चाह रहे हैं? शुरू करने के लिए क्लिक करें!
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* इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य है और यह केवल सूचना के प्रयोजनों के लिए है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है।
पेपर ट्रेडिंग कैसे करें
paper trading Kiya hoti hai | पेपर ट्रेडिंग क्या होती है और कैसे करते है
पेपर ट्रेडिंग आपको शेयर मार्केट सीखने और समझने के लिए सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन प्लेटफार्म है जहां से आप आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है आइए जानते है पेपर ट्रेडिंग कैसे करते है ( how to use paper trading) यह एक सॉफ्टवेयर है जहा से आप फेंक ट्रेडिंग करके ट्रेडिंग सिख सकते है पेपर ट्रेडिंग में असली … Read more
Multibagger Penny Stock: ये 10 पैसे का शेयर बना रॉकेट, 1 लाख रुपये का निवेश हुआ 2 करोड़
इस शेयर ने पिछले कुछ साल के दौरान 10 पैसे से 22 रुपये तक का सफर तय किया है. इस दौरान एक समय यह स्टॉक करीब 40 रुपये तक भी पहुंचा है. इसका 52-वीक हाई 39.40 रुपये है. अभी यह स्टॉक अपने 52-वीक लो लेवल के आस-पास ट्रेड कर रहा है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 25 जून 2022,
- (अपडेटेड 25 जून 2022, 3:38 PM IST)
- नवंबर 2021 के बाद से बाजार में बिकवाली
- कई शेयरों ने इन्वेस्टर्स को बनाया करोड़पति
शेयर मार्केट (Share Market) पिछले साल नवंबर के बाद से भारी बिकवाली की चपेट में है. बिकवाली के इस दौर ने कई इन्वेस्टर्स (Investors) को कंगाल कर दिया है. खासकर कम समय में (Short Term) मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Return) की उम्मीद रखने वाले इन्वेस्टर्स को निराशा हाथ लगी है. हालांकि लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्ट (Long Term Investment) करने वाले अभी भी फायदे में हैं. इसी तरह का एक शेयर सीके बिड़ला ग्रुप (CK Birla Group) की कंपनी ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज (Orient Paper And Industries) का है, जिसने अपने शेयरहोल्डर्स को जबरदस्त रिटर्न दिया है.
अभी भी मल्टीबैगर रिटर्न देने की क्षमता
ओरिएंट पेपर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर ने पिछले कुछ साल के दौरान 10 पैसे से 22 रुपये तक का सफर तय किया है. इस दौरान एक समय यह स्टॉक करीब 40 रुपये तक भी पहुंचा है. इसका 52-वीक हाई 39.40 रुपये है. अभी यह स्टॉक अपने पेपर ट्रेडिंग क्या है 52-वीक लो लेवल के आस-पास ट्रेड कर रहा है. इसका 52 वीक लो 19.80 रुपये है. इस कारण एनालिस्ट यह उम्मीद जता रहे हैं कि इस स्टॉक में आने वाले समय में मल्टीबैगर रिटर्न देने की क्षमता है.
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कभी 10 पैसे में मिल जाता था एक शेयर
मौजूदा स्तर के हिसाब से देखें तो इस स्टॉक ने अपने इन्वेस्टर्स को 20 हजार फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. इस कंपनी का स्टॉक बीएसई (BSE) पर 19 सितंबर 2003 को महज 10 पैसे में ट्रेड कर रहा था. जबकि इस हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 23 जून 2022 को यह बीएसई पर 22.90 रुपये पर बंद हुआ. इस तरह देखें तो अगर किसी इन्वेस्टर ने ओरिएंट पेपर के स्टॉक में 2003 में 01 लाख रुपये लगाए होते और इन्वेस्टमेंट को अभी तक होल्ड किया होता, पेपर ट्रेडिंग क्या है तो आज उसके इन्वेस्टमेंट की वैल्यू बढ़कर 2.30 करोड़ रुपये हो गई होती.
09 साल में आई 2000 फीसदी की तेजी
कंपनी के स्टॉक ने बीते 10 साल के दौरान भी जबरदस्त रिटर्न दिया है. 02 अगस्त 2003 को इसके एक शेयर की कीमत बीएसई पर महज 1.01 रुपये थी. इसका मतलब हुआ कि बीते 09 साल में ही इसने 2000 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया. इस आधार पर गणित करें तो अगस्त 2003 में इसके शेयरों में लगाए गए 01 लाख रुपये अभी 22.67 लाख रुपये हो गए होते. आपको बता दें कि अभी इस कंपनी की वैल्यू (Orient Paper MCap) करीब 500 करोड़ रुपये है.
(Disclaimer: शेयर बाजार में पैसे लगाने पर कई तरह के रिस्क होते हैं. स्टॉक मार्केट में पैसे लगाने से पहले आप खुद से रिसर्च जरूर करें या अपने पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर की सलाह लें.)
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