स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें
Stock Market Beginner Guide –
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निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न
शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हों.
शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
How To Invest For Better Returns: शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हैं हों. ऐसे शेयरों की पहचान यूं ही सिर्फ सुनी-सुनाई बातों या यहां-वहां से मिलने वाले टिप्स के आधार पर करना ठीक नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि कम से कम जोखिम में आप बाजार से बेहतर रिटर्न हासिल करें, तो आपको कुछ खास फिल्टर्स या कसौटियों पर नजर रखनी होगी. आइए जानते हैं, क्या हैं वो महत्वपूर्ण कसौटियां जिन पर ध्यान देकर आप सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं.
बेहतर रिटर्न के लिए शेयर का चुनाव करते समय आपको उन शेयरों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें ये चार खूबियां मौजूद हों.
1. अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है
अच्छी क्वॉलिटी वाले शेयर की पहली कसौटी है निवेश की सुरक्षा. यानी ऐसी कंपनी जिसकी वित्तीय स्थिति और हाल के वर्षों का परफॉर्मेंस अच्छा हो. निवेश की सुरक्षा के लिहाज से कम से कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी पर ध्यान देना एक अच्छी रणनीति साबित हो सकती है. इसके अलावा शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना चाहिए. इससे कंपनी के शेयर की सही वैल्यूएशन का पता चलता है.
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2. अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर
निवेश के लिए बेहतर शेयर के चुनाव की एक और कसौटी अच्छा डिविडेंड भी हो सकता है. डिविडेंड यानी लाभांश का स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें अर्थ है वो मुनाफे का वो हिस्सा जो कंपनी अपने शेयरधारकों में बांटती है. लगातार डिविडेंड से न सिर्फ शेयरधारक को सीधे-सीधे निवेश पर रिटर्न मिलता है, बल्कि इससे कंपनी की अच्छी वित्तीय सेहत का भी पता चलता है. निवेश से पहले कंपनी के पिछले 5 साल का डिविडेंड देने का रिकॉर्ड देखना चाहिए. साथ ही कंपनी का डिविडेंड-पे-आउट रेशियो 40 फीसदी से कम हो तो बेहतर. क्योंकि इससे पता चलता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा बांटने के बाद बाकी रकम बिजनेस के विस्तार में भी लगाती है.
3. ऐसे शेयर जो बुक वैल्यू के मुकाबले अच्छे डिस्काउंट पर मिल रहे हों
अगर कोई शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतर रहा हो तो तीसरी बात उसके ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ पर नजर डालनी चाहिए. अगर कंपनी बाकी हर लिहाज से मजबूत और बेहतर भविष्य वाली नजर आ रही है, फिर भी उसके शेयर अपनी बुक वैल्यू के मुकाबले कम कीमत पर मिल रहे हैं, तो उसमें आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं. ऐसे शेयर में यह भी जरूर देखना चाहिए कि उसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम हो और हाल के वर्षों में रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10 फीसदी से अधिक रहा हो.
4. ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर
बेहतरीन शेयर के चुनाव के लिए यह भी एक अहम कसौटी हो सकती है. सवाल यह है कि ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत का अंदाजा कैसे लगाएं. फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो अगर 15 से कम है, तो आमतौर पर कीमत को वाजिब मान सकते हैं. पिछले 5 साल में कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए. YoY आधार पर पिछली तिमाही की अर्निंग्स ग्रोथ और पिछले 12 महीनों की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी कम से कम इतनी ही यानी 20 फीसदी होनी चाहिए.
इन तमाम कसौटियों पर खरा उतरने वाला शेयर आने वाले दिनों में कम जोखिम में अच्छा रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि यहां कही गई बातें इनवेस्टमेंट टिप्स नहीं हैं. ये कसौटियां बेहतर निवेश के लिए अपनाई जाने वाली कुछ बुनियादी बातों में शामिल हैं. इनके अलावा शेयर से जुड़ी खबरों, संबंधित इंडस्ट्री की दशा-दिशा और पूरी इकॉनमी को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हालात जैसी बातों पर नजर रखना भी जरूरी है.
स्विंग ट्रेडिंग क्या है | Swing Trading Kya Hai
स्विंग ट्रेडिंग के बारे में एक बात जान लो कोई स्टॉक लगातार अगर गिर रहा है और स्टॉक के फंडामेंटल अच्छे हैं तो आप चेक कर सकते हे कि वह स्टॉक कहा से पलट सकता है। जहा स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें से रिवर्सल आ रहा है उस स्टॉक को हम ले सकते हे।शेयर बाजार में समय के आधार पर 3 तहर के ट्रेडिंग होते जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग ( 1 दिन के अंदर) , स्विंग ट्रेडिंग ( < 1 महीना ) और पोजिशनल ट्रेडिंग ( > 1 महीना ) । आप डेरिवेटिव्स में फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रक्ट ख़रीद कर स्विंग ट्रेडिंग कर सकते है।आपको अच्छे से फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानने केलिए नीच दिए गए लेक को पढ़े।
इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है
1) कैश ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।
2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।
डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है
a) फ्यूचर ट्रेडिंग
शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।
b) ऑप्शन ट्रेडिंग
शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।
ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक
शेयर मार्केट से कमाई के 5 गोल्डन टिप्स, छोटी रकम स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें भी बना सकती है आपको करोड़पति!
वॉरेन बफे, राकेश झुनझुनवाला और आरके दमानी जैसे शेयर मार्केट के टॉप निवेशकों ने भी ये ही टिप्स अपनाए हैं. इन फार्मूलों की वजह से इन दिग्गजों की रकम अपनी शुरुआती रकम के मुकाबले कई गुना हो चुकी है.
कमाई के ये टिप्स आपकी छोटी रकम को करोड़ों में बदल सकते हैं.
पैसे कमाने की ठान ली है तो जरूरी नहीं है कि आप बड़ी रकम से ही शुरू करें. छोटी रकम निवेश करके भी अमीर बना सकते हैं. बस आपको मार्केट के कुछ बेसिक नियमों पर ध्यान देना होगा. ये वो नियम हैं, जिन्हें कई बड़े निवेशकों ने शेयर बाजार में अपनाया है और आज अमीरों की स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें लिस्ट में उनका नाम शामिल है. शेयर बाजार से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आपको इन 5 गोल्डन टिप्स को ध्यान रखना होगा. कमाई के ये टिप्स आपकी छोटी रकम को करोड़ों में बदल सकते हैं.
वॉरेन बफे, राकेश झुनझुनवाला और आरके दमानी जैसे शेयर मार्केट के टॉप निवेशकों ने भी ये ही टिप्स अपनाए हैं. इन फार्मूलों की वजह से इन दिग्गजों की रकम अपनी शुरुआती रकम के मुकाबले कई गुना हो चुकी है. राकेश झुनझुनवाला और आरके दमानी भारत के टॉप अमीर निवेशकों में हैं. वहीं, वॉरेन बफे दुनिया के टॉप अमीरों में शामिल हैं.
पहला टिप्स: वक्त का इंतजार न करें
वॉरेन बफे ने कहा है कि मार्केट में निवेश के लिए हर वक्त सही वक्त होता है. मार्केट में सही वक्त का इंतजार न करें. अगर किसी अच्छे कंपनी के स्टॉक वाजिब कीमत में हैं तो निवेश शुरू कर दें. भले ही उस समय मार्केट में दबाव देखने को मिल रहा हो. आम निवेशक सही समय के इंतजार में मार्केट में निवेश नहीं कर पाते. वहीं स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें जब समय बीत जाता है तो वो मार्केट की चाल को देखकर ऊंचे स्तरों पर पहुंचे स्टॉक्स में निवेश कर देते हैं और घाटा उठा लेते हैं.
दूसरा टिप्स: दूसरों को देखकर पैसा न लगाएं
अगर आप सिर्फ इस वजह से किसी स्टॉक में पैसा लगा रहे हैं, क्योंकि दूसरे भी उसमें पैसा लगा रहे हैं, तो आप नुकसान उठा सकते हैं. स्टॉक मार्केट में सफल होने का मंत्र है कि आप लोगों को फॉलो न करें, लोग आपको फॉलो करें. वॉरने बफेट के मुताबिक, जब दूसरे लालच में आ रहे हों तो सतर्क हो जाएं. वहीं, जब दूसरे सतर्क रुख अपनाने की कोशिश कर रहे हों तो कमाने के बारे में सोचने लगें.
तीसरा टिप्स: कीमत पर न जाएं, वैल्यू देखें
कभी भी किसी शेयर में पैसा लगाने के पहले ये न देखें कि इस शेयर कीमत ज्यादा है तो यह बेहतर होगा. कई बार 50 से 100 रुपए के बीच की कीमत वाला शेयर ज्यादा मूल्यवान हो सकता है, अगर उस कंपनी का प्रदर्शन बेहतर है. स्टॉक मार्केट के बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला का मानना है कि किसी भी शेयर में पैसा लगाने के पहले उस कंपनी का प्रदर्शन देख लें. कंपनी का प्रदर्शन बेहतर है तो मार्केट के उतार-चढ़ाव से दिक्कत नहीं होगी.
चौथा टिप्स: डिविडेंड देने वाली कंपनियों पर करें भरोसा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेश करने के पहले ये देख लें कि कौन सी कंपनियां रेगुलर डिविडेंड दे रही हैं. अगर कोई कंपनी रेगुलर बेसिस पर डिविडेंड दे रही है तो इसका मतलब है कि उस कंपनी के पास कैश की कोई कमी नहीं है. कैश सरप्लस वाली कंपनियों का प्रदर्शन भी बेहतर रहता है. ऐसे में इन कंपनियों के शेयर के साथ आपका पैसा ज्यादा तेजी से बढ़ने का चांस रहता है.
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पांचवां टिप्स: कम कर्ज वाली कंपनियों का चुनाव करें
निवेश करने के पहले ये भी देख लें कि किस कंपनी पर कर्ज कम है. कर्ज कम होने से कंपनियों पर कैश को लेकर दबाव नहीं रहता है. TCS और इंफोसिस जैसी कंपनियां इसका उदाहरण हैं.
शेयर बाजार के फायदे और नुकसान
हैलो दोस्तो शेयर बाजार के बारे में तो आप सभी ने जरूर सुना होगा। कुछ लोग तो शेयर बाजार के बारे में अच्छी तरह जानते ही होंगे। लेकिन आपको शेयर बाजार बारे में बहुत अच्छा जानकारी होना आवश्यक है। नही तो आपको शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे मे नही पता चलेगा। तो चलिए आज हम जानते है, शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में।
शेयर बाजार के फायदे
1. कम समय में ज्यादा रिटर्न :- बांड्स और फिक्स्ड डिपॉजिट्स जैसे अन्य इन्वेस्टमेंट से तुलना की जाये तो शेयर बाजार निवेशकों को सही रूप से कम समय में अधिक रिटर्नदेता है। लेकिन आपको शेयर बाजार के नियमो को फॉलो करना पड़ेगा। और धैर्यवान होने से रिटर्न अच्छा मिलेगा।
2. कोई समय सीमा नहीं :- शेयर मार्किट एक सप्ताह के अन्दर 5 दिन और हर दिन 6 घंटे चलता है। और आप अपनी मर्जी के हिसाब से निवेश कर सकते है। बस आपके पास अच्छा इन्टरनेट होना चाहिए।
3. लाभ में हिस्सा :- कंपनी जितना ज्यादा लाभ कमाती है। उसके शेयर धारक को उसी हिसाब में रिटर्न के रूप में लाभांश देती है। इस तरीके से एक निवेशक को शेयर से मिलने वाला सबसे बड़ा स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें लाभ कंपनी के द्वारा लाभ में दिया जाने वाला हिस्सा है।
शेयर बाजार के नुकसान
1. शेयर बाजार ऊपर नीचे होना :- कभी शेयर बाजार ऊपर बढ़ता है, तो स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें कभी अचानक नीचे गिरने लगता है। ऐसे में कितने दफा तो गिरावट की वजह से निवेशकों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ जाता है।
2. बिना सीखे निवेश करना :- शेयर बाजार में लोगो को नुकसान होने का पहला और सबसे बड़ा कारण है। जानकारी का अभाव कई बार लोग शेयर बाजार में निवेश से पहले शेयर बाजार के बारे में कुछ भी नहीं जानते, बिना ठीक से कुछ जाने निवेश कर देते है। और फिर उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।
3. निवेश का समय :- शेयर बाजार अच्छा रिटर्न पाने के लिए निवेश के बारे में जानना तो जरूरी है ही साथ ही किस समय पर निवेश करना है उसकी जानकारी भी होनी चाहिए। नही तो नुकसान का खतरा बना रहता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) इंटरनेट के साथ साथ आनलाइन ट्रेडिंग की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और लाभ कमाना बहुत आसान हो गया है। आपको स्टॉक की भविष्यवाणी एक दिन के लिए करनी होती है जो आपको बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है।
( नुकसान ) लोग ऐसा मानते है कि इंट्राडे ट्रेड में खतरा अधिक होती है। जबकि खतरा सभी मे समन होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय न दे पाना इसे ज्यादे रिस्की बनाती है। यदि आप अपने शेयर के साथ समय बिताते हैं तो खतरा कम रहता है।
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) स्विंग ट्रेडर्स बहुत कम समय में मूल्य परिवर्तन से लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के इस रूप में लगभग 5% से 10% तक का अच्छा रिटर्न मिलता है। स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें दूसरी बात इसमें आपको पूरा दिन या लगातार अपने कंप्यूटर पर बैठने की आवश्यकता नहीं होती है।
( नुकसान ) स्विंग ट्रेडिंग मे यदि आप लोग अच्छे स्टॉक को नही चुन पाएंगे तो आपको लोस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बहुत जरूरी होता है। ताकी आप लोग ज्यादा दिन तक अच्छी तरह से शेयर मे निवेश कर सके।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) वैसे तो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप पुरी जानकारी के साथ शेयर में निवेश करेंगे और सही कंपनी स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को अच्छी तरह से देख पाएंगे।
( नुकसान ) शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को अगर आप किसीके कहने पर या विज्ञापन देखकर किसी शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होने वाला है। क्युकी आप जिस किसी भी शेयर को खरीदते है, तो उस कंपनी के बारे पूरी जानकारी नहीं जान पाते।
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर बाजार के बारे मे सभी जानकारी होनी चाहिए तब आप अच्छा लाभ उठा सकते हो।
( नुकसान ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके नही सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लिए सही जानकारी के साथ ही लॉंग टर्म ट्रेडिंग में निवेश कीजिए गा।
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स
A. अपने निवेश का रिस्क मैनेजमेंट करे।
B. शेयर बाजार में अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
C. निवेश करने से पहले कंपनी को अच्छी तरीके से जान लें।
D. पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को जोखिम में ना डालें।
E. लोन लेकर या किसी से उधर लेकर कभी शेयर बाजार में निवेश ना करें।
F. निवेश करने से पहले शेयर बाजार को सीखने की कोशिश करें।
G. शेयर बाजार में पैसे भले ही कम लेकिन समय ज्यादा निवेश करें।
H. शेयर बाजार मे अधिक समय के लिए निवेश करें।
निष्कर्ष :-
शेयर बाजार के अंदर निवेशक, बजट और उससे जुड़ी खबरों का कंपनियों पर बहुत ज्यादा असर स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें पड़ता है। कई बार कुछ शेयर लोगो की अपवाहो पर ही अपनी प्रतिक्रिया दे ते हैं। केवल पूर्वानुमानों पर शेयरों में निवेश करने पर खतरनाक साबित हो सकता है।
नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी
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